क्लाइमेट चेंज सबसे बड़ी चुनौती - सीएम साय
■ छत्तीसगढ़ हरित शिखर सम्मेलन का किया उद्घाटन, ■ पर्यावरणीय संकट से निबटने में समान रूप से सहभागिता ■ छत्तीसगढ़ ने पूरा किया 4 लाख पेड़ लगाने का लक्ष्य ■ जलवायु परिवर्तन से निबटने छग में हो रहा बेहतर काम
भारत की सीमा में लगभग 6 किमी भीतर घुस आया चीन भूटान की जमीन कजाकर सीमा पर बनाए चार गांव चीन के नए भूमि कानून से भी बढ़ी है पड़ोसी की चिंता 2019 में एनक्लेव नहीं था, नए चीनी गाँव के करीब है साइट
नई दिल्ली. नए उपग्रह तस्वीरों से पता चलता है कि चीन ने अरुणाचल की जमीन पर काबिज होकर एक और नया एनक्लेव बना लिया है। इनमें कम से कम साठ 60 के करीब इमारतें हैं जिनके बारे में कहा गया है कि सेटेलाइट तस्वीरों के मुताबिक 2019 में यह एनक्लेव था ही नहीं। विशेषज्ञ बताते हैं कि एक साल बाद ही यह दिखने लगा है। जनवरी में अरुणाचल प्रदेश के जिस हिस्से में कब्जा किए जाने की खबर दी गई थी और जिसकी पुष्टि कुछ ही दिनों पहले पेंटागन की एक रिपोर्ट से हो गई थी।
यह नया एनक्लेव उस इलाके में 93 किमी दूर पूर्व में स्थित है। पेंटागन की इस रिपोर्ट पर भारत ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी और कहा था कि चीन ने सीमाई इलाकों में पिछले कई साल से निर्माण गतिविधियां की हैं। इनमें वे इलाके भी शामिल हैं जिनमें उसनें पिछले कुछ दशकों से कब्जा किया हुआ है। भारत ने कभी अपने क्षेत्र में इस तरह के गैरकानूनी कब्जे को स्वीकार किया है और न ही वह चीन के अतार्किक दावों को स्वीकार करता है। सीमा पर चीन की हरकतें चौतरफा भारत की चिंताएं बढा रही है। चीन ने अब भूटान की करीब सौ वर्गकिमी जमीन पर कब्जा कर लिया और चार गांव बसा दिये।
भारत की जमीन लीलता जा रहा है चीन
चीन के रवैये पर अग्रणी रणनीति विशेषज्ञ ब्रम्ह चेलानी ने कहा है कि नया बसाया गया गाँव दिखाता है कि कैसे धीरे धीरे चीन भारत की हिमालयी सीमाओं को खाता जा रहा है। इस बिलकुल नए गाँव की तस्वीर से साफ है कि यह पूरी तरह से कृत्रिम है। चीन ने इस गाँव का एक चीनी नाम भी रख लिया है, जबकि यह गाँव जिस इलाके में मौजूद है वहां कोई भी चीनी भाषा मेंडारिन नहीं बोलता-जानता।
गाँव बसाने के पीछे सोची समझी रणनीति
भारत से सटी अपनी सीमाओं पर चीन का निर्माण कार्यों को जारी रखना ऐसे समय में हो रहा है जब हाल ही में उसने नया लैंड लॉ पेश किया है। इसमें सीमाई इलाकों में सामान्य लोगों के लिए निर्माण कार्यों में सरकारी मदद का एलान किया गया है। सीमाई इलाकों में गाँव बनाते जाना चीन की रणनीति का अहम हिस्सा है, ताकि वह इलाकों पर अपने दावों को स्थायी बना सके। अंतरराष्ट्रीय कानून जन साधारण के लिए बसे मोहल्लों को इस बात का सबूत मानते हैं कि इस इलाके पर किसी देश का प्रभावी नियंत्रण है।
■ छत्तीसगढ़ हरित शिखर सम्मेलन का किया उद्घाटन, ■ पर्यावरणीय संकट से निबटने में समान रूप से सहभागिता ■ छत्तीसगढ़ ने पूरा किया 4 लाख पेड़ लगाने का लक्ष्य ■ जलवायु परिवर्तन से निबटने छग में हो रहा बेहतर काम
● झोपड़ी में होम स्टे, युवा बन रहे गाइड ● गांव समृध्द हो रहे देश के अनेक हिस्सों में
■ पिछले 10 सालों में आकाशीय बिजली की चपेट में आकर करीब , 2200 लोगों ने जान गंवाई है ओडिशा में ■ ओडिशा आकाशीय बिजली से सर्वाधिक प्रभावित राज्यों में से एक है ■ ओडिशा में ताड़ के मौजूदा पेड़ों को काटने पर भी रोक
■ हमारे साझा सरोकार "निरंतर पहल" एक गम्भीर विमर्श की राष्ट्रीय मासिक पत्रिका है जो युवा चेतना और लोकजागरण के लिए प्रतिबद्ध है। शिक्षा, स्वास्थ्य, खेती और रोजगार इसके चार प्रमुख विषय हैं। इसके अलावा राजनीति, आर्थिकी, कला साहित्य और खेल - मनोरंजन इस पत्रिका अतिरिक्त आकर्षण हैं। पर्यावरण जैसा नाजुक और वैश्विक सरोकार इसकी प्रमुख प्रथमिकताओं में शामिल है। सुदीर्ध अनुभव वाले संपादकीय सहयोगियों के संपादन में पत्रिका बेहतर प्रतिसाद के साथ उत्तरोत्तर प्रगति के सोपान तय कर रही है। छह महीने की इस शिशु पत्रिका का अत्यंत सुरुचिपूर्ण वेब पोर्टल: "निरंतर पहल डॉट इन "सुधी पाठको को सौपते हुए अत्यंत खुशी हो रही है। संपादक समीर दीवान
Address
Raipur
Phone
+(91) 9893260359