• 28 Apr, 2025

सार समाचार सितंबर 2024

सार समाचार सितंबर 2024

(1) बांग्लादेश - हिंदू व अल्पसंख्यक समुदाय के शिक्षकों से जबरन ले लिया इस्तीफा 

ढाका। बांग्लादेश में पांच अगस्त को शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद से अब तक हिंदू व अल्पसंख्यक समुदायों के 49 शिक्षकों का जबरन इस्तीफा ले लिया गया है। बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद हिंदुओं और अल्पसंख्यकों पर लगातार हमले हुए थे। बांग्लादे हिंदू, बौध्द, ईसाई ओइक्य( एकता) परिषद की छात्र इकाई बांग्लादेश छात्र ओइक्य मंच के संयोजक संजीब सरकारर ने कि हसीना के पद से हटने और उनके देश से चले जाने के बाद कई दिन तक जारी हिंसा के दौरान हिंदुओं समेत कई अल्पसंख्यक शिक्षकों  के साथ मारपीट की घटनाएं सामने आई हैं। उत्पीड़न से बचने के लिए कम से कम 49 शिक्षकों ने अपने अपने इस्तीफे सौप दिये। ऐसा करने के लिए उन्हें मजबूर किया जा रहा था।

     संजीब सरकार के हवाले से स्थानीय अखबार द डैली ने बताया कि 49 में से 19 शिक्षकों को फिर से बहाल कर दिया गया है। हालांकि अब भी इनमें से 30 अब भी इस्तीफे की स्थिति में ही हैंं । उन्हें नहीं पता अब उनका क्या  होगा। बांग्लादेश में सरकार विरोधी प्रदर्शन के कारण शेख हसीना को 5 अगस्त को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।

  • सुधारों का खाका पेश करेंगे यूनुस

बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुन सभी राजनीतित दलों से परामर्श के बाद सत्ता हस्तांतरण सहित सुधारों को लेकर व्यापक खाका पेश करेंगे। यूनुस के विशेष सहायक महफूज आलम ने बताया कि यूनुस ने दलों से बात की है। कुछ नेताओं ने संविधान में सुधार लाने के सुझाव भी दिए हैं। यूनुस ने भरोसा दिलाया है कि सुधारों और स्थायी बदलाव पर राष्ट्रीय सहमति बनाई जाएगी। हालांकि उन्होंने सुधारों के लिए समय सीमा नहींं बतायी।


(2) पं बंगाल फिर शर्मसार, अस्पतालों में नर्सों बच्ची से छेड़छाड़ उत्तर 24 परगना व नादिया में नाबालिकों का यौन शोषण 

कोलकाता ।  महिलाओं और बच्चियों के खिलाफ यौन शोषण को लेकर पं बंगाल एक बार फिर शर्मसार हुआ है। आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में जूनियर डॉक्टर से दुष्कर्म और उसकी हत्या के बाद मचे बवाल के बीच  पं बंगाल में रविवार एक सितंबर को ही यौन उत्पीड़न के  ही चार मामले फिर सामने आए हैं। इनमें से दो अलग अलग अस्पतालों में एक नर्स और बच्ची से छेड़छाड़ की गई जबकि दो अन्य जगहों पर भी ऐसी ही घटनाएं हुई हैं।

  पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वहीं इससे पहले हुई जूनियर डॉक्टर के साथ हुए यौन शोषण और हत्या के बाद उसके लिए न्याय की मांग को लेकर कौलकाता में जगह जगह रैलियां निकाली गईं और प्रदर्शन हुए। इसमें फिल्म निदेशक अपर्णा सेन समेत बंगाल फिल्म उद्योग की अनेक हस्तियांं शामिल हुईं।

    बीरभूम जिले के इलमबाजार इलाके अस्पताल में रात की ड्यूटी कर रही नर्स के साथ छे़ड़छाड़ की गई। बुखार से पीड़ित शेख अब्बासुद्दीन अस्पताल में भर्ती था जब उसे नर्स देखने गई तो उसने उससे छेड़छाड़ की । पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। घटना को लेकर यहां के स्वास्थ्य कर्मियों ने विरोध प्रदर्शन किया और सुरक्षा की मांग की। वहीं कोलकाता से सटे हावड़ा के सरकारी अस्पताल में 31 अगस्त शनिवार रात लैब टेक्निशियन ने सीटी स्कैन कराने गई 12 साल की बच्ची से छेड़खानी की । बंगाल में लगातार हो रही इस तरह की घटनाओं से लोगों में आक्रोश है , इस मामले में भी सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया गया। 

