(1) बढ़ेगी की ताकत, 97 तेजस और 156 प्रचंड हेलिकॉप्टर खरीदेगी सेना
नई दिल्ली। भारत ने हाल ही में 2.23 लाख करोड़ रुपये की रक्षा अधिग्रहण परियोजना को मंजूरी दी है। इसके तहत सशसत्र बलों की सैन्य क्षमता को बढ़ाने के लिए 97 तेजस हलके लड़ाकू विमान और 156 प्रचंड लड़ाकू हेलिकॉप्टर खरीदे जाएंगे। भातर तीन साल से अधिक समय से पूर्वी लदाख में कई बिंदुओं पर चीन के साथ तनाव की स्थिति में है। ऐसे में प्रचंड की खरीदी का फैसला अहम है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि 2.23 लाख करोड़ रुपये की कुल खरीद का 98 फीसदी घरेलू उद्योगों से होगा।
- चौथी पीढ़ी का विमान तेजस अत्याधुनिक क्षमताओं से लैस है-
- स्वदेश निर्मित चौथी पीढ़ी का हल्का लड़ाकू विमान तेजस एमके-1 ए महत्वपूर्ण परिचालन क्षमताओं वाला विमान है।
- अत्याधुनिक क्षमताओं से सज्जित यह विमान हवा से हवा में ईंधन भर सकने में भी सक्षम है।
- इसे हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स ने विकसित किया है।
48000 हजार करोड़ रुपये में 83 तेजस एम के -1 ए जेट खरीद के लिए दो साल पहले एचएएल में हुआ था सौदा.
- सुखोई -30 को विकसित करने की प्रारंभिक मंजूरी-
एचएएल से स्वदेशी तौर पर सुखोई -30 एमकेआई विमान के उन्नयन के लिए मंजूरी दी गई। मंत्रालय ने कहा कि इससे वायुसेना को भारी ताकत मिलेगी। घरेलू रक्षा उद्योगों से अधिग्रहण स्वदेशी क्षमता नई उंचाई पर पंहुचेगी। साथ ही विदेशी उपकरण निर्माताओं पर निर्भरता भी कम हो जाएगी।
(2) पन्नू की हत्या की सुपारी देने वाला भारतीय गिरफ्तार
अमेरिका का आरोप , साजिश में एक भारतीय सरकारी अधिकारी भी शामिल
न्यूयार्क । अमेरिका में संघीय अभियोजकों ने एक भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता (52) पर एक सिख अलगाववादी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश में शामिल होने का बुधवार 29 नवंबर को आरोप लगाया । अभियोजकों ने कहा कि चेक गणराज्य के अधिकारियों ने अमेरिका और चेक गणराज्य के बीच द्विपक्षीय प्रत्यर्पण संधि के तहत 30 जून 2023 को गुप्ता को गिरफ्तार किया और हिरासत में ले लिया । यह तत्काल स्पष्ट नहीं हो पाया है कि गुप्ता को कब अमेरिका प्रत्यपर्ण किया जा सकता है। अदालत में संघीय एजेंसी ने आरोप लगाया है कि इस साजिश में एक भारतीय सरकारी अधिकारी भी शामिल है। जिसने इस काम के लिए गुप्ता का चयन किया था।
- अमेरिका ने दो अधिकारी भारत भेजे-अमेरिका ने देश में इस साल एक सिख चरमपंथी नेता की हत्या की कथित साजिश की जांच और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई के वास्ते दबाव डालने के उद्देश्य से अपने दो शीर्ष खुफिया अफसरों को भारत भेजा है। इस मुद्दे को राष्ट्रपति जो बाइडन और सीआईए निदेशक विलियम जे बर्न्स सहित शीर्ष नेतृत्व द्वारा उठाया गया है। उन्होंने भारत से इसके लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराने की मांग की है।
(3 ) अरुणाचल में सबसे उम्दा संतरा पैदाकरने वाले इलाके में इस बार सूखा..
