• 28 Apr, 2025

निवेशकों को गवर्नमेंट सिक्योरिटीज में एक ही स्थान पर निवेश की सुविधा

नई दिल्ली. रिजर्व बैंक ने आरबीआई रिटेल डायरेक्ट स्कीम की घोषणा की है। इस योजना के जरिये निवेशकों को गवर्नमेंट सेक्योरिटीज में एक ही स्थान पर निवेश की सुविधा मिल जाएगी। बताया जा रहा है कि इससे सुरक्षित पैसे के साथ अच्छा मुनाफा भी मिलने वाला है।
इस योजना की एक खास बात यह है कि आरबीआई के  इस प्लान के तहत खाता खोलने और उसके प्रबंधन पर कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। कुछ इस तरह से इस योजना को समझने की कोशिश करते हैं -

ऑन लाइन पोर्टल
आरबीआई की इस स्कीम के तहत ऑनलाइन पोर्टल रजिस्टर्ड यूजर को सरकारी प्रतिभूतियों के प्राथमिक निर्गम के अलावा एनडीएस-ओएम तक पहुंच उपलब्ध कराएगा।एनडीएस-ओएम यानी सरकारी बाजार में प्रतिभूतियों में कारोबार के लिए आरबीआई की स्क्रीन आधारित इलेक्ट्रानिक आर्डर के मिलान की प्रणाली से है।
गवर्नमेंट सेक्योरिटीज
गौरतलब है कि इस प्लान का मकसद गवर्नमेंट सेक्योरीटीज की पहुंच में सुधार लाना है। साथ ही रिटेल निवेशकों की ऑनलाइन पहुंच का भी विस्तार किया जाएगा। इसमें प्रायमरी और सेकण्डरी दोनो ही बाजार शामिल  हैं। आरबीआई के अनुसार इस स्कीम के तहत सिंगल और ज्वांइट खाता खोला जा सकता है। इसका मतलब है कि आप किसी खुदरा चिल्हर निवेशकों के साथ अपना खाता खोल सकते हैं, इसके साथ ऐसा करने के लिए पात्रता मानदण्डों को पूरा करना पड़ेगा।
जरूरी दस्तावेज
रिटेल निवेशकों को भारत में बचत बैंक खाता, स्थायी खाता संख्या या केवायसी उद्देश्यों के लिए किसी भी आधिकारिक रूप से वैलिड डाक्यूमेंट , रिटेल डायरेक्ट प्लान के तहत रजिस्ट्रेशन करने और आरडीजी खाता बनाये रखने के लिए एक वैलिड ईमेल आई डी और एक मोबाइल नंबर की जरूरत होती है।
आरबीआई रिटेल डायरेक्ट सुविधा
यह खाता खोलने किसी को कहीं भी जाने की जरूरत ही नहीं, इसे ऑनलाइन खोलने की सुविधा उपलब्ध है। केन्द्रीय बैंक ने कहा है कि रिटेल निवेशक रिजर्व बैंक के पास रिटेल डायरेक्ट गिल्ट खाता खोल सकते हैं। गवर्नमेंट सेक्यूरिजटी में रिटेल पार्टनरशिप बढ़ाने के लिए सरकार ने आरबीआई रिटेल डायरेक्ट सुविधा का भी ऐलान किया था। इसके भुगतान गेटवे के लिए रजिस्टर्ड निवेशकों को चार्ज देना पड़ेगा।