• 28 Apr, 2025

एक शिक्षक के भरोसे 5500 स्कूल

एक शिक्षक के भरोसे 5500 स्कूल

● 610 में तो एक भी नहीं ... ● रायपुर में दो दर्जन से ज्यादा स्कूल एक-एक के भरोसे ● शहरी क्षेत्र के स्कूलों में भरमार

रायपुर।  प्रदेश में गर्मी की लंबी छुट्टी के बाद नए सत्र में स्कूल खुल रहे हैं पर प्रदेशभर में साढ़े पांच हजार स्कूल ऐसे हैं जहां एक -एक ही शिक्षक हैं। इतना ही नहीं 610 स्कूल ऐसे भी हैं जहां कोई शिक्षक ही नहीं है। एकल शिक्षक स्कूलों की बात करें तो पूरे प्रदेश में बस्तर में सबसे अधिक 428 स्कूल और कोंडागांव में 417 स्कूल हैं जहां केवल एक-एक के भरोस स्कूल शिक्षा का पूरा दारोमदार है।

प्रदेश में ऐसा कोई जिला नहीं है जहां एकल शिक्षक स्कूल न हों। बस्तर क्षेत्र में सबसे अधिक समस्या है। रायपुर में तो 27 और बिलासपुर में कुल 109 स्कूलों में केवल एक-एक ही शिक्षक हैं। दो जिलों कबीरधाम और जांजगीर -चांपा को छोड़ दें तो सभी जिलों में शिक्षकविहीन स्कूल हैं। वहीं धमतरी में  सबसे ज्यादा 112 शिक्षकविहीन  स्कूल हैं। बिलासपुर में इसकी संख्या 16 है।

विसंगति यह है कि एक ओर ग्रामीण क्षेत्रों में जहां शिक्षकों की कमी है तो दूसरी ओर शहरी क्षेत्र के स्कूलों में स्वीकृत पदों से अधिक शिक्षक हैं। ऐसे शिक्षकों की संख्या 6406 है। 

बस्तर में सबसे ज्यादा 428 स्कूल में एकल शिक्षक-
जिला  एक शिक्षकबिना शिक्षक के स्कूल
बस्तर 428  54
कोंडागांव 417 54
सुकमा  30634
कोरबा34127
बलरामपुर 29832
कांकेर26819
रायगढ़266 4
महासमुंद23112
गरियाबंद204 18
सबसे ज्यादा अतिशेष शिक्षक रायपुर और महासमुंद में 
जिला अतिशेष
रायपुर 886
महासमुंद804
राजनांदगांव403
बिलासपुर367
दुर्ग 264
जांजगीर-चांपा226
कबीरधाम 220
  • अन्य जिलों में भी एकल शिक्षकीय स्कूल और शिक्षक विहीन स्कूल हैं- ये आंकड़े मार्च के विस सत्र के लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा दिये गए हैं
  • आंकड़ों में प्रायमरी,मिडिल, हाई व हायर सेकंडरी स्कूल शिक्षक शाामिल हैं। अन्य जिलों में भी कहीं 100 तो कहीं 150 से 200 तक अतिशेष शिक्षक हैं।