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भारत ही नहीं, विदेश में भी दिखा चुकीं अपनी काबिलियत।
IAS Success Story : यूपीएससी एग्जाम भारत ही दुनिया की टॉप मुश्किल परीक्षाओं में से एक है। इस परीक्षा में देशभर के लाखों उम्मीदवार शामिल होते हैं लेकिन चंद ही अभ्यर्थियों को एग्जाम में सफलता मिलती है। आज हम आपको एक ऐसी आईएएस अधिकारी की कहानी बताएंगे जो शुरुआत से लेकर अंत तक पढ़ाई के मामले में अव्वल रही हैं। साथ ही यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा में भी उन्होंने बेहतरीन नंबर लेकर अच्छी रैंक प्राप्त की और आईएएस बनने की मुकाम तक पहुंची।
आज हम बात कर रहे हैं आईएएस अधिकारी श्रद्धा गोमे की. वह मूल रूप से मध्य प्रदेश के इंदौर की रहने वाली हैं। उन्होंने अपनी स्कूली पढ़ाई भी इंदौर से ही पूरी की है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि वह 10वीं क्लास में सीबीएसई बोर्ड की शहर टॉपर रही हैं। जबकि 12वीं क्लास में भी उन्होंने अच्छे नंबर प्राप्त कर टॉप किया था। इतना ही नहीं आईएएस श्रद्धा कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट (CLAT) एग्जाम में भी टॉपर रह चुकी हैं। वर्ष 2013 में स्कूल की पढ़ाई हो जाने के बाद उन्होंने बैंगलुरु में स्तिथ नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया से लॉ की पढ़ाई पूरी की। पढ़ाई के वक्त उन्हें 13 गोल्ड मैडल भी मिले।
बिना कोचिंग की तैयारी
इतना ही नहीं श्रद्धा कई अवसरों पर टॉपर रही हैं। रिपोर्ट्स बताती हैं कि वह इंटरनेशनल डिबेट कंपटीशन में भी पहला स्थान प्राप्त कर चुकी हैं। इसके अलावा श्रद्धा विनर रहीं थीं। इसके अलावा वह अच्छे वेतन पर लंदन में भी नौकरी कर चुकी हैं। वर्ष 2020 में श्रद्धा ने सिविल सर्विस में जाने का मन बनाया और एग्जाम की तैयारी में जुट गईं। वह अपने घर पर ही यूपीएससी एग्जाम की तैयारी में जुट गईं। श्रद्धा गोमे ने अपने प्रथम प्रयास में ही AIR 60 पाकर यूपीएससी एग्जाम क्रैक किया। श्रद्धा गोमे ने बिना किसी कोचिंग के यूपीएससी एग्जाम पास किया था। इस परीक्षा में उनकी 60वीं रैंक आई थी।
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● एक राष्ट्र एक छात्र- अपार आई डी योजना का जल्द क्रियान्वयन होगा ● आई डी आजीवन रहेगी और डीजी लॉकर के जरिए आसानी से उपलब्ध होगी ● कक्षा पहली से 12 वीं तक हर विद्यार्थी की बनेगी अपार आई डी ● सबसे पहले 9 वीं से 12 वीं के विद्यार्थियों का बनेगा ● बच्चों की शारीरिक प्रगति और उपलब्धियों की जानकारी रहेगी इसमेंं ● स्कूल शिक्षा विभाग ने जारी किए दिशा निर्देश
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