• 28 Apr, 2025

यूजीसी- 7 स्तरों पर प्रमाणपत्र, एक साल में अंडरग्रेजुएट सर्टिफिकेट

यूजीसी- 7 स्तरों पर प्रमाणपत्र, एक साल में अंडरग्रेजुएट सर्टिफिकेट

• अब 6 साल में मास्टर्स के बाद सीधे पीएचडी

 रायपुर। यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) ने सभी विश्वविद्यालयों को नेशनल हायर एजुकेशनल क्वालिफिकेशंस फ्रेमवर्क को लागू करने का निर्देश जारी किया है।  इसके तहत उच्च शिक्षा में लचीलेपन को तरजीह दी गई है। इसमें पढ़ाई किसी भी वजह से बीच में छूटती है तो उस समय तक हासिल की गई शिक्षा के आधार पर यथायोग्य प्रमाणपत्र जारी करने की व्यवस्था की गई है। 
  इसके तहत यूजीसी के अनुसार डिग्री कोर्स के दौरान पहले साल ही दो सेमेस्टर की पढ़ाई-परीक्षा उत्तीर्ण होने पर विद्यार्थी को अंडर ग्रेजुएट सर्टिफिकेट मिलेगा। इसी तरह दो वर्ष में चार सेमेस्टरी की पढ़ाई कर परीक्षा पास करने पर अंडर ग्रेजुएट डिप्लोमा सर्टिफिकेट दिया जाएगा। इसी से आगे तीन साल में छह सेमेस्टर की परीक्षाएं पास करने पर अंडर ग्रेजुएट की डिग्री प्रदान की जाएगी।
    इंटिग्रेटेड कोर्स के पांच साल के दौरान यदि चौथे साल 8 सेमेस्टर की परीक्षा पास करके कोई विद्यार्थी पढाई जारी नही रख पाने में सक्षम है तो  ऐसी स्थिति में उसे ऑनर्स के साथ बैचलर्स की डिग्री हासिल करने की पात्रता होगी।
   इसमें एक खास बात यह होगी कि विद्यार्थी के पास यह विकल्प भी होगा कि वह फिर से छूटी हुई पढ़ाई पूरी करना चाहे तो वह फिर से आगे की पढ़ाई जारी रख सकता है। हालांकि फिर उसे उसका कोर्स सात साल में पूरा करना होगा। 
   इसी तरह मास्टर्स क्लास के दो सेमेस्टर पूरा कर पढ़ाई में किसी तरह का व्यावधान आता है तो दो सेमेस्टर के बाद विद्यार्थी पीजी डिप्लोमा का हकदार होगा यानी दो वर्ष के पूरे चार सेमेस्टर पूरा करने पर पीजी डिग्री हासिल होगी।  
इसके बाद सातवे चरण में इसके बाद सीधे पीएचडी होगी।  

यूजीसी उत्साह और प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस लांच करेगा

इसी समय यह भी जानकारी दी गई कि यूजीसी 17 मई को दो नए पोर्टल लांच करेगा जिनके नाम क्रमशः उत्साह और प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस होंगे। उत्साह पोर्टल से उच्च शिक्षा में नई शिक्षा नीति के तहत लागू की गई पहलों और सुधारों पर नज़र रखी जा सकेगी। इसमें छात्रों के सीखने से हुए लाभ पर भी ध्यान दिया जा सकेगा। इसमें उद्योंगों और संस्थाओं के गठजोड़ और अंतरराष्ट्रीयकरण आदि को भी जांचा परखा जा सकेगा। प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस की शुरूआत अनुभवी पेशेवरों को उच्च शिक्षण संस्थानों से जोड़ने के लिए ही की जा रही है। इस पोर्टल पर किसी भी क्षेत्र विशेष के प्रोफेशनल्स अपने को  अपने मोबाइल नम्बर औऱ ईमेल आईडी के साथ पंजीकृत करवा सकेंगे। यहां लॉग इन करके अपने अनुभव, विशेषज्ञता व स्थान के साथ डिटेल प्रोफाइल बना सकते हैं।