डम्बुक ( अरुणाचल प्रदेश)। अरुणाचल का डम्बुक गांव संतरों की खास किस्म की पैदावार के लिए जाना जाता है पर इस बार इसके इन पैदावार वाले इलाकों से मीठे रसभरे संतरों की महक नदारत है। दो साल पहले तक डम्बुक दुनियाभर मे 50 से 60 टन बेस्ट क्वालिटी संतरों का निर्यात किया करता था पर इस बार बागीचों में इनके पेड़ों की पत्तियां समय से पहले ही पीली पड़ गईं । इनमें फल नहीं आ रहे और जो थोड़े से आए भी थे वे सब पकने से पहले ही गिर गए।
अरुणाचल एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड के सीईओ ओकिट पालिंग ने भी माना कि इस बार डम्बुक में खास किस्म के संतरे न के बराबर ही हैं। 33 एकड़ के रकबे के अपने दो बागीचों में पिछल 7 साल से संतरे उगा रहे बुदी पोर्टिन इसकी वजह ग्लोबल वार्मिंग को बताते हैं जिसकी वजह से देशभर का पर्यावरणीय संतुलन बिगड़ गया है। वे कहते है इस बार पड़ी भयंकर गर्मी और जरूरत से कम पड़ी बारिश ने जमीन की उर्वरा ताकत ही छीन ली।
(4 )- भारतीय मेडिकल छात्रों का नया ठिकाना उजबेकिस्तान
- 93 साल पुराने समरकंद विवि में इस बार 3000 छात्रों ने लिया दाखिला
समरकंद ( उजबेकिस्तान) । उजबेकिस्तान की समरकंद यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने वाले भारतीय मेडिकल छात्रों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। बताया गया है कि 93 साल पुराने इस विश्वविद्यालय में 2021 तक भारतीय छात्रों की संख्या बमुश्किल 100 से 150 तक हुआ करती थी लेकिन यह आंकड़ा 2023 में 3000 से ऊपर तक पहुंच गया है। कहा जा रहा है कि यह बदलाव जंग के कारण यूक्रेन के संस्थानों के दरवाजे बंद होने के कारण आया है।
रूस-यूक्रेन युध्द के कारण बड़ी संख्या में भारतीय मेडिकल छात्रों को यूक्रेन छोड़कर लौटना पड़ा था और उनके पास अपना कोर्स आगे जारी रखने का कोई रास्ता नहीं बचा था। तब स्थिति को देखते हुए समरकंद यूनिवर्सिटी ने ही उनके लिए अपने दरवाजे खोले और करीब 1000 एक हजार छात्रों को समायोजित किया। स्टेट समरकंद मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ जफर अमीनोव ने बताया भारतीय छात्रों की संख्या तेजी से बढ़ रही है और हम सुनिश्चित करने में जुटे हैं यह ट्रेंड इसी तरह बना रहे। हमारी भरसक कोशिश है कि छात्रों को किसी भी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े। यहां भारतीय शिक्षकों को भी बुलाया गया है।
- छह साल का कोर्स लेकिन पढ़ाई सस्ती-
भारत में साढ़े पांच साल के कोर्स की तुलना में उजबेकिस्तान में मेडिकल एमबीबीएस का कोर्स छह साल का है। यहां शिक्षण का माध्यम अंग्रेजी है और माहौल भी शांतिपूर्ण है। यहां व्यावहारिक ज्ञान के मामले में भी पूरा ध्यान दिया जाता है। यहां विशेष बात यह है कि मेडिकल की पढ़ाई यहां अपेक्षाकृत ज्यादा सस्ती है। इन सुविधाओं को देखते हुए इधर और भारतीय छात्रों का रुझान बढ़ने के आसार हैं।
(5 ) सोना 65,350 रुपये के सर्वोच्च शिखर पर
- सारे रिकॉर्ड टूटे, वैश्विक स्तर पर आई तेजी के साथ बना नया रिकार्ड ( सोना का फोटो लगा लीजिएगा)
- चांदी की कीमत भी अब तक के सबसे महंगे स्तर पर पहुंची
