• 28 Apr, 2025

Vandalism crossed the limits in Manipur

Vandalism crossed the limits in Manipur

  • गैंगरेप के बाद महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाया, 5 जिलों में कर्फ्यू, दोनों महिलाएं कुकी समुदाय से 

इंफाल। मई के मध्य से ही मणिपुर जल रहा है। इस छोटे से प्रदेश में मैतेयी और कुकी समुदाय में वर्चस्व की खूनी लड़ाई बेकाबू हो चुकी है और पिछले दो महीने से पूरा प्रदेश ही लगभग धू-धू कर जल रहा है। इसी बीच हिंसाग्रस्त मणिपुर में 19 जुलाई बुधवार को स्थिति इतनी बिगड़ गई कि फिऱ से कर्फ्यू लगा दिया गया।  घाटी के 5 जिलों इंफाल ईस्ट, वेस्ट, थोबाल, बिष्णुपुर  और काकचीन में पूर्ण कर्फ्यू लगाया गया है। 
      बताया गया है कि पहले सुबह पांच से शाम 6 बजे तक छूट दी जा रही थी। इस बार हिंसा फिर से बेकाबू होने के पीछे एक वीडियो के  वायरल होने को जिम्मेदार बताया जाता है। कहा जा रहा है कि यह वीडियो वैसे तो 4 मई का है जिसमें दो महिलाओं को बिना कपड़ों के घुमाया जा रहा है।दोनों महिलाएं कुकी जनजातीय समुदाय की बताय़ी जातीं हैं।  
  इंडियन ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ) का कहना है कि इनमें से एक महिला से गैंग रेप भी किया गया है।  फोरम ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए केन्द्र और राज्य सरकार से अपील की है।  आईटीएलएफ का कहना है कि उक्त वीडियो कांगपोकपी जिले का है। इधर कुकी समुदाय ने उक्त घटना के इस तरह संज्ञान में आने पर इसके विरोध में गुरुवार को चूड़ाचांदपुर में प्रदर्शन की चेतावनी दी है। वहीं कहा जा रहा है कि इतना सब हो जाने के बाद भी स्थानीय प्रशासन और पुलिस अब तक खामोश है।
  इस बीच केन्द्रीय महिला और बाल कल्याण मंत्री स्मृति ईरानी ने घटना को अमानवीय बताते हुए इसकी निंदा की है।  उन्होंने कहा कि मणिपुर के सीएम  बीरेन सिंह ने बताया कि उक्त घटना की जांच जारी है। कहा कि पीड़िताओं को न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयत्न किये जा रहे हैं। 

विपक्ष मणिपुर और मंहगाई पर हमलावर, सरकार ने कहा चर्चा के लिए तैयार...चुनावी राज्यों को मिल सकती है तरजीह
नई दिल्ली। बंगाल में चुनावी और मणिपुर में जारी जातीय हिंसा के बीच इस साल होने वाले पांच राज्यों के चुनाव से पहले संसद का मानसून सत्र शुरू हुआ है।  इसी बीच 38 दलों का समर्थन जुटा कर जहां भाजपा ने अपने एजेंडे पर आगे काम करने के संकेत दिए हैं। वहीं कुल 26 दलों की एकजुटता से लैसे इंडिया गठबंधन मणिपुर, मंहगाई और रोजगार जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी में है। 19 जुलाई को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक में 34 दलों के 44 नेताओं नें हिस्सा लिया । मानसून सत्र अभी 11 अगस्त तक चलना है तो ऐसे में इस दौरान 17 बैठकें होंगी।
 लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने मणिपुर में 80 दिनों से जारी हिंसा पर काम रोको प्रस्ताव लाकर चर्चा कराने की मांग रखी। वहीं संसदीय कार्यमंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि सभी दल मणिपुर पर चर्चा चाहते हैं जिस पर सरकार तैयार है। दरअसल आप और शिवसेना के उध्दव ठाकरे इसका समर्थन कर चुके हैं। एनडीए के एक नेता ने कहा दिल्ली के विधेयक पर अकाली दल, टीडीपी, टीआरएस, बीजद आदि तटस्थ रह सकते हैं।  वोटिंग हुई तो समर्थन कर सकते हैं। ऐसे में चुनाव तक इन तीनों दलों के एनडीए में जाने की राह बन सकती है। 
कहा जा रहा है कि सरकार उन राज्यों को चर्चा और विधेयक के जरिये साधने की कोशिश कर सकती है, जहां इस साल चुनाव होने हैं। प्रश्नकाल, अल्पकालिक चर्चा  या ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिये मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मणिपुर के मुद्दों को उठाया जाएगा। तेलंगाना, छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले और भ्रष्टाचार   फिर राजस्थान में महिला उत्पीड़न और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों को सत्ता पक्ष की तरफ से उठाने की योजना है। ताकि इन राज्यों में चुनाव से पहले सरकार आक्रामक मुद्रा में दिखाई दे और प्रदेशों में सुरक्षात्मक रवैया अपनाने पर जोर हो।