• 28 Apr, 2025

पेरिस ओलिंपिक

पेरिस ओलिंपिक

■ ब्रिटेन को हराकर भारत हॉकी के सेमीफायनल में ■ शूट आउट में 4-2 से जीते, गोलकीपर श्रीजेश बने हीरो ■ चालीस मिनट तक दस खिलाड़ियों से खेले ■ लगातार दूसरे ओलिंपिक पदक से बस एक जीत दूर ■ टोक्यो में भारत ने 41 साल बाद हॉकी में जर्मनी को हरा ओलिंपिक पदक जीता था

पेरिस । ओलिंपिक खेलों में अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट खेल रहे हॉकी के गोलकीपर पी आर बृजेश के बेहतरीन प्रदर्शन से भारत ओलिंपिक हॉकी के सेमीफायनल में पहुंच गया है। हरमनप्रीत की कप्तानी वाली टीम ने क्वार्टर फायनल के शूटआउट में ब्रिटेन को 4-2 से हराया। निर्धारित समय तक मुकाबला 1-1 से बराबरी पर था। जीत के हीरो रहे श्रीजेश ने तय समय में शानदार प्रदर्शन के बाद शूटआउट में दो बदलाव किये। अमित रोहिदास को रेड कार्ड दिखाने के बाद भारतीय टीम को लगभग 40 मिनट तक 10 ही खिलाड़ियों के साथ खेलना पड़ा था।    

  • 10 ही खिलाड़ियों के साथ खेलते हुए ब्रिटेन को 4-2 से पराजित किया
    अपना आखिरी टूर्नामेंट खेल रहे पी आर श्रीजेश एक बार फिर हॉकी की दीवार साबित हुए और लगभग 42 मिनट तक दस खिलाड़िय़ों के साथ खेलते हुए भारत ने ब्रिटेन को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हराकर पेरिस ओलिंपिक के सेमीफायनल में प्रवेश किया। इस पूरे खेल में भारतीय टीम की सुरक्षा पंक्ति  की तारीफ करनी होगी जिसमें 36 साल के जयश्री की अगुआई में जिसने ब्रिटेन के हर हमले का बचाव करते हुए उसे बढ़त नहीं बनाने दी। 
    ब्रिटेन ने पूरे खेल में 28 बार भारतीय गोल पर हमला बोला जिसमें सिर्फ एक ही गोल दाग पाए।  बाकी सभी कड़ी सुरक्षा पंक्ति ने नाकाम कर दिए।  निर्धारित समय तक मुकाबला 1-1 से बराबर रहने पर मुकाबला शूटआउट में चला गया। शूटआउट में भारत के लिए कप्तान हरमनप्रीत सिंह, सुखजीत सिंह, ललित उपाध्याय और राजकुमार पाल ने गोल दागे जबकि इंग्लैंड के जेम्स अलबेरी  और जॉक वालांस  ही गोल कर सके। कोनोर विलियमसन का निशाना चूका और फिलिप रोपर का शॉट श्रीजेश ने बचाया। भारत अब 6 अगस्त को होने वाले सेमीफायनल में जर्मनी और अर्जेंटीना के बीच होने वाले क्वार्टर फायनल में विजेता से खेलना है।
     
  • हमारे डिफेंस का यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था- हरमनप्रीत सिंह
    ब्रिटेन के खिलाफ दस खिलाड़ियों के साथ खेलने के बावजूद पेरिस ओलिंपिक के क्वॉर्टर फायनल में शूटआउट में जीत करने वाली भारतीय टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने रविवार को कहा कि डिफेंस का यह हमारा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। अनुभवी अमित रोहिदास को 18 वें मिनट में रेडकॉर्ड मिलने के बाद भारत को लगभग तीन क्वार्टर दस खिलाड़ियों के साथ ही खेलना पड़ा। पेरिस ओलिंपिक में अब तक सात गोल कर चुके हरमनप्रीत ने कहा कि हमारे पास अंतिम समय तक स्कोर बराबर करने के सिवा कोई विकल्प ही नहीं था। उन्होंने कहा कि हमने डिफेंस पर फोकस रखा और एक संतुलित संयोदन के साथ खेले। खिलाड़यों के बीच संवाद बहुत ही अच्छा था। टीम प्रयासों से यह जीत मिली है। उन्होंने यह भी कहा कि टीम को रेड कार्ड को भुलाकर आगे बढ़ना था और हम ऐसा करने में सफल भी रहे।
     
  • जीत देखकर पूर्व कप्तान धनराज के निकल पड़े आंसू
    नई दिलली। भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान धनराज पिल्लै भारतीय टीम की जीत के साथ ही भावुक हो गए। मेरे आंसु ही नहीं रुक रहे थे कई साल बाद इतनी अच्छी हॉकी देखी। अब मुझे यकीन हो गया है कि 44 साल बाद यह टीम हमें ओलिंपिक का स्वर्ण दिला सकती है। मेरी आंखों से आंसू बरबस बह निकले। सिडनी ओलिंपिक 2000 के बाद ऐसा मैच पहली बार देखा। श्रीजेश गोलपोस्ट के सामने दीवार की तरह खड़े थे और उन्होंने जितने बचाव किये वह किसी चमत्कार से कम नही था। धनराज ने कहा कि मेरे तो रौंगटे खड़े हो गए थे जब मैच देख रहा था। मैं तो इतना खुश हुआ कि शूटआउट में भारत के चौथे गोल के बाद जोर से चिल्लाने लगा था। लोग मुझे बोलने लगे अरे बिल्डिंग वाले बाहर निकल आएंगे, पर मैं इतना खुश था कि आपको बता नहीं सकता।