• 28 Apr, 2025

सत्संग में भगदड़,124 की जान गई ..

सत्संग में भगदड़,124 की जान गई ..

● हाथरस में हुआ हादसा,50 हजार से ज्यादा लोगों की जुटी थी भीड़ ● इसमें 250 लोग हुए घायल, इनमें कई गंभीर ● मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे ● सीएम योगी ने कहा दोषी कोई भी हो बचेगा नहीं

सिंकदराराऊ के फुलरई मुगलगढ़ी गांव में नारायण साकार हरि बाबा के सत्संग के बाद हादसा भक्तों में पैर छूने की होड़, और काफिला निकालने के लिए भीड़ को रोका गया था। चंद मिटनों  में लाशें ही लाशें बिछी थीं..

● बाबा के आश्रम के बाहर पुलिस, हादसे के बाद सैकड़ों भक्तों ने घेर रखा था बाबा को
● अलीगढ़ मंडल आयु्क्त को सौंपी जांच, 24 घंटे में रिपोर्ट तलब
● दो मंत्री, मुख्य सचिव व डीजीपी को राहत व बचाव के लिए हाथरस भेजा

हाथरस , लखनऊ।   हाथरस के सिकंदराराऊ क्षेत्र में गांव फुलरई मुगलगढ़ी क में नारायण साकार हरि महाराज उर्फ भोले बाबा  के सत्संग के खत्म होने के बाद मची भगदड़ में 124 लोगों की जान चली गई। हादसे में 250 से भी ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। मंगलवार 2 जुलाई को दोपहर 2 बजे सत्संग के खत्म होते ही यह हादसा हुआ। अपरातफरी भरे माहौल में शवों व घायलों को सिकंदराराऊ के ट्रामा सेंटर और एटा के मेडिकल कॉलेज ले जाया गया है। मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे बताए गए हैं। मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने 2 और 3 जुलाई की दरम्यानी रात कुल 116 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है। कहा गया है कि यह संख्या प्रारंभिक है यह और भी बढ़ सकती है।

       मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने अफसरों को राहत और बचाव का काम तेज गति से करवाने और इस हादसे में घायल सभी लोगों के समुचित उपचार आदि की त्वरित व्यवस्था करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी, संदीप सिंह , मुख्य सचिव मनोज सिंह और पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार को तत्काल ही हाथरस के लिए रवाना किया। सीएम योगी आदित्यनाथ खुद बुधवार सुबह हादसे में घायलों और पूरी स्थिति का जायजा लेने हाथरस पहुंचे। उन्होंने पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात कर उनके बेहतर इलाज का आश्वासन भी दिया।

     सीएम योगी ने कहा कि इस हादसे के लिए जिम्मेदार दोषी कोई भी हो बचेगा नहीं। उन्होंने हादसे की गंभीरता को देखते हुए अलीगढ़ की मंडल आयुक्त चैत्रा वी. और आगरा के अपर पुलिस महानिदेशक की अगुवाई में एक जांच समिति गठित कर 24 घंटों में रिपोर्ट भी तलब की है।  चैत्रा वी. ने बताया कि सत्संग में तो 20 हजार लोगों के शामिल होने की अनुमति मांगी गई थी पर इससे दोगुने से भी ज्यादा करीब 50 हजार लोगों के शामिल होने की सूचना है।  कहा गया है कि जहां कार्यक्रम आयोजित था वहां की जमीन भी समतल नहीं थी और सत्संग के बाद बाबा के पैर छूने के लिए वहां उपस्थित सत्संगियों में होड़ मच गई जिससे बाद में स्थिति बेकाबू होने लगी और भगदड़  सी मच गई। अफरातफरी इतनी तेजी से हुई की भीड़ में महिलाएं और बच्चे ही हादसे में सबसे ज्यादा चपेट में आए और इन्ही की मौत भी ज्यादा हुई है।  आयोजकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।

     चश्मदीद लोगों ने बताया कि प्रवचन खत्म होने के बाद गर्मी से परेशान श्रध्दालुओं की भीड़ वाहनों की ओर कूच कर रही थी। अलीगढ़, एटा, मैनपुर, कासगंज और आगरा से भी सत्संगी पहुंचे थे। इसी दौरान स्वयंसेवकों ने बाबा के काफिले को भीड़ के बीच से निकालने के लिए लोगों को बीच में ही रोक दिया।  बताया गया कि स्वयं सेवक लाठी डंडों से सत्संगियों को धकियाने भी लगे थे।  बाबा के पैर छूने की होड़ में इसी बीच कुछ महिलाएं भीड़ में ही गिर पड़ीं। पीछे से आ रही भीड़ के लोग इन महिलाओं को कुचलते हुए आगे बढ़ने लगे फिर तो पूरा काफिला ही उन पर से गुजर गया। इसी बीच दर्जनों लोग कुचल गए जिनमें ज्यादातर महिलाएं और छोटे बच्चे ही थे।

