(1) हाथियों को नहीं मिल रहा अभ्यारण्य में भोजन, रोज ही बस्ती में घुस रहे
जशपुर, नारायणपुर । बादलखोल अभ्यारण्य में हाथी सहित अन्य वन्य प्राणियों के भोजन के प्रबंध के रूप में कोई नया काम लंबे समय से नहीं किया गया है। अधिक भोजन लेने वाले हाथी और इन जैसे अन्य वन्य प्राणियों को अभ्यारण्य में पर्याप्त भोजन नहीं मिल पा रहा है। भोजन की तलाश में हाथी अभ्यारण्य की सीमा से बाहर गांव की बस्तियों में घुस जा रहे हैं। नारायणपुर के इलाके में लोग रोजाना हाथियों के बस्ती में घुस आने से बहुत परेशान हैं। जान माल की हिफाजत के लिए गांव के लोग रोज ही रतजगा करने को विवश हैं। पांच से छह जून के बीच हाथियों का एक झुंड कुम्हारताला जंगल में ही घूम रहा था। यहां से निकलकर यह समूह सतीताला बस्ती में पेटुकेला, दीपाटोली,बालालोंगरी, जामटोली में घुस आए थे।
इन बीते दो रातों में गांव के लोगों को इन चार बस्तियों से बाहर खदेड़ने के लिए रतजगा कर पहरेदारी करनी पड़ी। इसके पहले लगभग चार दिनों तक हाथियों का यह समूह रानीकोम्बो, घासीटोली, सारंगडांड और बनकोबो बस्ती में घुसे थे। तीन रात इन चार गावों के लोगों ने जानमाल की हिफाजत के लिए रतजगा किया। वहीं मंगलवार चार जून की रात हाथियों का झुंड चराईमरा और हस्तीनापुर में जा घुसे। बादलखोल अभ्यरण्य से हाथियों का यह समूह नारायणपुर, पोखराटोली और चारभाटी में जा घुसे।
(2) बढ़ी ताकत, नौसेना को मिला मिसाइलों से लैस बार्ज
नई दिल्ली। भारतीय नौसेना में यार्ड -81 से मिसाइल कम कम्यूनिकेशन बार्ज -एलएसएएम -13 के लॉन्च के साथ उसकी ताकत में महत्वपूर्ण इजाफा हुआ है। मिसाइल कम एम्युनिशन बार्ज परियोजना के तहत पांचवी उपलब्धि है। यह एमएसएमई शिपयार्ड और विशाखापट्टनम स्थित सेक़ॉन इंजीनियरिंग प्रोडक्ट प्रा. लिमिटेड। (एसईपीपीएल) के बीच एक संयुक्त प्रयास है। रक्षा मंत्रालय के अनुसार एनडी- एमबीआई के महाप्रबंधक (रक्यूए) कमोडोर मनीष विग ने लांचिंग समारोह की अध्यक्षता की।
एलएसएएम -13 भारतीय नौसेना की परिचालन श्रमताओं को बढाने में महतवपूर्ण भूमिका निभाएगा। वे जेटी और बाहरी बंदरगाहों दोनो पर भारतीय नौसेना के जहाज तक आवश्यक वस्तुओं और गोला बारूद के निर्बाध परिवहन , चढने और उतारने की सुविधा प्रदान करेंगे। स्वदेशी तकनीक से तैयार ये बार्ज भारतीय नौसेना रजिस्टर (आई आर एस) के सख्त नौसेना नियमों और विनियमों का पालन करते हैं।
- बढ़ी आत्मनिर्भरता रक्षा उत्पादन में ---
नौसेना विज्ञान और प्रौद्योगिकी प्रयोगशाला (एनएसटीएल) विशाखापट्टनम में कठोर मॉडल परीक्षण किया गया। इससे गुणवत्ता और सुरक्षा के शीर्ष मानकों का अनुपालन सुनिश्चित हुआ। ये उपलब्धियां मेक इन इंडिया के पहल के प्रति भारत सरकार की प्रतिबध्दता को रेखांकित करती है। प्रत्येक बार्ज स्वदेशी विशेषज्ञता और नवाचार का प्रमाण है। जो रक्षा उत्पादन में देश की आत्मनिर्भरता में योगदान देता है।
- रक्षा मंत्रालय ने 19 फरवरी 2021 को इन बार्जों के निर्माण के लिए मेसर्स सेकॉन इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स प्रा. लि.के साथ एक अनुबंघ पर हस्ताक्षर किए थे।
