• 28 Apr, 2025

नांदगांव ऐसा करने वाला अकेला जिला, अब तक दस करोड़ लौटाए गए निवेशकों को चिटफंड के फरार डायरेक्टरों की देश में तलाश राज्यों के फर्म और रजिस्ट्रार आफिस से मांगी जानकारी अकेले राजनांदगांव जिले में 900 करोड़ डूबने का अंदेशा

रायपुर. राज्य में राजनांदगांव जिले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर चिटफंड कंपनियों में डूबी सैकड़ों करोड़ रुपये की राशि निवेशकों को लौटाने की कवायद शुरू हो गई है। बताया गया कि अब तक निवेशकों को दस करोड़ रुपये लौटाए जा चुके हैं। सरकार के कड़े रुख और राजनांजगांव प्रशासन के सख्त रवैये से भी अब निवेशकों में उम्मीद जगी है कि उनकी गाढ़ी कमाई की लगभग डूब गई रकम वापस मिल सकती है। इसकी एक मजबूत वजह यह है कि मुख्यमंत्री ने निवेशकों के खाते में राशि लौटाने की शुरुआत कर दी है।
राज्य शासन ने जो आवेदन मंगवाए हैं उसके मुताबिक लगभग तीन लाख निवेशकों को सब्जबाग दिखाकर लूटकर फरार होने वाली कंपनियों और उनके डायरेक्टरों की सूची खगाली जा रही है। इसके लिए कलेक्टर राजनांदगांव ने आवेदनों के आधार पर सभी जरुरी दस्तावेज तैयार कर लिए हैं।  बताया गया है कि चिटफंड कंपनियों के तमाम डायरेक्टर देश के अलग अलग कोने से हैं इस लिहाज से पतासाजी करने के लिए कलेक्टर ने सभी राज्यों के फर्म एंड रजिस्ट्रार कार्यालयों को पत्र लिखकर  डायरेक्टरों के नाम-पते से लेकर संपत्ति तक का विस्तृत ब्योरा मांगा गया है। इससे यह पता चल सकेगा कि संबंधित चिटफंड कंपनियों की संपंत्तियां कहां-कहां पर हैं। साथ ही ऐसे डायरेक्टरों की जानकारियां एकत्र की जा रही हैं जिन्होंने कंपनियों के स्थान पर अपने और परिवार के नाम पर संपत्ति खरीद रखी है।
रकम दिलाने वाला अकेला प्रदेशः सीएम 
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ देश का  पहला राज्य है जिसने चिटफंड कंपनियों की धोखाधड़ी के शिकार निवेशकों को उनकी रकम लौटाने में मदद की है। चिटफंड कंपनियों की धोखाधड़ी का शिकार हुए निवेशकों को उनकी रकम लौटाने के लिए प्रशासन लगातार हर संभव प्रयास कर रहा है। चिटफंड कंपनियों की संपत्ति कुर्क करके पैसा वापस करने का काम छत्तीसगढ़ में ही हुआ है।

462 कंपनियों की बनी सूची
जिला प्रशासन ने अब तक डूबी रकम वसूलने के लिए 462 कंपनियों की नामजद सूची तैयार की है।  जिले में कुल तीन लाख लोगों ने राशि वापसी के लिए आवेदन किया है जिनका का कहना है कि वे सभी चिटफंड कंपनियों से धोखे का शिकार हुए हैं और उनकी निवेश की हुई रकम डूब गई है। 
कलेक्टर कहा ने वसूली जाएगी राशि
कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा ने  कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार पूरे प्रदेश के साथ साथ राजनांदगांव जिले में भी चिटफंड कंपनियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जा रही है। देशभर से चिटफंड कंपनियों और उनके डायरेक्टरों की जानकारियां मांगी गई हैं। कंपनियों से वसूली कर पीड़ित निवेशकों की राशि लौटाने की शुरूआत की जा चुकी है। अभी तक कुल दस करोड़ रुपये की राशि निवेशकों को जिले में लौटाई जा चुकी है, यह कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी, ठगी करने वाले चिटफंड कंपनियों को बख्शा नहीं जाएगा। 
निवेशकों को लौटाए गए दस करोड़
राजनांदगांव में जिला प्रशासन के कड़े रूख का परिणाम सामने आया है। शुभ सांई इंडिया लिमिटेड कंपनी की डोंगरगढ़ की घोटिया स्थित 9.72 एकड़ जमीन कुर्क की जा चुकी है। यालको समूह की मटिया में लगभग तीन एकड़ और हडुवा में आधा एकड़ जमीन नीलाम कर निवेशकों को उनकी रकम लौटाए जाने की तैयारी कर ली गई है।  बताया गया कि अब तक राजनांदगांव जिले में लगभग दस करोड़ रुपये निवेशकों को लौटाए जा चुके हैं। राज्य में राजनांदगांव जिले ने ही अकेले चिटफंड कंपनियों के निवेशकों के खाते में राशि डलवाने की शुरूआत की है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजनांदगांव कलेक्टर तारण सिन्हा एवं पुलिस अधीक्षक डी श्रवण की मौजूदगी में ढाई करोड़ रुपये निवेशकों के खाते में डाले।