रायपुर। सोना साल के आखिरी महीने के पहले हफ्ते की शुरुआत में ही शनिवार 2 दिसंबर को अब तक के सर्वोच्च शिखर पर पहुंच गया है। कुल 850 रुपये की तेजी के साथ सोना स्टैंडर्ड 24 कैरेट 65, 350 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। इसी के साथ चांदी की कीमतें भी अब तक के सबसे महंगे स्तर पर पहुंच गया है। ठीक इसी दिन सोने के तेवर के साथ चांदी के भाव 78,800 रुपये किलो के रिकार्ड स्तर पर पहुंच गया है। वैश्विक स्तर पर आ रही एकतरफा तेजी और देश की वैवाहिक डिमांड ने मूल्यवान धातुओं को अब तक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचाया है। अमरीकी फैडेरल बैंक द्वारा लगातार बढ़ती जा रही ब्याज दर को स्थिर कर दिया गया है।
दूसरी ओर अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में यह संभावना भी बतायी जा रही है कि अमरीकी फैडेरल बैंक ब्याज दरों में कमी भी कर सकता है। इस परिस्थिति के चलते निवेशकों ने सुरक्षित निवेश मानकर सोना-चांदी की खरीददारी शुरू कर दी है जिससे निवेशकों की अच्छी मांग से ही सोना-चांदी के भाव लगातार बढ़ते जा रहे हैं। सराफा बाजार में सोना शुक्रवार 30 नबंबर को 64600 रुपये के रिकॉर्ड को छूने के बाद इसी दिन 64,500 पर आ गया । ठीक एक दिन बाद शनिवार 2 दिसंबर को इसकी कीमत में एकतरफा 850 रुपये प्रति दस ग्राम का उछाल आया। और कीमत 65,350 रुपये की रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। इसी तरह 22 कैरेट 60,100 रुपये औऱ 20 कैरेट 54900 रुपये पर कारोबार कर रहा था।
- चांदी 800 रुपये और बढ़ी-
चांदी की कीमते गुरुवार 30 नवंबर को 78000 रुपये प्रति किलोग्राम थी इसी दिन अंतरराष्ट्रीय बाजार के समर्थन से आए 800 रुपये के सुधार के साथ चांदी के भाव 78,800 रुपये तक पहुंच गया। बाजार के मुताबिक अब तक चांदी का यह सर्वाधिक महंगा स्तर है।
(6) भारत में मलेरिया के मामले घटे, वैश्विक स्तर पर बढ़े
- विश्व स्वास्थ्य संगठन को अफ्रीका में लांच हो रही दुनिया की पहली मलेरिया वैक्सीन से काफी उम्मीदें, जलवायु परिवर्तन बना चुनौती
नई दिल्ली। मलेरिया से हो रही मौतों को घटाना पूरी दुनिया में चिंता का विषय बना हुआ है। 2019 तक दुनियाभर में मलेरिया का फैला घट रहा था लेकिन कोविड महामारी के दौरान फिर से बढ़ने लगा था। वैश्विक स्तर पर वही दौर अभी भी जारी है किन्तु अच्छी बात ये है कि भारत में मलेरिया धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि दुनिया मलेरिया के खिलाफ लड़ाई में कोविड -19 महामारी के दौरान आई चुनौती से अभी भी जूझ रही है और जलवायु परिवर्तन भी इस लड़ाई को और मुश्किल बना रहा है। स्वाथ्य संगठन को अफ्रीका में दुनिया की पहली वैक्सीन शुरू करने को लेकर काफी उम्मीदें हैं। इसका पायलट सफल भी रहा था तो इसी से और उम्मीदें बंध गईं हैं। संगठन ने वैक्सीन ( आर 21 ) को भी मंजूरी दे दी है।
संगठन की विश्व मलेरिया रिपोर्ट के मुताबिक 2022 में दुनिया में मलेरिया के 2419 करोड़ मामले दर्ज किये गए जो 2021 के मुकाबले 50 लाख ज्यादा थे। वहीं इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 6 लाख से ज्यादा रही। अब संगठन चेता रहा है कि जलवायु परिवर्तन मलेरिया के खिलाफ लडाई में एक बड़ा संकट बन रहा है।
- भारत में मलेरिया से मौतें 34 फीसदी कम हुईं--
पूरी दुनिया में कभी मलेरिया के सबसे ज्यादा मामलों के लिए बदनाम रहने वाले भारत में यह बीमारी धीरे-धीरे कमजोर होती नजर आ रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक 2022 में भारत में मलेरिया से सिर्फ 33 लाख मामले दर्ज किए गए और 5000 लोगों की मौत हुई। वर्ष 2021 के मुकाबल मामलों में 30 फीसदी और मौतों में 34 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई।