कार जो सड़क पर फर्राट भरती और नदी में तैरती है..
■ चीन 2046 में जी रहा है, इसकी तरक्की की रफ्तार देखते ही बनती हैं…..
• सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों का डाटा हासिल कर बनाई 5000 फर्जी कंपनियां | • 18000 घपले पकड़े गए पैन और आधार के जरिए | • उप्र, पंजाब से लेकर महाराष्ट्र तक धोकाधड़ी |
नई दिल्ली। सरकार ने टैक्स के लिए जो नई व्यवस्था जीएसटी लगा कर की है उसमें भी लोग सेंध लगाने लगे हैं। हाल में मुखौटा कंपनी बनाकर उनके जीएसटी पंजीयन के जरिए सरकार को 30 हजार करोड़ रुपये की चपत लगा दी गई है। इस तरह की शिकायत मिलने पर पिछले एक माह से चल रहे जांच अभियान में इस बात का खुलासा किया गया है। गोरखधंधे का यह रैकेट एक दो जगह नहीं बल्कि देश के 16 राज्यों में धड़ल्ले से चर रहा था। जांच में 16 हजार फर्जी जीएसटी पंजीकरण सामने आए हैं। करीब पांच हजार मुखौटा कंपनियों की पहचान की गई है।
दिलचस्प यह है कि इस रैकेट ने पीएम किसान , ग्रामीण रोजगार योजना व अन्य सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के लाभार्थियों के डाटा चोरी कर पहले उनका जीएसटी पंजीकरण कराया फिर बोगस कारोबार और फर्जी बिलों के जरिए जीएसटी के इनपुट टैक्स क्रेडिट का बेजा फायदा उठाकर कर चोरी को अंजाम दिया। इस मामले की जांच में पैन और आधार कार्ड के जरिए 18 हजार घपलों का भी पता चला है। सरकार ने वस्तु और सेवाकर (गुड्स एंड सर्विस टैक्स –जीएसटी) चोरी का पता लगाने के लिए 16 मई से दो माह का विशेष अभियान शुरू किया है।
पांच रिश्वत लेते पकड़े गए मध्यप्रदेश के जबलपुर में करीब दस घंटे की कार्रवाई में सीबीआई ने जीएसटी अधीक्षक समेत पांच लोगों को हिरासत में लिया है। ये सभी सात लाख रुपये की रिश्वत लेते पकड़े गए थे। दफ्तर के अलावा इन आरोपियों के घरों में छापेमारी की गई जहां से करीब 63 लाख रुपये नगद बरामद किये गए। |
■ चीन 2046 में जी रहा है, इसकी तरक्की की रफ्तार देखते ही बनती हैं…..
■ एनसीआर की तर्ज पर एससीआर बनाने में लग सकता है समय ■ एससीआर में रायपुर, नवा रायपुर, दुर्ग- भिलाई, कुम्हारी, चरौदा, आरंग, पाटन, खरोरा, तिल्दा अभनपुर होंगे शामिल
■ हमारे साझा सरोकार "निरंतर पहल" एक गम्भीर विमर्श की राष्ट्रीय मासिक पत्रिका है जो युवा चेतना और लोकजागरण के लिए प्रतिबद्ध है। शिक्षा, स्वास्थ्य, खेती और रोजगार इसके चार प्रमुख विषय हैं। इसके अलावा राजनीति, आर्थिकी, कला साहित्य और खेल - मनोरंजन इस पत्रिका अतिरिक्त आकर्षण हैं। पर्यावरण जैसा नाजुक और वैश्विक सरोकार इसकी प्रमुख प्रथमिकताओं में शामिल है। सुदीर्ध अनुभव वाले संपादकीय सहयोगियों के संपादन में पत्रिका बेहतर प्रतिसाद के साथ उत्तरोत्तर प्रगति के सोपान तय कर रही है। छह महीने की इस शिशु पत्रिका का अत्यंत सुरुचिपूर्ण वेब पोर्टल: "निरंतर पहल डॉट इन "सुधी पाठको को सौपते हुए अत्यंत खुशी हो रही है। संपादक समीर दीवान
Address
Raipur
Phone
+(91) 9893260359