आतंकी मुठभेड़ में पैर गंवाने के 22 साल बाद पैरालिंपिक में देश को दिलाया मेडल
■ मैन्स जैवलिन में नवदीप ने गोल्ड जीता
• एशियाडः पुरुष टीम मे 9 साल बाद जीता स्वर्ण पदक, पेरिस ओलिंपिक का टिकट पक्की
हांगझोऊ। भारत पहली बार आजादी के अमृककाल में एशियाई खेलों में पदकों का शतक पूरा करने जा रहा है। खेल के तेरहवें दिन भारत ने जापान को हराकर पुरुष हॉकी के स्वर्ण सहित कुल 9 पदक जीत लिए। 6 अक्टूबर शुक्रवार तक पदकों का स्टेटस ये था कि भारत ने कुल 95 पदक जीत लिए थे। बताते चलें कि सौ पदकों का लक्ष्य पूरा होना लगभग तय है क्योंकि छह तरह के खेलों में भारत की टीम फायनल तक पहुंच चुकी है।
6 अक्टूबर शुक्रवार पदकों के लिहाज से बहुत अच्छा दिन रहा जिसमें तीन कांस्य पदक भारत के हाथ आए। इसके अलावा तीरंदाजी में एक रजत, एक कांस्य, ब्रिज में रजत, बेडमिंटन में कांस्य। इसके साथ ही हॉकी में स्वर्ण पदक जीत कर भारत ने अगले साल पेरिस फ्रांस में होने वाले ओलिंपिक का टिकट पक्का कर लिया है।
भारत ने इससे पहले जकार्ता में हुए पिछले एशियाई खेलों में 70 पदक जीते थे। इस बार सौ पदकों का संकल्प लेकर भारतीय खिलाड़ी चीन रवाना हुए थे।
किरण और सोनम का पंच - कुश्ती में हरियाणा की बेटियों सोनम मलिक ने चीनी और किरण बिश्नोई ने मंगोलियाई पहलवान को हराकर कांस्य जीत लिया।
कई पदक ऐतिहासिक हैः-
टेबल टेनिस में सुतीर्था मुखर्जी और अयहिका मुखर्जी ने पहली बार कोई पदक दिलाया है। मेरठ की पारुल चौधरी का महिलाओं की 5000 मीटर में स्वर्ण यादगार। भाला फेंक में पहली बार नीरज चोपड़ा और किशोर जेना के रूप में दो भारतीय पदक-मंच पर पहुंचे। केनाइंग में रुड़की के अर्जुन सिंह और मणिपुर के सुनील सिंह का कांस्य और सेपटकारा में महिला टीम को भी कांसय हासिल हुआ।
| ये 7 पदक तो पक्के हैं—
|
■ मैन्स जैवलिन में नवदीप ने गोल्ड जीता
■ हरविंदर ने इतिहास रचा, भारत को पैरालिंपिक में चार गोल्ड
■ रजत पदक विजेताओं को 2 करोड़ और कांस्य विजेता को मिलेगा 1 करोड़ रुपये.. ■ राज्य खेल अलंकरण समारोह में 506 खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया ■ वर्ष 2021-22 और 23 के पदक विजेताओं कोे ईनाम ■ खेल प्रशिक्षकों की नियुक्ति और विभाग में रिक्त पदों पर भर्ती होगी
■ हमारे साझा सरोकार "निरंतर पहल" एक गम्भीर विमर्श की राष्ट्रीय मासिक पत्रिका है जो युवा चेतना और लोकजागरण के लिए प्रतिबद्ध है। शिक्षा, स्वास्थ्य, खेती और रोजगार इसके चार प्रमुख विषय हैं। इसके अलावा राजनीति, आर्थिकी, कला साहित्य और खेल - मनोरंजन इस पत्रिका अतिरिक्त आकर्षण हैं। पर्यावरण जैसा नाजुक और वैश्विक सरोकार इसकी प्रमुख प्रथमिकताओं में शामिल है। सुदीर्ध अनुभव वाले संपादकीय सहयोगियों के संपादन में पत्रिका बेहतर प्रतिसाद के साथ उत्तरोत्तर प्रगति के सोपान तय कर रही है। छह महीने की इस शिशु पत्रिका का अत्यंत सुरुचिपूर्ण वेब पोर्टल: "निरंतर पहल डॉट इन "सुधी पाठको को सौपते हुए अत्यंत खुशी हो रही है। संपादक समीर दीवान
Address
Raipur
Phone
+(91) 9893260359