(3) किसानों की आय में सुधार के लिए 14 हजार करोड़ की सात योजनाएं मंजूर 

नई दिल्ली।  केन्द्रीय कैबिनेट ने किसानों की आय में सुधार के लिए कृषि और इससे जुड़े क्षेत्रों के लिए 14  हजार करोड़ रुपये की सात बड़ी योजनाओं को मंजूूरी दी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद केन्द्रीय मंत्री अश्विनी वैष्ण ने बताया कि 2817 करोड़ रुपये का डिजिटल कृषि मिशन और 3979 करोड़ रुपये की फसल विज्ञान योजना शामिल है, बताया गया कि फसल विज्ञान मेंं खाद्य व पोषण सुरक्षा कार्यक्रम रहेंगे। इससे 2047 तक जलवायु के अनुरूप फसल  विज्ञान और खाद्य सुरक्षा प्रोग्राम के लिए 6 प्वाइंट्स बने हैं। डिजिटल कृषि मिशन में एग्री टेक कृषि निर्णय सहायता प्रणाली विकसित की जाएगी। इसके अलावा 2291 करोड़ रुपये कृषि प्रबंधन और सामाजिक विज्ञापन पर खर्च होंगे। 

(4) ईपीएफओ पेंशनभोगी देश के किसी भी बैंक से ले सकेंगे पेंशन

नई दिल्ली।  केन्द्रीय श्रम मंत्री मनसुख मावड़िया ने बुधवार 4 सितंबर को कहा कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) की पेंशन योजना के दायरे में आने वाले पेंशनभोगी जनवरी से किसी भी बैंक और उसकी शाखा से पेंशन ले सकेंगे। श्रम मंत्रालय ने बयान में कहा कि मांडविया ने कर्मचारी पेंशन योजना

(ईपीएस) 1995 के लिए एक केन्द्रीकृत पेंशन भुगतान प्रणाली के प्रस्ताव के मंजूरी दे दी है। वह ईपीएफ के शीर्ष निर्णय लेने वाले निकाय केन्द्रीय न्यासी बोर्ड के चेयरपर्सन भी हैं।

मंत्री ने कहा, सीपीपीएस की मंजूरी ईपीएफओ के आधुनिकीकरण की दिशा में मील का पत्थर  है। इसके तहत देश के पेंशनधारक देश में कहीं भी , किसी भी बैंक की किसी भी शाखा से अपनी पेंशन प्राप्त कर सकेंगे। यह पहले लंबे समय से चली आ रही पेंशनधारकों की समस्याओं का समाधान करती हैं। यह व्यवस्था

एक निर्बाध और कुशल वितरण प्रणाली सुनिश्चचित करती है। यह ईपीएफओ को अपने सदस्योंं और पेंशनधारकों की जरूरतों बेहतर ढंग से पूरा करने के लिए अधिक मजबूत, उत्तरदायी और तकनीक  सक्षम संगठन में बदलने के हमारे प्रयासों की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

(5) अपने वेतन से लगवाया एलईडी स्क्रीन व प्रोजेक्टर, पढ़ाई हुई आसान

राजनांदगांव । यह प्रतिबध्दता की मिसाल है कि शिक्षिका ने स्वयं के वेतन से बच्चों को ठीक तरह से पढ़ाने की व्यवस्था करने के लिए उपकरण जुटाए । राजनांदगांव शहर की पूर्व माध्यमिक शाला बघेरा में एलबी शिक्षक के रूप में पदस्थ मधुलिका विश्वकर्मा बच्चों को आधुनिक शिक्षा से जोड़ने में विशेष योगदान करने के लिए पहचानी जाती हैं। प्रतिबध्दता ऐसी कि इसके लिए उन्होंने सरकारी मदद का भी इंतजार नहीं किया बल्कि अपने वेतन के पैसों से ही स्कूल में एलईडी स्क्रीन और प्रोजेक्टर लगवाया है जिनके माध्यम से बच्चों को बेहतर शिक्षा दी जा रही है। इसके बाद उन्होंने स्कूल में साइंस की पढ़ाई को आसान बनाने के लिए 150 टीएलएम ( टीचिंग लर्निंग मटेरियल) कॉर्नर का निर्माण करवाया है। इसकी सहायता से कक्षा में अध्यापन करना अपेक्षाकृत आसान हो जाता है। नावाचार के जरिए शिक्षा को सरल बनाने के लिए भी वे लगातार काम कर रहीं हैं। इसके लिए उन्हें ज्ञानदीप पुरस्कार से सम्मानित भी की जा चुकी हैं।