(3) देशभर में पहली बार एआई और डेटा एनालिटिक्स में बीटेक के कोर्स शुरू
नई दिल्ली । देश में पहली बार एआई ( आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ) और डेटा एनालिटिक्स में बीटेक के कोर्स शुरु किये गए हैं। यह कोर्स आईआईटी मद्रास ने 2024-25 से लांच कर दिया है। इस कोर्स की सभी 50 सीटों के लिए प्रवेश जेईई के जरिए ही होगा। आईआईटी मद्रास के निदेशक वी.कामकोटि ने कहा - इस कोर्स का उद्देश्य ए आई एआई और डेटा एनालिटिक्स में विशेषज्ञ तैयार करना है। एआई का विकास इंजीनियरिंग, विज्ञान और मानविकी तीनों विषयों में एक साथ हो रहा है। इसलिए यह कोर्स इंटर -डिसिप्लीनरी रहेगा। इसमें गणित के मूल सिध्दांतों, डेटा विज्ञान, एआई और मशीन लर्निंग फाउंडेशन , एप्लीकेशन डेवलपमेंट और रिस्पांसिबल डिजाइन पढाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में सफल होने के लिए हर क्षेत्र का ज्ञान होना चाहिये। आईआईटी मद्रास के पूर्व छात्र आई गेट व मैस्टेक डिजिटल के सह संस्थापक सुनील वाधवानी के 110 करोड़ के अनुदान से शुरू किया गया है।
(4) भगवान जगन्नाथ मंदिर के द्वार पांच साल बाद खुले
भुवनेश्वर। ओडिशा में सरकार गठन के 24 घंटे के भीतर ही भाजपा ने अपना चुनावी वादा पूरा कर दिया है। नव नियुक्त मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी के आदेश पर पुरी में भगवान जगन्नाथ मंदिर के चारों द्वार चार साल बाद खोल दिए गए। मंदिर के चार में से तीन द्वार कोरोना महामारी के समय से बंद थे। मंदिर परिसर में प्रवेश और निकास के लिए सिर्फ सिंह द्वार का इस्तेमाल हो रहा था। भक्त मंदिर के शेष तीन द्वार खोले जाने की लगातार मांग कर रहे थे। भाजपा ने सत्ता में आने पर मंदिर के सभी द्वार खुलवाने का वादा किया था। सीएम माझी ने अपनी पहली कैबिनेट बैठक में ही यह फैसला लिया। इसके बाग गुरुवार सुबह भक्तों के लिए मंदिर के अश्वद्वार, व्याघ द्वार और हस्ती द्वार भी खोल दिये गए। एक ही द्वार से प्रवेश और निकासी होने की वजह से भक्तों की लंबी कतारें लगती थीं।
( 5) नींद में थे सब वर्कर, आग से 49 की मौत, ज्यादातर भारतीय ( फोटो भी लगा लीजिए ) ---
कुवैत सिटी। कुवैत के मंगफ इलाके में बुधवार 12 जून को एक बिल्डिंग में अचानक आग लग जाने से वहां सो रहे 49 लोगों की मौत हो गई। 43 लोग जख्मी बताए गए हैं। घटना सुबह साढ़े चार बजे की है ( भारतीय समय के अनुसार इस समय 7 बजे होते हैं) मरने वालों में ज्यादातर भारतीय ही बताए गए हैं। अधिकांश की मौत झुलसने और दम घुटने से हुई है। अभी मृतकों की राष्ट्रीयता का खुलासा नहीं किया गया है । पुलिस के अनुसार बिल्डिंग में लोवर फ्लोर के किचन में शार्ट सर्किट होने के कारण आग लग गई थी। किचन होने से यहां रखे सिलिंडरों में आग पकड़ लेने से और उनके फटने से आग पूरे बिल्डिंग में फैल गई। इस छह मंजिला बिल्डिंग में उत्तरभारत , तमिलनाडु,केरल सहित पड़ोसी देशों के करीब 200 कंसट्रक्शन वर्कर रहते हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि दूतावास ने हेल्पलाइन नंबर जारी किय है। 96565505246 जारी किया गया नंबर है। विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह कुवैत रवाना हो गए है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना, भारतीय दूतावास हर संभव मदद करेगा।
