कार जो सड़क पर फर्राट भरती और नदी में तैरती है..
■ चीन 2046 में जी रहा है, इसकी तरक्की की रफ्तार देखते ही बनती हैं…..
• कोविड काल की तुलना मे 10 फीसदी ही रह गई माल ढुलाई| • कल पुर्जे 80 फीसदी तक सस्ते, बढ़ सकता है लाभ मार्जिन |
नई दिल्ली। स्मार्टफोन, टीवी और कम्प्यूटर खरीदने का मन बना रहे लोगों के लिए एक राहत की खबर है क्योंकि कंपनी बहुत जल्दी उक्त उत्पादों के दाम घटा सकती हैं।
बाजार की नब्ज़ पर हाथ रखे बैठे लोगों को पता है कि पिछले कुछ महीनों में इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों की मांग में बहुत कमी आई है। इधर कोविड के समय माल ढुलाई जो रिकॉर्ड स्तर पहुंची थी वो घट कर तब की तुलना में महज 10 प्रतिशत ही रह गई है। इतना ही नहीं बल्कि इनसे जुड़े इलेक्ट्रॉनिक कलपुर्जों की कीमतों में भी भारी कमी देखी गई है। बाजार में चलन के मुताबिक यह कमी 60 से 80 प्रतिशत तक आकी आई है। कहा जा रहा है कि कंपनियां अब मांग बढ़ाने के लिए आने वाले त्योहारी सीजन में ग्राहकों के लिए कीमतें कम कर सकतीं हैं।
इसलिए पड़ा मांग पर असर | साढ़े छह लाख रुपये के मुकाबले 70 हजार हुई माल ढुलाई | बढ़ सकता है कंपनियों का लाभ |
पिछले साल की दीपावली के बाद भारत में टीवी, मोबाइल के कैमरा और चिप्स जैसे उत्पादों की मांग बहुत कम हो गई है। इसका प्रमुख कारण है कि कोविड के बाद बड़ी संख्या में पूरी दुनिया में लोगों की नौकरियां खत्म हो गई हैं तो जाहिर है लोगों इस दौरान अपने खर्चों में कटौती कर दी हुई है। इसका नतीजा जिन चीजों में सबसे ज्यादा देखने में मिला प्रमुखतः इसमें समार्ट फोन और कंम्प्यूटर आदि शामिल है। साल दर साल स्मार्ट फोन में साल दर साल 16 प्रतिशत और स्मार्ट फोन में 30 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। | बाजार तो मांग और सप्लाई के गणित पर चलता है तो कोविड कोरोना के समय माल ढुलाई विशेष कर चीन से कलपुर्जों की ढुलाई की लागत साढ़े छह लाख रुपये प्रति कंटेनर तक पहुंच गई थी जो अभी घटकर 70 से 80 हजार रुपये तक रह गई है। इसके साथ ही सेमीकंडक्टर चिप और कैमरा माड्यूल सहित सभी स्मार्ट फोन कलपुर्जों की कीमतें अबतक की निचले स्तर पर हैं। इतना ही नहीं बल्कि सभी तरह की माल ढुलाई की कीमतें पहले की तुलना में कई-कई गुना कम हो गई है जितनी कोविड से पहले थी। कुछ एक मामलों में मांग में वैश्विक गिरावट और कुछ देशों में मंदी के कारण भी कीमतें कम हो गईं हैं। | नई बनी परिस्थितियों में उत्पादन लागत कम होने से इलेक्ट्रॉनिक कंपनियों का परिचालन लाभ मार्जिन भी बढ़ सकता है। डिक्सन टेक्नॉलाजी, हेवेल्स और ब्लू स्टार जैसी कंपनियों ने पिछली तिमाही वित्तीय परिणाम में यह संकेत दिया था कि इस साल उनके मार्जिन में सुधार की संभावना है। |
ऐतिहासिक स्तर पर सेंसेक्स – निफ्टी | ||
नई दिल्ली। मजबूत वैश्विक संकेतों के बीच बैंकिंग, वित्तीय और पूंजीगत वस्तुओं के शेयरों की खरीदारी से सेंसेक्स और निफ्टी 16 जून शुक्रवार को ऐतिहासिक उच्च स्तर पर पहुंच कर बंद हुए। |
■ चीन 2046 में जी रहा है, इसकी तरक्की की रफ्तार देखते ही बनती हैं…..
■ एनसीआर की तर्ज पर एससीआर बनाने में लग सकता है समय ■ एससीआर में रायपुर, नवा रायपुर, दुर्ग- भिलाई, कुम्हारी, चरौदा, आरंग, पाटन, खरोरा, तिल्दा अभनपुर होंगे शामिल
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