विगत 14 वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ी मधुलिका ने बताया कि गांव में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए उनके द्वारा नित नए प्रयोग किये जा रहे हैं। निजी शालाओं की तर्ज पर शासकीय शालाओं के बच्चों को आधुनिक शिक्षा का लाभ मिल सके इसके लिए उन्होंने स्वयं के व्यय से स्कूल में एलईडी और प्रोजेक्टर की व्यवस्था की है। बच्चों के लिए साइंस टीएलएम का कॉर्नर का निर्माण कराया है जिनकी सहायता से कक्षाओं में अध्ययन अध्यापन का काम अब आसान तरीके से कराया जा रहा है।  

( 6 ) टीबी से डेंगू तक इस साल 8 टीकों के परीक्षण को मंजूरी…

नई दिल्ली। कोराना महामारी में बेहतर प्रबंधन से सफलता के बाद केन्द्र सरकारर ने अब टीका विज्ञान से अन्य संक्रामक रोगों से भी निबटने का फैसला किया है। सरकार की इसी टीका नीति के तहत इस साल 8 नए टीकों के परीक्षण को मंजूरी मिली है जिसमें टीबी से लेकर डेंगू संक्रमण तक शामिल हैं।

8 में से चार तो ऐसे टीके हैंं जिनका परीक्षण लगभग अंतिम चरण में पहुंच गया है। इसके पूरा होने के बाद देशभर में करोड़ों प्रभावितों को इनका लाभ मिलने लगेगा। इनमें निमोनिया और आरएसवी जैसे वायरस के खिलाफ टीके भी शामिल हैं। विशेषज्ञों के अनुसार अनुमान है कि अगले एक से दो साल में ये सभी परीक्षण पूरे हो जाएंगे।

केन्द्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ( सीडीएससीओ) ने सरकार के साथ साझा रिपोर्ट में बताया है इस साल जनवरी से लेकर अगस्त माह के बीच कुल 6 फार्मास्यूटिकल कंपनी को 8 अलग अलग टीकों पर परीक्षण की मंजूरी दी है। यह फैसला सरकार की 9 सदस्यीय विशेषज्ञ कार्य समिति (एसईसी) की सिफारिश पर  ही लिया गया ।

इन बीमारियों पर होगा वार–

हैदराबाद स्थित बायोलॉजिकल ई कंपनी को डिप्थेरिया , टिटनंस, पर्टुसिस (संपूर्ण कोशिका) हेपेटाइटिस -बी (आरडीएनएस) निष्क्रिय पोलियोमाइलाइटिस और हिमोफिलस इन्फ्लूएंजा प्रकार बी के टीके पर दूसरे चरण के परीक्षण की अनुमति दी गई है। इसी कंपनी को न्यूमोकोकल पोलीसेकंड्राइड का टीका बनाने की मंजूरी भी मिली है जो न्यूमोकोकल रोग से बचाव कर सकती है। यह बीमारी न्यूमोकोकल बैक्टीरिया से होती है जो फेफड़ों का संक्रमण है। इसी तरह सरकार ने पेनेसिया बायोटेक कंपनी को डेंगू रोधी टीका पर तीसरे चरण के परीक्षण की मंजूरी दी है। 

(7) इमरान के 50 हजार समर्थक पुलिस से भिड़े, कई घायल हुए

इस्लामाबाद।  पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रिहाई को लेकर रविवार 8 सितंबर देर रात जमकर बवाल हुआ। इमरान की सियासी पार्टी पीटीआई पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के लगभग 50 हजार कार्यकर्ता और समर्थक पुलिस से भिड़ गए। कार्यकर्ता इस्लामाबाद के मवेशी मैदान में सभा के लिए जा रहे थे लेकिन पुलिस ने एनओसी नहीं होने का हवाला देकर उन सभी को शहर के एंट्री गेट्स पर रोकने की कोशिश की तो इस्लामाबाद को छावनी में  तब्दील कर दिया गया। इससे गुस्साए पीटीआई कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर जमकर पत्थरबाजी की , पथराव में कई घायल भी हो गए।

    पुलिस ने बताया कि एएसपी इस्लामाबाद शोएब खान सहित दो दर्जन पुलिस कर्मी भी गंभीर रूप से घायल हुए। जवाब में पुलिस ने भी लाठियां बरसाईं और आसू गैस के गोले छोड़े। इमरान के समर्थकों ने अनेक स्थानों पर बैरिकैडिंग उखाड़़ दी। कार्यकर्ताओं ने बड़े-बड़े कंटेनर उलट दिये। हालात बेकाबू होते देख स्थानीय प्रशासन ने देर शाम रैली की इजाजत दे दी। रैली में शाहबाज सरकार को अल्टीमेटम दिया गया कि यदि 2 हफ्ते में इमरान को रिहा नहीं किया गया तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।  इससे पहले बताया गया था कि पाकिस्तान के चर्चित तोशखाना भ्रष्टाचार केस में इमरान खान पिछले 5 अगस्त से आडियाला जेल में सजा काट रहे हैं।