तीरंदाजी में पहला गोल्ड
■ हरविंदर ने इतिहास रचा, भारत को पैरालिंपिक में चार गोल्ड
■ मैन्स जैवलिन में नवदीप ने गोल्ड जीता
पेरिस। शरीर का अंग खो देने के बाद भी हौसला बुलंद रखना आसान नहीं होता उस पर यदि कोई देश के लिए वर्षों संंघर्ष कर अंतरराष्ट्रीय स्तर के खेल स्पर्धा में मेडल जीतलाए तो उनके हौसले को सलाम है। पैरालिंपिक पेरिस में शनिवार 6 सितंबर को भारत ने एक गोल्ड और 2 ब्रांज (कांस्य) मेडल जीते। जैवलिन थ्रो की एफ -41 श्रेणी में नवदीप ने सिल्वर जीता था पर ईरानी एथलीट बेइत सायाह सादेग को अयोग्य घोषित किये जाने पर नवदीप को गोल्ड मेडल दिया गया। इस श्रेणी में भारत का यह पहला गोल्ड मेडल है। महिला एथलीट सिमरन शर्मा ने 200 मीटर में ब्रांज मेडल जीता। वहीं पुरुष शॉटपुट में होकातो सेमा ने ब्राँज जीता।
सन 2002 में होकातो सेमा असम रेजीमेंट में हवलदार थे। जम्मू-कश्मीर में आतंकी मुठभेड़ में बारुदी सुरंग विस्फोट में घुटने के नीचे से बांया पैर गवां दिया था। इससे विशेष फोर्स में शामिल होने का उनका सपना अधूरा रह गया। तब तो सभी ने सोचा कि सेमा का दुनिया अंधकारमय हो गई पर उन्होंने जीवन को नए सिरे से जीना शुरू किया। पुणे में सेना के पैरालिंपिक नोड में ट्रेनिंग ली और खुद को अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी के रूप में तराशा। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सेमा को पहला मेडल मोरक्को ग्रां प्री में 2022 में मिला ।
भारत के पेरिस ओलिंपिक में 29 मेडल हो गए हैं। भारत ने अपने श्रेष्ठ प्रदर्शन ( टोक्यो गेम्स में 19 मेडल ) को पहले ही पीछे छोड़ चुका है। वैसे भारत तेरहवीं बार पैरालिंपिक में हिस्सा ले रहा है और इसके खेल इतिहास में कुल 60 मेडल्स हैं। इनमें भी 29 मेडल्स यानी 48 फीसदी इसी बार आये हैं। पेरिस से पहले तक भारत के पैरालिंपिक में 31 मेडल थे।
■ हरविंदर ने इतिहास रचा, भारत को पैरालिंपिक में चार गोल्ड
■ रजत पदक विजेताओं को 2 करोड़ और कांस्य विजेता को मिलेगा 1 करोड़ रुपये.. ■ राज्य खेल अलंकरण समारोह में 506 खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया ■ वर्ष 2021-22 और 23 के पदक विजेताओं कोे ईनाम ■ खेल प्रशिक्षकों की नियुक्ति और विभाग में रिक्त पदों पर भर्ती होगी
■ ब्रिटेन को हराकर भारत हॉकी के सेमीफायनल में ■ शूट आउट में 4-2 से जीते, गोलकीपर श्रीजेश बने हीरो ■ चालीस मिनट तक दस खिलाड़ियों से खेले ■ लगातार दूसरे ओलिंपिक पदक से बस एक जीत दूर ■ टोक्यो में भारत ने 41 साल बाद हॉकी में जर्मनी को हरा ओलिंपिक पदक जीता था
■ हमारे साझा सरोकार "निरंतर पहल" एक गम्भीर विमर्श की राष्ट्रीय मासिक पत्रिका है जो युवा चेतना और लोकजागरण के लिए प्रतिबद्ध है। शिक्षा, स्वास्थ्य, खेती और रोजगार इसके चार प्रमुख विषय हैं। इसके अलावा राजनीति, आर्थिकी, कला साहित्य और खेल - मनोरंजन इस पत्रिका अतिरिक्त आकर्षण हैं। पर्यावरण जैसा नाजुक और वैश्विक सरोकार इसकी प्रमुख प्रथमिकताओं में शामिल है। सुदीर्ध अनुभव वाले संपादकीय सहयोगियों के संपादन में पत्रिका बेहतर प्रतिसाद के साथ उत्तरोत्तर प्रगति के सोपान तय कर रही है। छह महीने की इस शिशु पत्रिका का अत्यंत सुरुचिपूर्ण वेब पोर्टल: "निरंतर पहल डॉट इन "सुधी पाठको को सौपते हुए अत्यंत खुशी हो रही है। संपादक समीर दीवान
Address
Raipur
Phone
+(91) 9893260359