कार जो सड़क पर फर्राट भरती और नदी में तैरती है..
■ चीन 2046 में जी रहा है, इसकी तरक्की की रफ्तार देखते ही बनती हैं…..
• पीएम मोदी ने अमेरीकी संसद में साधा चीन और पाकिस्तान पर निशाना | • हिन्द महासागर पर मंडरा रहे टकराव के काले बादल | • सरकार प्रायोजित दहशतगर्दी पर अंकुश लगाना जरूरी |
वाशिंगटन। अमेरिकी दौरे पर गए पीएम नरेन्द्र मोदी ने अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र में कहा – आतंकवाद मानवता का दुश्मन है और इससे निबटने के लिए किंतु परंतु की कोई गुंजाइश नहीं हो सकती। पीएम ने पाकिस्तान पर परोक्ष हमला करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार प्रायोजित आतंकवाद पर अंकुश लगाना जरूरी है।
अमेरिका में 9 / 11 के दो दशक से अधिक और मुंबई में 26/ 11 हमले के एक दशक बाद भी कट्टरवाद और आतंकवाद पूरी दुनिया के लिए गंभीर खतरा बना हुआ है। आतंकवाद मानवता का दुश्मन है और हमें आतंक को प्रायोजित करने और बढ़ावा देने वाली सभी ताकतों पर काबू पाना होगा।
पीएम मोदी ने बिना नाम लिये हुए चीन पर निशाना साधा और कहा कि हिन्द प्रशांत क्षेत्र में दबाव और उकसावे के काले बादल अपनी छाया डाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र की स्थिरता हमारी साझेदारी मुख्य चिंताओं में से एक बन गई है। नसीहत देते हुए मोदी ने कहा कि – वैश्विक व्यवस्था संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिध्दांतों के सम्मान, विवादों के शांतिपूर्ण समाधान, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान पर आधारित है।
पीएम ने कहा कि हमारा नजरिया किसी को रोकने और बहिष्कृत करने का नहीं है बल्कि शांति और समृध्दि का एक सहयोगी क्षेत्र बनाने का है। एक ऐसा क्षेत्र जहां सभी देश छोटे और बड़े अपनी पसंद में स्वतंत्र औऱ निडर हों। जहां प्रगति ऋण के असंभव बोझ से दबे नहीं जहां रणनीतिक उद्देश्यों के लिए कनेक्टिविटी का लाभ न उठाया जाता हो और सभी राष्ट्रों के बीच साझा समृध्दि का उच्च ज्वार उठता हो।
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वाशिंगटन । पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा से भारत और अमेरिका के रिश्तों को एक नया आयाम मिला है। दोनों देशों के रिश्तों में एक नए युग की शुरुआत हुई है। हिन्द –प्रशांत क्षेत्र से लेकर पूर्व और दक्षिण चीन सागर तक चीन के बढ़ते बालात प्रभाव का मुकाबला करने दोनों देश साथ आए हैं। इसके साथ ही दोनों देशों में चिप, खनिज, तकनीक से लेकर अंतरिक्ष और रक्षा जैसे कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अहम करार हुए हैं।
दोनो देशों भारत और अमेरिका के रिश्तों में आ रहे बदलाव के महत्व को इस बात से भी समझा जा सकता है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने प्रधानमंत्री मोदी को राजकीय अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है। 2014 में सत्ता में आने के बाद यूं तो पीएम मोदी कई बार अमेरिकी दौरों पर जा चुके हैं पर बतौर पीएम उनकी यह पहली राजकीय अमेरिका यात्रा है। इसमें राष्ट्रपति जो बाइडन और वहां की प्रथम महिला जिल बाइडन ने पीएम मोदी के सम्मान में व्हाइट हाउस में रात्रि भोज का आयोजन भी किया था। उन्होंने अमेरिकी संसद सीनेट को भी संबोधित किया। वैसे वे एक बार पहले भी सीनेट को संबोधित कर चुके हैं। सीनेट के संयुक्त सत्र को संबोधित करने के बाद जब पीएम मोदी राजकीय भोज के लिए जब व्हाइट हाउस पहुंचे तो उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। राष्ट्रपति बाइडन ने दो महान राष्ट्र, दो महान मित्र ओर दो महान शक्तियों के नाम चियर्स करते हुए टोस्ट उठाया। इसके जवाब में पीएम मोदी ने बाइडन से कहा कि आप बहुत मृदुभाषी हैं पर जब एक्शन की बात आती है तो आप बेहद दृढ़ नज़र आते हैं। परंपरा है कि रात्रिभोज में अमेरिका में शराब के सात टोस्ट रेज किया जाता है ( साथ में टोस्ट उठाया जाता है )। यहां पीएम मोदी ने शराब की जगह कोल्ड ड्रिंक जिंजर एल का सेवन किया। बाइडन ने कहा कि यह अच्छी बात है कि हम दोनों ही शराब नहीं पीते।
लोकतंत्र हमारा पवित्र और साझा मूल्य- मोदी |
अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र में पीएम मोदी ने कहा- लोकतंत्र हमारा पवित्र और साझा मूल्य है। लोकतांत्रिक भावना के विकास में भारत लोकतंत्र की जननी है। यह लम्बे समय में विकसित हुआ और यह विभिन्न रूपों और प्रणालियों में विकसित हुआ। हालांकि पूरे इतिहास में यह बात साफ है कि लोकतंत्र वह भावना है कि जो समानता और सम्मान का समर्थन करती है। लोकतंत्र वह विचार है जो बहस और चर्चा का स्वागत करता है। लोकतंत्र वह संस्कृति है जो विचार और अभिव्यक्ति को पंख देती है और भारत सौभाग्यशाली है कि उसके पास प्राचीन काल से ऐसे मूल्य रहे हैं। पीएम मोदी ने जोर दिया कि दुनिया के साथ भारत का जुड़ाव लोकतंत्र, समावेश और स्थिरता के सिध्दांतों, पर्यावरण के प्रति गहरे सम्मान और जिम्मेदार विकास के प्रति प्रतिबध्दता से निर्देशित है। |
■ चीन 2046 में जी रहा है, इसकी तरक्की की रफ्तार देखते ही बनती हैं…..
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■ हमारे साझा सरोकार "निरंतर पहल" एक गम्भीर विमर्श की राष्ट्रीय मासिक पत्रिका है जो युवा चेतना और लोकजागरण के लिए प्रतिबद्ध है। शिक्षा, स्वास्थ्य, खेती और रोजगार इसके चार प्रमुख विषय हैं। इसके अलावा राजनीति, आर्थिकी, कला साहित्य और खेल - मनोरंजन इस पत्रिका अतिरिक्त आकर्षण हैं। पर्यावरण जैसा नाजुक और वैश्विक सरोकार इसकी प्रमुख प्रथमिकताओं में शामिल है। सुदीर्ध अनुभव वाले संपादकीय सहयोगियों के संपादन में पत्रिका बेहतर प्रतिसाद के साथ उत्तरोत्तर प्रगति के सोपान तय कर रही है। छह महीने की इस शिशु पत्रिका का अत्यंत सुरुचिपूर्ण वेब पोर्टल: "निरंतर पहल डॉट इन "सुधी पाठको को सौपते हुए अत्यंत खुशी हो रही है। संपादक समीर दीवान
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