किसानों की आय बढ़ाने व खाद्य सुरक्षा के लिए एक लाख करोड़, रेल कर्मियों को बोनस
■ केन्द्रीय कैबिनेट के महत्वपूर्ण फैसले
2000 हेक्टेयर से ज्यादा में हो रही सिंचाई, प्रदेश के 28000 से ज्यादा छोटे बड़े नालों का किया जाएगा ट्रीटमेंट ,28 नालों का काम पूरा।
निरंतर पहल संवाददाता, रायपुर
प्र देश प्रदेश के विलुप्त हो चुके छोटे-बड़े नालों को छत्तीसगढ़ सरकार ने नया जीवन देने के लिए ‘नरवा विकास योजना’ की शुरुआत की है। इसके माध्यम से बरसाती नालों को पुनर्जीवित कर उनका संरक्षण किया जा रहा है ताकि पानी बह ना जाए और वाटर लेवल कम ना हो।
प्रदेश के 28248 छोटे बड़े नालों का उपचार करने के लिए उन्हें चिन्हित किया गया है। इनमें से 9541 नालों के उपचार एवं जल संरक्षण के लिए पंचायत द्वारा एक हज़ार करोड़ रूपये से अधिक के काम स्वीकृत किए गए हैं जबकि इनमें से 12.54 लाख की काम पूरे हो चुके हैं। वन क्षेत्रों में लगभग 8000 नरवा में से 6395 नरवा को उपचारित किया जा रहा है। जिसमें से 2785 नरवा का काम पूरा कर लिया गया है। नरवा विकास योजना के अंतर्गत अब तक 1289 .83 करोड़ रुपए में से अब तक 440.79 करोड रुपए खर्च हुए हैं। 33 लाख 98 हजार 522 नाला उपचार तथा 45790.84 हेक्टेयर क्षेत्र में उपचार संरचना पूर्ण हो चुका है। इसके अंतर्गत जंगलों में 223.10 हेक्टेयर में से 99226 पौधे लगाए गए हैं।
पटपर नरवा से रबी फसल के लिए मिल रहा पानी
प्रकरण - 1
राजनांदगांव का ठाकुर टोला गड़ा नरवा जिसे पटपर नरवा के नाम से भी जानते हैं ग्राम पंचायत और किसानों की मेहनत तथा मनरेगा से 48 लाख रुपये खर्च कर इस नाले को पुनर्जीवित किया गया है जिससे गांव के किसान 50 एकड़ में रबी की फसल ले रहे हैं ।
प्रकरण - 2
कोरिया मैं मनरेगा से 8474 संरचनाओं का निर्माण पूरा हो गया है। 572 किलोमीटर जल परिपथ को चिन्हित कर 306 किलोमीटर जल परिपथ को रिचार्ज किया जा रहा है। 38000 हेक्टेयर भूमि का संरक्षण किया गया है।
प्रकरण - 3
बेमेतरा के भुरकी से जेवरी तक 15 किलोमीटर लंबा करवा नाला को नया जीवनदान दिया गया है। इसमें फरवरी-मार्च तक पानी होने से रबी फसल में भी इसका उपयोग हो रहा है। वाटर लेवल बढ़ा और हरियाली भी बढ़ी है।
प्रकरण - 4
धरमजयगढ़ ने लेमरू परियोजना के अंतर्गत खरदावा नाला का ट्रीटमेंट किया गया है। नाला के कुल 2.64 किलोमीटर में 168 हेक्टेयर क्षेत्रफल का भूजल संरक्षण एवं मृदा क्षरण उपचार किया जा रहा है।
कुंआ का स्तर दशमलव 0.20 मीटर से लेकर 1.60 मीटर तक बढ़ा
छत्तीसगढ़ में नरवा विकास कार्यक्रम लगभग 3 साल पहले शुरू किया गया था। अभी 2477 नालों का उपचार किया जा रहा है। इसमें बरसाती नालों में पानी की रोकथाम के लिए 614 करोड़ रुपए के उपचार कार्य कराए गए हैं। इस में स्टॉपडेम, अरदन बोल्डर चेक, गली प्लग, ब्रशवुड जैसी संरचनाओं का निर्माण शामिल है। विभिन्न क्षेत्रों में सर्वे में यह बात सामने आई है कि कुओं के जलस्तर में 0.20 मीटर से लेकर 1.60 मीटर तक की बढ़ोतरी हुई है। बेमेतरा मनेंद्रगढ़ कुंडा गांव सुरबहार नरहरपुर भानुप्रतापपुर कि वह हैंडपंप का जलस्तर बढ़ गया है।
■ केन्द्रीय कैबिनेट के महत्वपूर्ण फैसले
● खाद्य तेल 13 दिन में 30 रुपये, प्याज 4 माह में 35 रुपये और आटा 6 महीने में 7 रुपये महंगे हो गए ● सरकार ने किसानों को राहत तो दी पर मुनाफाखोरों ने बाजार में दाम ज्यादा बढ़ाए इन्हे नहीं रोका..
■ हरेली छत्तीसगढ़ी लोक का सबसे लोकप्रिय और सबसे पहला त्यौहार है। ■ पर्यावरण को समर्पित यह त्यौहार छत्तीसगढ़ी लोगों का प्रकृति के प्रति प्रेम और समर्पण दर्शाता है।
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