  • 92 शव सिकंदराराऊ के ट्रामा सेंटर भेजे गए--

इस के बाद जिसको जो भी वाहन मिला उसमें भर-भर कर मृतकों और घायलों को अस्पताल ले जाया गया।  92 शव सिकंदराराऊ के ट्रामा सेंटर भेजे गए। इनमें 85 तो केवल महिलाएं ही थीं और साथ में चार बच्चे और तीन पुरुषों के शव थे। कुछ परिजन तो शवों को बिना पोस्टमार्टम और पंचनामा करवाए ही लेकर चले गए।

  • मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की मदद, घायलों को 1-1 लाख -

प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय राहत कोष से मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक मदद जबकि घायलों को 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की है वहीं उत्तर प्रदेश सरकार ने भी इतनी ही राशि मृतकों के परिजनों और घायलों को देने की घोषणा की है।

  • हर तरह की मदद देगी सरकार  - पीएम मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने संसद में , हाथरस में सत्संग के दौरान हुए हादसे में मारे गए लोगों के प्रति गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि भगदड़ में इस तरह  इतने लोगों की मौत बहुत दुःखद है।  मेरी संवेदनाएं मृतकों के परिजनों के साथ हैं।  घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना है। पीएम मोदी ने कहा कि सरकार पीड़ितों को हर स्तर पर मदद पहुंचाने में जुटी है।

  • राहुल गांधी ने जताया शोक-

लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों से अपनी गहरी सवेंदना व्यक्त की है।  उन्होंने सरकार और प्रशासन से अनुरोध किया है कि वे पीड़ितों को तत्काल इलाज और राहत पहुंचाएं। उन्होंने विपक्षी गठबंधन के दलों के कार्यकर्ताओं से दुर्घटना पीड़ितों की मदद का आह्वान किया।

  • हृदय विदारक - आदित्यनाथ

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हाथरस में सत्संग के बाद हुए हादसे में इतनी बड़ी संख्या में लोगों की मृत्यु हृदय विदारक है। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान दें। उन्होंने घायलों के शीघ्र ही स्वास्थ लाभ की कामना की है। 

डरावना मंजरः लोगों को कुचलते हुई गुजरी भीड़ हर तरफ चीख पुकार मच गई ...

  • पुलरई गांव में हर तरफ मंगलवार 2 जुलाई की दोपहर बाद मौत का मंजर था। भगदड़ में एक झटके में ही दर्जनों घरों की खुशिया छीन ली। भगदड़ से किसी तरह बच कर निकली महिला चंद्रकला ने कहा कि सत्संग में हजारों लोगों की भीड़ थी। सत्संग समाप्त होने के बाद गर्मी से निजात पाने और जल्दी वहां से निकलने की जल्दबाजी में लोगों के बीच भगदड़ मच गई। जाने क्या हुआ था कि महिलाएं और बच्चे गिरते चली गईं और 
    वहां मौजूद सत्संगियों की भीड़ उनके ऊपर से रौंदती हुई गुजरने लगी। कोई किसी को बचाने वाला नहीं था बस चारों और चीख पुकार मची थी। 
  • सत्संग में जुटी भीड़ का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वाहनों की कतार तीन किलोमीटर लम्बी दूरी तक लगी हुई थी। भगदड़ में से किसी तरह बच पाई एक अन्य महिला शकुंतला ने मौत के मंजर 
    का आंखों देखा हाल बताया। कहा कि सत्संग के खत्म होते ही एकदम से लोग भाग खड़े हुए एक तो गर्मी बहुत थी और लोग दूसरों से पहले  अपने वाहनों तक पहुंच पाने की जल्दी में एक दूसरे को धकेलते हुए
    भाग रहे थे। सड़क ऊंची थी और नीचे नाला बह रहा था। भगदड़ सी मची तो लोग एक के ऊपर एक गिरते चले गए। मेरी पड़ोसन गंगा दोई की भी जान चली गई।