कार जो सड़क पर फर्राट भरती और नदी में तैरती है..
■ चीन 2046 में जी रहा है, इसकी तरक्की की रफ्तार देखते ही बनती हैं…..
• हिजबुल्ला भी कूदा, हमास की साजिश अब अगवा लोगों को ढाल की तरह इस्तेमाल करेगा.... • एक भारतीय भी अगवा, कार से खींच कर ले गए आतंकी
यरुशलम। इजराइल और फिलस्तीन की लड़ाई जग जाहिर है पर ये खुलकर अक्टूबर के दूसरे हफ्ते में भयानक रूप से शुरू हो गई है। दोनों पक्ष इतने बर्बर हैं कि बच्चे बूढ़े औरतें तक नहीं बख्शी जा रही हैं। युध्द के उन्माद में तो खैर इसकी उम्मीद भी बेमानी है पर आम तौर पर इतने एहतियात की आशा तो रहती ही है। इधर फिलिस्तीनी आतंकी समूह हमास और इजराइल के बीच युध्द 8 अक्टूबर रविवार को दूसरे दिन जारी था। इजराइल ने गाजा पट्टी के हमासे के 426 ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया। इसके बाद इजराइल ने गाजा पट्टी से लगे 29 से अधिक क्षेत्रों को आतंकवादियों के कब्जे से मुक्त करा लिया।
हमास ने दूसरी ओर दावा किया है कि उसने इजराइल के 163 लोगों को अगवा कर लिया है। इसमें सैनिकों के साथ-साथ महिला, बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हैं। इन सभी को गाजा पट्टी से लगी सुरंगों में रखा गया है। कहा जा रहा है कि वह इन बंधकों का इस्तेमाल युध्द में मानव ढाल की तरह करेगा यानि जब इजराइल हमला करे तो उसके अपने लोग ही मारे जाएं।
आतंकी जिस महिला का शव ले गए वो जर्मन थी युध्द के पहले दिन शनिवार 7 अक्टूबर को जिस महिला के शव को हमास आतंकी पिकअप ट्रक से ले जाते दिखे थे उसकी पहचान हो गई है। शनि लोउग जर्मन की टैटू आर्टिस्ट थी और म्यूजिक फेस्टीवल में हिस्सा लेने आई थी। दूसरे दिन 8 अक्टूबर रविवार को मिस्र के पुलिसकर्मी ने इजराइल के दो पर्यटकों और एक स्थानीय व्यक्ति की गोली मार कर हत्या कर दी। हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों में कई विदेशी नागरिक भी हैं। थाईलैंड ने दावा किया है कि हमास ने उसके 11 नागरिकों को बंधक बना रखा है। हमास के हमले में प्रसिध्द इजराइली फुटबॉलर लॉइर ऑस्लीन भी मारे गए हैं। वे उस डेजर्ट रेव पार्टी में शामिल थे जिस पर हमास के पैराट्रूपर्स ने गोलियां बरसाईं थीं। |
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■ चीन 2046 में जी रहा है, इसकी तरक्की की रफ्तार देखते ही बनती हैं…..
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