• 28 Apr, 2025

डॉक्टर कि पीएम रिपोर्ट में हैवानियत का खुलासा

डॉक्टर कि पीएम रिपोर्ट में हैवानियत का खुलासा

• दिल दहल जाए ऐसी रिपोर्ट, पीड़िता के शरीर पर 16 बाहरी और नौ आंतरिक छोटे भाई गयी • दोनों आँखों और मुँह से खून बह रहा था चेहरे और नाखून पर चोटें थे बहादुर डॉक्टर ने दरिंदगी के प्रतिरोध मैं आखिरी दम तक लड़ाई लड़ी

कोलकाता। दरिंदगी की शिकार जूनियर महिला डॉक्टर (31) की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट बताती है कि उसके साथ हैवानियत की सारी हदें पार की गई । पीड़िता के शरीर में 16 बाहरी और नौ आंतरिक चोटें पाई गईं।  सभी घाव मृत्यु से पहले के हैं जो बताते है की 8 अगस्त की रात बहादुर बेटी ने दरिंदगी के प्रतिरोध मैं आखिरी दम तक लड़ाई लड़ी । चार पन्नों की सामने आई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि उसकी दोनों आँखों और मुँह से खून बह रहा था चिरइ और नाखून पर चोटें थीं । पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक यह घटना सुबह करीब 3:00 बजे से 6:00 बजे के बीच की है । एक वरीष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया की उसकी गर्दन की हड्डी भी टूटी पाई गई थी । पोस्टमॉर्टम 9 अगस्त को सुबह 6:10 पर से 7:10 के बीच किया गया । रिपोर्ट में मौत का कारण दम घुटना और मौत का तरीका हत्या सरीखा बताया गया है । हत्या के पहले मारपीट और हिंसा की गयी । निजी अंग में कुछ जबरदस्ती डाला गया था । सिर, गाल, होंठ, नाक, जबड़े, ठोड़ी, गला बाएँ हाथ व घुटने तकनीक और निजी अंग में चोट के  निशान पाए गए हैं । फेफड़ों समेत शरीर के कई हिस्सों में भी खून के थक्के थे।  पीड़ित की एंडीविकलकेनोल से चिपचिपा तरल पदार्थ मिला जिसे फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है ।  रिपोर्ट  में  उत्पीड़न के बाद हत्या किए जाने का संकेत मिला है।
 
  • पीड़ित परिवार से मिले सीबीआई की टीम
    कोलकाता डॉक्टर रेप केस में सीबीआई टीम ने पीड़िता के परिवार के सदस्यों से उनके आवास पर पूछ्ताछ की । पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार 19 अगस्त को सीबीआई की टीम परिवार के सदस्यों से पूछ्ताछ करने के बाद पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना में है।  
मुख्य आरोपी का होगा पॉलीग्राफी टेस्ट
 केन्द्रीय जांच ब्यूरो सीबीआई मुख्य आरोपी संजय राय का पुलिस  पॉलीग्राफ टेस्ट कराएग।  अदालत से इसकी अनुमति मिल गई है । जांच एजेंसी अगस्त को पॉलीग्राफी टेस्ट करा सकती है एक दिन पहले ही इसका मनोवैज्ञानिक परीक्षण भी कराया गया था सूत्रों के मुताबिक संजय के बयानों में विरोधाभास है और सीबीआई को संदेह है कि वह सच्चाई छिपा रहा है। इस बीच मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष से चौथे दिन भी सीबीआई ने पूछ्ताछ की पुष्टि एजेंसी का मानना है कि उन्होंने अपने मोबाइल फ़ोन से कोई डेटा हटाया है ।