• 28 Apr, 2025

गगनयान में इस्तेमाल होगा चन्द्रयान -3 का राकेट

गगनयान में इस्तेमाल होगा चन्द्रयान -3 का राकेट

• चन्द्रयान-3 की सफलता से मानव को अंतरिक्ष में भेजने के इसरो के कार्यक्रम को मिला प्रोत्साहन ..|

श्रीहरिकोटा (आंध्रप्रदेश) ।  भारत के चन्द्रयान-3 मून मिशन के प्रक्षेपण के बाद जो कि एलवीएमएम 4 रॉकेट से किया गया है इससे मानव को अंतरिक्ष में ले जाने के देश के प्रथम कार्यक्रम को बल मिला है। कहा जा रहा है कि इसी प्रक्षेपण यान का उपयोग महत्वाकांक्षी गगनयान के लिए किया जाना तय हुआ है।  

यहां सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिकों के अनुसार 14 जुलाई को चंद्रयान -3 को साथ लेकर अंतरिक्ष में जाने वाले 44.3 मीटर लम्बे एलवीएम-3 रॉकेट – मानव को सुरक्षित रूप से अंतरिक्ष तक ले जाने की क्षमता रखने वाला प्रक्षेपण यान होगा।  इसरो ने बताया कि गगनयान कार्यक्रम के लिए एलवीएम-3 रॉकेट में मानव को सुरक्षित रूप से  अंतरिक्ष में ले जाने की आवश्यकताओं के अनुरूप बदलाव किया जाएगा और इसका नाम बदल कर – ह्युमन रेटेड एलवीएम -3 किया जाएगा। 

  • एलवीएम -3  रॉकेट तीन माड्युल का समन्वय
    अधिकारियों ने बताया कि चंद्रयान-3 में मून मिशन के लिए 14 जुलाई को उड़ान भरी जो प्रक्षेपण यान की सफलता का संकेत है। एलवीएम -3 रॉकेट तीन माड्युल का समन्वय से बना है।  जिसमें प्रणोदन, लैंडर और रोवर शामिल हैं। इस बारे में जानकारी देते हुए इसरो के अघ्यक्ष एस सोमनाथ ने कहा कि  गगनयान के लिए पहला परीक्षण अगस्त महीने के अंत तक किया जाएगा। अगले साल के अंत तक मानवरहित मिशन अंतरिक्ष में भेजने की इसरो की योजना है। 
  • चंद्रयान-3 को कक्षा में आगे बढ़ाने की पहली कवायद पूरी- बताया गया है कि इसरो के वैज्ञानिकों ने चंद्रयान -3 अंतरिक्ष यान को उसकी कक्षा में आगे बढ़ाने की पहली कवायद शनिवार 15 जुलाई को पूरी कर ली। अंतरिक्ष यान का हालत सामान्य है। अंतरिक्ष यान अब 41762 किमी गुना 173 किमी कक्षा में है। 
  • गगनयान के लिए परीक्षण अगस्त माह में ही क्या है इसरो का गगनयान अभियान- इसरो अपनी महत्वाकांक्षी परियोजना गगनयान के सफल प्रक्षेपम की सफलता के लिए जोरशोर से लगा हुआ है। इस अभियान के तहत तीन लोगों को तीन दिन के लिए 400 किमी की कक्षा में ले जाया जाएगा फिर उन्हें सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर ही वापस लाया जाएगा। 
थ्रस्टर्स की मदद से दूर ढकेला जाएगा चंद्रयान को विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केन्द्र के निदेशक एस उन्नीकृष्णन नायर ने कहा कि 14 जुलाई शुक्रवार को प्रक्षेपित किया गया एतिहासिक चन्द्रयान-3 मिशन 40 दिन के महत्वपूर्ण चरण से गुजरेगा।  श्री नायर ने 15  जुलाई को बताया कि चंद्रमा की सतह पर लैंडिंग के लिए आज से यान में लगे थ्रस्टर को फायर किया जाएगा और 23 अगस्त को चन्द्रमा की सतह पर लैंडिंग के लिए चन्द्रयान -3 को पृथ्वी से दूर ले जाया जाएगा। सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र के एक अधिकारी ने कहा कि वैज्ञानिक इस चरण के दौरान कक्षा उत्थापन की कई चुनौतियों में व्यस्त रहेंगे।