• 28 Apr, 2025

इलेक्टोरल बांड- चुनावी चंदे का पूरा सच बाहर

इलेक्टोरल बांड- चुनावी चंदे का पूरा सच बाहर

● स्टेट बैंक को देनी पड़ी पूरी जानकारी, मेघा ने भाजपा को 664 करोड़, कांग्रेस को 128 करोड़ रुपये चुनावी चंदे में दिए

नई दिल्ली । अति अपारदर्शी तरीके से इलेक्टोरल बांड के जरिए लिए जा रहे चुनावी चंदे को सुप्रीम कोर्ट ने जैसे ही असंवैधानिक करार दिया इस बांड के फरोख्त में शामिल बैंक एसबीआई को कोर्ट से सख्त निर्देश थे कि वो नियत समय के भीतर बांड खरीदने वालों के नाम और बांड की कीमत उजागर करे। कई तरह के बहाने बनाने के बाद भी एसबीआई को निजात नहीं मिली और अंततः उसे चुनावी चंदे का सच उजागर करना ही पड़ा।

     स्टेट बैंक ने गुरुवार 21 मार्च को इलेक्टोरल बांड से जुड़ा पूरा डेटा निर्वाचन आयोग के सुपुर्द कर दिया है। आयोग ने इसे सार्वजनिक भी कर दिया है और इसमें बैंक ने बांड का अल्फा न्यूमेरिक नंबर भी बताया है जिससे पता चल जाता है कि किस कंपनी ने किस सियासी दल को कितना चुनावी चंदा दिया।  नए डेटा से खुलासा हुआ है कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही बड़ी पार्टियों को एक ही कंपनी मेघा इंजीनियरिंग एंड इन्फ्रा  और उसकी सब्सिडियरी वेस्टर्न यूपी पॉवर ने चंदा दिया है। इसने भाजपा को 664 करोड़ और कांग्रेस को 128 करोड़ रुपए इलेक्टोरल बांड के जरिए चंदा दिए हैं। 
        
          इसी कंपनी ने केसीआर की भारत राष्ट्र समिति ( बीआरएस) को भी 390 करोड़ रुपए का चंदा दिया  है। कांग्रेस को दूसरा सबसे बड़ा चंदा वेदांता समूह ने दिया है। इसी तरह 542 करोड़ रुपये के चंदे के साथ फ्यूचर गेमिंग एंड होटल तृणमूल की सबसे बड़ी डोनर कंपनी रही है।

  • 623 करोड़ रुपये गोपनीय चंदे में मिले--

  बांड से 623 करोड़ रुपये पार्टियों को गोपनीय रूप से मिले हैं। इनमें 466.31 करोड़  रुपये भाजपा और कांग्रेस को 70.77 करोड़ रुपये मिले हैं। ये रकम अप्रैल 2019 की हैं तब कंपनियां गोपनीय चंदा दे सकती थीं।

  • यह डेटा नहीं -

इलेक्टोरल बांड की ताजी सूची में अप्रैल 2019 से फरवरी 2024  तक का डेटा है। इसमें मार्च 2018 से 1 एक अप्रैल 2019 तक का डेटा नहीं है।  इस दौरान 4002 करोड़ रुपयों के 9159  इलेक्टोरल बांड खरीदे गए थे। इसकी जानकारी के लिए सुप्रीम कोर्ट में अलग से याचिका लगाई गई है।

टॉप 3 पार्टियों को आधे से ज्यादा चंदा 10 कंपनियों  से - 

  • भाजपा को कुल 6060.51 करोड़ रुपये चंदे में मिले। इनमें भी 2288 करोड़ रुपयों का चंदा टॉप 10 कंपनियों ने ही दिए हैं।
  • कांग्रेस को 1421 करोड़ रुपये का चंदा मिला। इनमें भी 615 करोड़ रुपये का चंदा टॉप 10 कंपनियों से ही मिला  है।
  • टीएमसी को 1609 .53 करोड़ रुपये कुल मिले। शीर्ष 10 कंपनियों से ही 1160 करोड़ रुपये मिले। 

गिरफ्तारी के पांच दिन बाद ही अरबिंदो ने खरीदे थे बांड-- 

ईडी ने हैदराबाद की अरबिंदो फार्मा के निदेशकों में से एक पी शरथ रेड्डी को दिल्ली शराब घोटाले में 10 नवंबर 2022 को गिरफ्तार किया था। इसके पांच दिन बाद यानी 16 नवंबर को अरबिंदो फार्मा ने 5 करोड़ रुपये के बांड खरीदे। जून 2023 में शरथ शराब घोटाले में सरकारी गवाह बन गए थे। कंपनी ने चार साल में कुल 52 करोड़ रुपयों का चंदा किया।

लॉटरी  किंग सेंटियागो मार्टिन की फ्यूचर गेमिंग ने डीएमके को ( 509) करोड़ रुपये, वाईएसआर कांग्रेस को 160 करोड़ रुपये, भाजपा  सौ (100) करोड़ और कांग्रेस ( 50 ) करोड़ रुपये चंदा दिया । 

लॉटरी किंग ने भाजपा को 100 और कांग्रेस को 50 करोड़ दिया--

भाजपाकांग्रेसतृणमूल बीआरएस बीजद 
डोनरकुल राशि करोड़ मेंडोनरकुल राशि करोड़ मेंडोनरकुल राशि करोड़ मेंडोनरकुल राशि करोड़ मेंडोनरकुल राशि करोड़ में
मेघा इंजी664मेघा इंजी128फ्यूचर गेमिंग542मेघा इंजी390 करोड़एस्सेल माइनिंग174.5
क्विक सप्लाई चेन375वेदांता104हल्दिया एनर्जी281यशोदा हास्पिटल94जिंदल स्टील100
वेदांता226.65एमकेजे69.35धारीवाल इंफ्रा91चेन्नई ग्रीन वुड50उत्कल एल्युमिना60
भारती एयरटेल183यशोदा हास्पिटल64आईएफबी एग्रो42डॉ . रेड्डी32रुंगटा सन्स50
मदनलाल लि.175.5अवीज ट्रेडिंग53पीसीबीएल लि.40हेटेरो ड्रग्स30रश्मि सीमेंट लिमिडेट45