कार जो सड़क पर फर्राट भरती और नदी में तैरती है..
■ चीन 2046 में जी रहा है, इसकी तरक्की की रफ्तार देखते ही बनती हैं…..
• गुजरात की तर्ज पर एक ही छत के नीचे मिलेगी देशभर की चीजें, रोजगार भी मिलेगा |
रायपुर। शहर में रोजगार के कारण आबादी बढ़ती जाती है और उसी के अनुपात में उस शहर की जरूरतें भी बढ़तीं हैं। फिर शुरू होता है बाज़ार और रोजगार का संतुलन साधने का क्रम तो इसी सिलसिले में प्रदेशभर के उत्पादों को एक ही जगह उपलब्ध कराने की नीयत से गुजरात की तरह ही एकता मॉल खोलने की तैयारी कर ली गई है। मॉल में एक जिला एक उत्पाद की तर्ज पर देशभर के जिलों की अलग अलग दुकानें खुलेंगी। इसके लिए 250 करोड़ रुपये का प्रारंभिक बजट तय किया गया है। यह मॉल पांच एकड़ के क्षेत्र में विकसित किया जाएगा।
इस नए अवधारणा वाले मॉल में देशभर की हस्तशिल्प से जुड़ी सामग्री एक ही छत के नीचे उपलब्ध हो सकेगी। इन प्रदेशों में प्रमुख रूप से गुजरात, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, ओडिशा, पंजाब, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, मघ्यप्रदेश समेत अन्य अनेक राज्यों के हस्तशिल्प से संबंधित चीजों की बिक्री होगी। इससे हस्तशिल्प के लिए कला प्रेमियों को भटकना नहीं पड़ेगा। इसका जिम्मा रायपुर विकास प्राधिकरण को दिया गया है। राजधानी रायपुर में एकता मॉल के निर्माण से जुड़ी जानकारियों के लिए गुजरात के कांवडिया में बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में रायपुर के आरडीए के अफसर शामिल हुए। इसके लिए आरडीए रायपुर और नवा रायपुर में जगह तलाश कर रहा है।
छोटे व्यापारियों को लाभ होगा, उद्यमियों को भी संबंल | दो साल के भीतर पूरा करने का लक्ष्य | गुजरात में हुई बैठक |
जिस तरह यह योजना बनाई गई है उसकी जानकारी जैसे अफसरों ने दी यदि यह वैसी ही है तो इस योजना के अंतर्गत महिला स्वयं सहायता समूह, उद्यमी अपने उत्पादों को आसानी से बेच कर लाभ कमा सकेंगे। इसकी विशेषता होगी की यहां साल में दो से तीन बार बड़े छोटे मेलों का आयोजन भी किया जाएगा। इससे दूसरे जिलों के लघु उद्यमियों को भी लाभ मिलेगा। | धनेश साहू सीईओ आरडीए ने बताया कि एकता मॉल के लिए खादी ग्रामोद्योग विभाग से रायपुर और नवा रायपुर में जमीन मांगी गई है। विभाग जहां भी जमीन उपलब्ध कराएगा वहीं मॉल का निर्माण करवाया जाएगा। आरडीए ने इसका निर्माण पूरा करने के लिए दो साल का लक्ष्य रखा है। एकता माल का निर्माण पूरा होते ही विभाग इसे शासन को सौंप देगा। इसके बाद शासन इसमें दुकान एलाट करने के लिए नोडल एजेंसी नियुक्त करेगी। | इस तरह का मॉल बनाने की जरूरत और उसे अमली जामा पहनाने की योजना पर गुजरात के कांवड़िया में पिछले दिनों एक बैठक रखी गई थी। बैठक में इसकी रूपरेखा भी तैयार की गई। इस बैठक में छत्तीसगढ़ से आरडीए के अधिकारी शामिल हुए। प्रोजेक्टर और पीपीटी प्रेजेंटेशन से यह जानकारी दी गई की उक्त मॉल किस स्वरूप में होगा कैसा बनेगा और किस तरह की जरूरतों को पूरा करेगा। इसमें दुकानों की डिजाइन कैसी होगी से लेकर दुकानों के आबंटन की प्रक्रिया कैसी होगी तक की जानकारी दी गई। |
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