कार जो सड़क पर फर्राट भरती और नदी में तैरती है..
■ चीन 2046 में जी रहा है, इसकी तरक्की की रफ्तार देखते ही बनती हैं…..
● अब यूएन के स्कूल पर बमबारी, 14 बच्चों सहित 40 की मौत -
राफेह ,तेल अवीव । भयंकर युध्द के 8 महीने पूरे हो गए। सात अक्तूबर 2023 को इजराइल पर हमास के आतंकी हमले के बाद शुरू हुए युध्द ने बेहिसाब तबाही मचाई है। इधर तमाम अमानवीय पहलुओं के बाद लेबनान ने हिजबुल्ला संगठन द्वारा उत्तर गाजा में किए गए ड्रोन हमले के बाद इजराइल में नया मोर्चा खोलने का ऐलान किया है। इजराइल अब 50 हजार से ज्यादा सैनिकों को लेबनान सीमा पर तैनात करेगा। यहां मंगलवार को हिजबुल्ला संगठन के ताजा हमले में पिछले दिनों 11 इजराइलियों की मौत हो गई थी। इसी घटना के बाद इजराइल ने कड़ी कार्रवाई की धमकी दी थी।
इधर युध्द की विभीषिका के बीच संयुक्त राष्ट्र की बच्चों की संस्था यूनीसेफ ने कहा है कि गाजा में अभी 90 फीसदी बच्चे कुपोषण की समस्या से जूझ रहे हैं। वहीं सयुंक्त राष्ट्र की राहत एजेंसी यूएनआरवा का कहना है कि हालात जल्द नहीं सुधरे तो जुलाई के महीने में गाजा में भयंकर भुखमरी फैलने की आशंका है।
संघर्ष विराम की वार्ता के बावजूद गाजा में इजराइली सेना( आईडीएफ ) के हमले तेज हो गए हैं।ल इस हमले में 40 लोगों की मौत हो गई जबकि अनेक लोग घायल हो गए थे। मरने वालों में 14 बच्चे और 9 महिलाएं शामिल हैं। गुरुवार 6 जून को आईडीएफ ने सेंट्रल गाजा के नुसरत रिफ्यूजी कैंप में स्थित यूएन के अल सार्दी स्कूल पर हमले किए जिसमें 40 लोगों की मौत हो गई और अनेक लोग बुरी तरह जख्मी हो गए। पता चला कि उक्त स्कूल में कई फलस्तीनी विस्थापितों ने शरण ले रखी है। वहीं इजरायली सेना ने कहा है कि यह हमला उन आतंकियों को निशाना बनाने के लिए किया गया थो जो हमास पर हमले की योजना बना रहे थे। राहत कैंप में रहने वाले अनस अल दहौक ने बताया कि हम सब स्कूल में थे और अचानक ही बमबारी शुरू हो गई। देखते ही देखते लोगों के शवों के टुकड़े बिखरने लगे थे। वहां बहुत से परिवार और बच्चे भी रह रहे थे। उन्होंने बताया कि इजराइल ने बिना चेतावनी के ही हमला कर दिया।
इजराइल- सौ बंधकों के परिजनों को अपनों की रिहाई का इंतजार एक तरफ युध्द के चलते गाजा में फिलिस्तीनी दर-दर भटकने को मजबूर हैं तो वहीं इजराइल में 120 से ज्यादा बंधकों के परिजन पिछले 8 महीनों से अपनों की रिहाई का इंतजार कर रहे हैं। | गाजा में नुकसान
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■ चीन 2046 में जी रहा है, इसकी तरक्की की रफ्तार देखते ही बनती हैं…..
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