• 28 Apr, 2025

34 हजार करोड़ का मामला सीबीआई ने की मुंबई में 12 ठिकानों पर छापेमारी

नई दिल्ली
सी बीआई ने अब तक के सबसे बड़े बैंकिंग फ्रॉड के मामले में डी एच एफ एल के प्रमोटरों कपिल वधावन और धीरज वधावन के खिलाफ केस दर्ज किया है। इन पर यूबीआई के नेतृत्व वाले 17 बैंकों के समूह से 34615 करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी करने का आरोप है। यह सीबीआई के पास दर्ज हुआ अब तक का सबसे बड़ा बैंकिंग फ्रॉड है। 
पहले एबीजी शिपयार्ड पर एसबीआई के नेतृत्व वाले 28 बैंकों के खिलाफ 22846 करोड़ों रुपए की बैंक धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया था। पीएनबी घोटाला 13578 हजार करोड़ रुपए का है जिसमें नीरव मोदी और मेहुल चौकसी आरोपी है। अधिकारियों ने बताया जांच एजेंसी ने यूबीआई की सिफारिश पर डी एच एफ एल के तत्कालीन सीएमडी कपिल वधावन डायरेक्टर धीरज वधावन और छह रियल्टी कंपनियों के खिलाफ आपराधिक साजिश रचने का केस 20 जून को दर्ज किया था।
इन पर यूबीआई समेत 17 बैंकों के साथ धोखाधड़ी की साजिश रचने का आरोप है। सीबीआई के 50 अफसरों की टीम ने 22 जून को आरोपियों के मुंबई स्थित 12 ठिकानों पर छापेमारी की। इसमें अमरेलीज रियल्टीज के सुधाकर शेट्टी और 8 अन्य बिल्डर्स शामिल हैं। वधावन बंधु यस बैंक के फाउंडर राणा कपूर से संबंधित भ्रष्टाचार के मामले में पहले से ही सीबीआई जांच के दायरे में है। दोनों भाई पहले से जेल में है।

यूबीआई की शिकायत पर लिया एक्शन मिली फर्जी कंपनियां
यूबीआई के नेतृत्व वाले 17 बैंकों के समूह ने डीएचएफएल को 2010 से 2018 के बीच 42871 करोड़ रुपए का कर्ज दिया था। बैंकों का आरोप है कि  (डीएचएफएलए) के अकाउंट्स ऑफीसर से पता चला कि कंपनी ने वित्तीय अनियमितताएं की है। आरोपियों ने कई फर्जी कंपनियां कागजों में खड़ी की इन कंपनियों के फर्जी खाते और अकाउंट की ऑडिट रिपोर्ट बनवाई।