कार जो सड़क पर फर्राट भरती और नदी में तैरती है..
■ चीन 2046 में जी रहा है, इसकी तरक्की की रफ्तार देखते ही बनती हैं…..
● अप्रैल में रिकार्ड बिजली उत्पादन,प्रदेश में पांच साल में पांच गुना
रायपुर। कोयले पर निर्भरता कम करते हुए अन्य स्रोतों से बिजली उत्पादन में आशातीत वृध्दि हुई है। यह पर्यावरण की चिंता कम करने की दिशा में अच्छी खबर है। देश में अक्षय ऊर्जा से बिजली उत्पादन बढ़ रहा है। सौर, पवन चक्की, लार्ज और स्मॉल हाइड्रो पावर प्लांट और बायोमास से बिजली उत्पादन पर जोर बढ़ रहा है। दो महीने पहले अप्रैल में देश में कुल बिजली उत्पादन में अक्षय ऊर्जा की हिस्सेदारी बढ़कर 17.25 प्रतिशत से भी अधिक हो गई है। इसी महीने 25404.11 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन अक्षय ऊर्जा के स्रोतों से ही हुआ।
बताया गया कि जून 2024 में एक दिन में सर्वाधिक 11 जून को 814.79 मिलियन यूनिट उत्पादन दर्ज किया गया था। अन्य दिनों में भी 700 से 785 का रेंज रहा था। छत्तीसगढ़ में पिछले पांच बर्षों में सौर और बायोमास बिजली उत्पादन में पांच गुना से अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। मार्च 2019 में 54.98 मिलियन बिजली बन रही थी 2024 में यही 240.49 मिलियन यूनिट हो गई। एक अनुमान के तहत इसके साल के अंत तक 300 मिलियन यूनिट तक पहुंच जाने की उम्मीद है।
देश में बिजली की मांग लगातार बढ़ रही है इसलिए उत्पादन बढ़ाने का दबाव भी सरकार पर है। पिछले तीन सालों के आंकड़े बताते हैं कि जनवरी 2021 में जहां कुल बिजली उत्पादन 107.387 बिलियन यूनिट था वह 136.21 बिलियन यूनिट पर पहुंच गया है।
पानी की क्षमता का पूरा उपयोग, सूर्य से अभी शुरुआत देश में खास खास नदियों के पानी से बिजली बनाने के लिए उनकी जलक्षमता का पूरा इस्तेमाल किया जा चुका है। विशेषज्ञों के अनुसार अब इन नदियों के जल से बिजली बनाने की क्षमता नहीं के बराबर ही रह गई है। इधर विकल्प के रास्ते खुले हुए हैं और सौर ऊर्जा का दोहन करने की बहुत संभावनाएं हैं। अब केन्द्र और राज्य सरकारों का पूरा ध्यान सौर ऊर्जा के दोहन से बिजली उत्पादन बढ़ाने पर है। आने वाले दिनों में सौर ऊर्जा से बनी हुई बिजली और सस्ती हो सकती है। जाहिर है ऐसे में इसका फायदा बिजली उपभोक्ताओं उद्योगों और घरेलू दोनों को होगा। | ||
| ||
वर्ष | माह | उत्पादन |
2019 | जुलाई | 16716.80 |
2020 | फरवरी | 11241.10 |
2021 | जुलाई | 18968.80 |
2022 | मई | 20883.01 |
2023 | अगस्त | 23572.97 |
2024 | अप्रैल | 26732.56 |
|
■ चीन 2046 में जी रहा है, इसकी तरक्की की रफ्तार देखते ही बनती हैं…..
■ एनसीआर की तर्ज पर एससीआर बनाने में लग सकता है समय ■ एससीआर में रायपुर, नवा रायपुर, दुर्ग- भिलाई, कुम्हारी, चरौदा, आरंग, पाटन, खरोरा, तिल्दा अभनपुर होंगे शामिल
■ हमारे साझा सरोकार "निरंतर पहल" एक गम्भीर विमर्श की राष्ट्रीय मासिक पत्रिका है जो युवा चेतना और लोकजागरण के लिए प्रतिबद्ध है। शिक्षा, स्वास्थ्य, खेती और रोजगार इसके चार प्रमुख विषय हैं। इसके अलावा राजनीति, आर्थिकी, कला साहित्य और खेल - मनोरंजन इस पत्रिका अतिरिक्त आकर्षण हैं। पर्यावरण जैसा नाजुक और वैश्विक सरोकार इसकी प्रमुख प्रथमिकताओं में शामिल है। सुदीर्ध अनुभव वाले संपादकीय सहयोगियों के संपादन में पत्रिका बेहतर प्रतिसाद के साथ उत्तरोत्तर प्रगति के सोपान तय कर रही है। छह महीने की इस शिशु पत्रिका का अत्यंत सुरुचिपूर्ण वेब पोर्टल: "निरंतर पहल डॉट इन "सुधी पाठको को सौपते हुए अत्यंत खुशी हो रही है। संपादक समीर दीवान
Address
Raipur
Phone
+(91) 9893260359