नीति की सराहना, आक्रामक नीति से बैकफुट पर जा रहे नक्सली…
● बैठक- केन्द्रीय गृहमंत्री शाह ने सीएम साय की रणनीति को सराहा ● मंत्री शाह की अपील भटके युवा मुख्यधारा में लौटें
● वर्ष 2018 में थे 852 तेंदुए, जो कम होकर 2022 में रह गए केवल 722 ● एटीसीए ने जारी की गणना रिपोर्ट
रायपुर। छत्तीसगढ़ में वन्य प्राणियों की तेजी से कम होती संख्या पर चिंता जाहिर की गई है। पिछले चार साल में 130 तेंदुए कम हो गए हैं। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण - नेशनल टाइगर कंजरवेशन अथॉरिटी
(एनटीसीए) की गणना रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। एनटीसीए ने 2018 में प्रदेश में कुल 852 तेंदुए की उपस्थिति दर्ज की थी और वर्ष 2022 की गणना में यहां तेंदुए की संख्या घटकर 722 रह गई है। प्रदेश का वन विभाग दावा करता रहा है कि तेंदुए की आबादी बढ़ी है। पिछले दिनों वन विभाग की एक विज्ञप्ति में बताया गया कि बारनवापारा अभ्यारण में 50 से अधिक तेंदुए हैं । एक तथ्य यह भी है कि तेंदुए का पड़ोसी राज्यों के जंगलों में भी आना-जाना लगा रहता है।
एनटीसीए की रिपोर्ट के अनुसार छत्तीसगढ़ के गुरुघासी दास नेशनल पार्क, तामोर पिंगला वाइल्ड लाइफ सेंक्चुर और अचानकमार टाइगर रिजर्व के बाहर तेंदुए की आबादी अधिक है। प्रदेश के 55 हजार 717 वर्ग किमी जंगल क्षेत्र में तेंदुए की उपस्थिति की पड़ताल की गई। जंगलों में गणना के दौरान तेंदुए के कुल 9855 पद चिन्ह पाए गए। तेंदुए की गणना के लिए पूरी तरह से वैज्ञानिक पध्दति उपयोग में लाई गई। गणना के लिए कैमरा ट्रैपिंग और आवास विश्लेषण भी किया गया है। गणना के दौरान तेंदुए का नमूना नहीं लिया गया है। इसके साथ ही शिकार के अवशेष और शिकार में वृध्दि का अनुमान लगाने के लिए पैदल सर्वे भी किया गया था।
रिपोर्ट के मुताबिक छत्तीसगढ़ में तीनों ही टाइगर रिजर्व अचानकमार, इंद्रावती और उदंती सीतानदी में रिजर्व के भीतर क्रमश 76, 3 और 28 तेंदुए मिले। जबकि अचानकमार क्षेत्र में रिजर्व के बाहर 108, इंद्रावती में 3 और उदंती सीतानदी में 52 तेंदुए पाए गए।
इएनटीसीए की रिपोर्ट पर गौर करें तो भारत में 13 हजार 874 तेंदुए होने का अनुमान किया गया है। देश में सर्वाधिक तेंदुए मध्यप्रदेश में पाये गए हैं जहां इनकी आबादी 3907 है। इसके अलावा महाराष्ट्र में 1985, कर्नाटक में 1879 और तमिलनाडु में 1070 तेंदुए पाये गए हैं। आंध्रप्रदेश में श्रीशैलम स्थित नागार्जुन सागर और मध्यप्रदेश के पन्ना और सतपुड़ा पर्वत श्रृंखला में तेंदुए की तादात अधिक है।
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■ बंधन नहीं , नक्सली जहां मिलें वहां मारें - सुंदरराज
■ छत्तीसगढ़ हरित शिखर सम्मेलन का किया उद्घाटन, ■ पर्यावरणीय संकट से निबटने में समान रूप से सहभागिता ■ छत्तीसगढ़ ने पूरा किया 4 लाख पेड़ लगाने का लक्ष्य ■ जलवायु परिवर्तन से निबटने छग में हो रहा बेहतर काम
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