• 28 Apr, 2025

भारत में 3500 साल पिछड़ों का ही राज रहा जिसका जितना हक वह उन्हें दिलाने का प्रयासः सीएम बघेल

पुणे. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को महात्मा ज्योतिबा फुले की 131 वीं जयंती के अवसर पर 28 नवंबर को महात्मा फुले समता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यहां के महात्मा फुले स्मारक समता भूमि में अखिल भारतीय महात्मा फुले समता परिषद द्वारा आयोजित समारोह में परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष छगन भुजबल ने फुले पगड़ी, मानद शाल, सम्मान निधि और स्मृति चिन्ह प्रदान कर श्री बघेल को महात्मा फुले समता पुरस्कार से सम्मानित किया। 
सीएम बघेल ने कहा कि भारत के साढ़े पांच हजार साल के इतिहास में साढ़े तीन हजार साल तो पिछड़ों का राज रहा, लेकिन अंग्रजों के शासनकाल में देश की अर्थ व्यवस्था छिन्न-भिन्न हो गई। ऐसे में महात्मा ज्योतिबा फुले ने समाज सुधार के माध्यम से समता मूलक समाज की स्थापना के लिए कार्य किया। वे सामाजिक क्रांति के अग्रणी नेता थे, तो राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी राजनीतिक क्रांति के अग्रणी समाज सुधारक थे। सीएम बघेल ने कहा कि हम इन्हीं नेताओं के बताए रास्तों पर चल कर छत्तीसगढ़ में सामाजिक न्याय की स्थापना के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने इस अवसर पर महाराष्ट्र की पुण्य भूमि को नमन करते हुए कहा कि यह भूमि महात्मा ज्योतिबा फुले, बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर सहित अनेक संत महात्माओं की वैचारिक और क्रांति भूमि रही है।   सीएम बघेल ने कहा एक समय था जब पूरी दुनिया के जीडीपी का 23 प्रतिशत हिस्सा हिन्दुस्तान का होता था। हिन्दुसात के पांच हजार साल के इतिहास में साढ़े तीन हजार साल तो यहां पिछड़ों का ही राज रहा। लोग खेती किसानी करते थे और हुनरमंद शिल्पकार और कारीगर शिल्पकारी और कारीगिरी करते थे।  प्राचीन काल में हिन्दुसतान का व्यापार देश-दुनिया में खूब फला फूला इसलिये यह सोने की चिड़िया कहलाया। यह स्थिति मुगल काल में भी रही लेकिन अंग्रेजों के समय यह व्यवस्था छिन्न-भिन्न हो गई। देश लूटा जा रहा था, खेती चौपट होने लगी, हुनरमंद लोगों के पास काम नहीं रहा। ऐसे में महात्मा ज्योतिबा फुले के रूप में एक ज्योति  सामने आई।  महात्मा गाँधी ने लोगों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए कुटीर उद्योगों पर जोर दिया। चरखा और तकली को हथियार बनाया। सीएम बघेल ने कहा बापू ने महात्मा फुले के काम को आगे बढ़ाया।

एसी एसटी की आबादी के अनुपात में मिले आरक्षण
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि आज अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जन जातियों को उनकी आबादी के अनुपात में कम आरक्षण मिल रहा है। इस विषय पर सब मौन हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में अन्य पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण दिलवाने के लिए राज्य सरकार द्वारा क्वांटिफायबल डाटा एकत्र किया जा रहा है जिसे बहुत जल्द उच्च न्याबयालय में प्रस्तुत किया जाएगा।

राज्य के योजनाओं की जानकारी दी
सीएम बघेल ने कहा नई सरकार के गठन के बाद बस्तर के लोहांडीगुड़ा में इस्पात संयंत्र लगाने के लिए 1700 किसानों से 4200 एकड़ अधिकृत की गई जमीन उन्हें लौटाई गई। किसानों को उनकी उपज की सही कीमत दिलाने के लिए समर्थन मूल्य पर खरीदी के साथ राजीव गाँधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत किसानों को इनपुट सब्सिडी दिलाने की शुरुआत की। इसी तरह गोधन न्याय योजना में दो रुपये किलो में गोबर खरीदकर गौठानों में स्व सहायता समूह द्वारा जैविक खाद का निर्माण किया जा रहा है। इससे हजारों महिलाओं को रोजगार मिला है अब तो गोबर से हम बिजली भी बना रहे हैं।