(6) विधायक अपनी जेब से भरेंगे बिजली बिल-
असम। मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने वीआईपी कल्चर के चलन पर एक्शन लेते हए एक फरमान जारी किया है जिसमें कहा है कि जुलाई से सरकारी क्वार्टरों में रहने वाले सभी मंत्री , विधायकों और अधिकारियों को अपने खपत किए गए बिजली के बिल का भुगतान खुद करना होगा। कहा गया है कि इस फैसले का मकसद वीआईपी कल्चर के चलन को खत्म करना है। हिमंता ने इस बारे में सोशल मीडिया हेंडल एक्स पर लिखते हुए कहा है कि हम करदाताओं के पैसे से सरकारी अधिकारियों के बिजली बिलों के भुगतान करने की परंपरा या वीआईपी कल्चर को खत्म करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मैं स्वयं और राज्य के मुख्य सचिव दोनो एक जुलाई से अपने-अपने बिजली के बिल का भुगतान कर दूसरों के लिए उदाहरण पेश करेंगे। एक जुलाई 2024 को सभी सरकारी कर्मचारियों को अपने घर के बिजली का बिल खुद जमा करना होगा। सरमा ने कहा कि हमारा लक्ष्य राज्य में कम आय वर्ग वाले लोगों को लाभ पहुंचाना है। इसके लिए हम उन्हें एक रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली देना चाहते हैं। और इस लक्ष्य के लिए ऐसा करना बहुत जरूरी हो गया है। सरकार अगले वर्ष अप्रैल तक एक रुपये प्रति यूनिट बिजली देने का लक्ष्य बना रही है।
(7) मैजिक बाइक - 45 डिग्री पर झुकी तो खुद ही सीधी हो जाएगी
सैन फ्रांसिस्को। बाज़ार का व्यवहार ही है मांग के अनुरूप चीजें उपलब्ध कराना। तो आटोमोबिल के क्षेत्र में रोज बरोज हो रहे प्रयोगों के बीच एक ऐसी भी मोटर बाइक ( मोटर साइकिल) सड़कों पर सरपट करती नज़र आ सकती है जो शक्लो -सूरत से तो दिखती कार की तरह है पर है दरअसल वो मोटर बाइक ही। यह ऑटो बैलेंसिंग इलेक्ट्रिक व्हीकल कहलाती है और गजब के संतुलन का प्रदर्शन करती है कि सड़क पर इसे चलते देख हैरत होती है। तकनीक के बेहतरीन इस्तेमाल के बाद बनाने वाली कंपनी दावा कर रही है कि ये बाइक किसी भी हालत में जमीन नहीं चांटने वाली, ये गिरेगी ही नहीं। भला ऐसा भी संभव है क्या इस पर कंपनी का दावा है कि हर हाल में यह बाइक जमीन पर नहीं गिरेगी। यानी कहा जा रहा है कि यदि किसी वजह से यह 45 डिग्री से ज्यादा झुकने पर खुद ही यह सीधी भी हो जाएगी।
अमेरीकी कंपनी लिट मोटर्स के सीईओ डैनियल किम को 20 साल पहले एक हादसे के बाद यह विचार आया कि क्या ऐसा संभव है कि कोई ऐसी मोटर बाइक सड़क पर चलने लगे जो किसी भी परिस्थिति में जमीन पर गिरे ही नहीं। इस तरह डेनियल ने इस काल्पनिक बाइक को सचाई में बदल दिया । इतना ही नहीं यह पूरी तरह से बिजली पर चलने वाली मोटर साइकिल है जो बैटरी से एक बार पांच मिनट चार्ज करने के बाद कुल 273 किमी की दूरी तक चल सकती है।