• 28 Apr, 2025

ओलिंपिक पदक विजेता पहलवान पुनिया ने लौटाया पद्मश्री

ओलिंपिक पदक विजेता पहलवान पुनिया ने लौटाया पद्मश्री

● बृजभूषण के विश्वस्त संजय सिंह के ड्ब्ल्यू एफ आई के प्रमुख बनने का विरोध ● चुनाव के बाद शीर्ष पहलवान साक्षी मलिक ने लिया था खेल से सन्यास- ● साक्षी -विनेश के आंसुओं के बाद लामबंद हुए पहलवान

नई दिल्ली। देश के खेल जगत में इन दिनों हलचल बढ़ गई है। खेल के पोलिटिक्स ने बहुत से शीर्ष खिलाड़ियों को हतोत्साहित कर दिया है। शुक्रवार 22 दिसंबर को टोक्यो ओलिंपिक के कांस्य पदक विजेता पहलवान बजरंग पूनिया ने भारतीय कुश्ती महासंघ (ड्ब्ल्यू एफ आई ) के चुनाव में बृजभूषण शरण सिंह के विश्वस्त संजय सिंह के अध्यक्ष बनने के विरोध में अपना पद्मश्री लौटा दिया।

   उल्लेखनीय है कि चुनाव के फैसले के तुरंत बाद ही साक्षी मलिक ने गुरुवार 21 दिसंबर को संजय को अध्यक्ष बनाने के विरोध में कुश्ती से संन्यास लेने की घोषणा कर दी थी। वह इसका ऐलान करते हुए रो पड़ी  थी। विनेश फोगाट भी इसी दिन प्रेस कांफ्रेंस में अपने  आंसु नहीं छिपा सकीं थीं।

  पुनिया ने एक्स पर एक दिन बाद बयान जारी कर कहा है कि मैं अपना पद्मश्री सम्मान प्रधानमंत्री को वापस लौटा रहा हूं। कहने के लिए यही मेरा एक पत्र है और यही मेरा बयान भी है। पत्र दिखाते हुए कहा कि -इस पत्र में उन्होंने बृजभूषण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन से लेकर उनके एक करीबी संजय सिंह के चुनाव जीतने तक तथा सरकार के एक करीबी से हुई बातचीत उनके आश्वासन के बारे में तफसील से बताया। और फिर अंत में पद्मश्री लौटाने की बात कही। ड्ब्ल्यू एफ आई के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण के करीबी संजय कुमार यहां हुए चुनाव में अध्यक्ष बने और उनके पैनल ने 15 में से 13 पदों में जीत हासिल की। 
    
     इस नतीजे से तीन शीर्ष पहलवान साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया को भारी निराशा हुई। इन सभी ने अपने अपने तरीके से इस निर्णय का विरोध भी जताया। इन सभी ने महासंघ में बदलाव लाने के लिए बहुत जोर भी लगाया था। इन शीर्ष पहलवानों ने साल के शुरू में बृजभूषण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी शुरू किया था , उन पर महिला पहलवानों के यौन शोषण का आरोप भी लगाया था, इतना ही नहीं यह मामला अभी अदालत में लंबित भी है।

  • पीएम मोदी को लिखा पूनिया ने विस्तृत पत्रः-
    पूनिया ने लिखा प्रधानमंत्री जी उम्मीद है आप स्वस्थ होंगे। आप देश की सेवा में व्यस्त होंगे। आप की इस व्यस्तता के बीच आपका ध्यान देश की कुश्ती की ओर दिलाना चाहता हूं। आपको पता होगा कि इस साल की शुरुआत में ही महिला पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाये थे। मैं भी उस आंदोलन में शामिल हो गया था।सरकार ने जब ठोस कार्रवाई की बात की तो आंदोलन रुक गया । 

फुटपाथ पर पद्मश्री रखकर वापस लौट आए पूनिया

  • सोशल मीडिया पर बजरंग पूनिया के पद्मश्री लौटाने का एक वीडियो वायरल हो  रहा है। यह वीडियो प्रधानमंत्री आवास से बाहर का बताया जा रहा है। इस वीडियो में बजरंग पूनिया पीएम आवास के सामने फुटपाथ पर ही साल 2019 में  उन्हें ससम्मान दिया गया पद्मश्री पुरस्कार रखकर वापस लौटते दिखाई दे रहे हैं। वहां मौजूद पुलिस अधिकारी उनसे ऐसा नहीं करने की अपील कर रहे हैं लेकिन बजरंग पद्मश्री रखकर वापस लौट जाते हैं।
  •  खेल मंत्रालय पुनिया को समझाने की कोशिश करेगा- खेल मंत्रालय के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि पद्मश्री लौटाना बजरंग पूनिया का निजी फैसला है। ड्ब्ल्यू एफ आई के चुनाव निष्पक्ष और लौकतांत्रिक तरीके से ही हुए हैं। मंत्रालय के सूत्रों का कहना  है कि वे श्री पूनिया से अपना पद्मश्री सरकार को लौटाने का फैसला वापस लेने की अपील करेंगे। 

विजेंदर सिंह भी हुए सक्रिय

इस मामले में फिर राजनीति शुरू  हो गई है। अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज और कांग्रेस नेता विजेंदर सिंह ने कहा खेल जगत पहलवान साक्षी मलिक के खेल से संन्यास लेने के फैसले से बहुत दुखी है। उन्होंने कहा कि हम हर खिलाड़ी, हर स्टेडियम
और हर अखाड़े में जाएंगे और उनसे महिला सुरक्षा, एथलीटों के रोजगार के बारे में बात करेंगे। हम उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर कल भी खड़े थे, आज भी खड़े हैं और कल भी खड़े रहेंगे।