अब महाराष्ट्र-झारखंड में चुनावी सरगर्मियां तेज..
■ भाजपा ने दोनों राज्यों में लगाई सौगातों -वादों की झड़ी ■ विपक्षी खेमा भी सक्रिय हुआ ■ इन दोनों राज्यों में चुनाव नवंबर में होने की चर्चा
● यह चुनाव संविधान व आरक्षण को बचाने का, भाजपा-संघ इसे खत्म कर रहेः राहुल गांधी ● अदाणी, अंबानी को जल-जंगल और जमीन देकर आदिवासियों से भीख मंगवाना चाहती है भाजपा
बिलासपुर। आम चुनाव में तीसरे चरण के प्रचार के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी सोमवार 29 अप्रैल को बिलासपुर पहुंचे। इस दौरान रैलियों में उन्होंने भाजपा और संघ परिवार पर जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी ने आशंका जताई कि यदि भाजपा फिर से सत्ता में आई तो संविधान में आमूल बदलाव कर सकती है। राहुल ने सकरी के सिंचाई मैदान में संविधान की किताब दिखाते हुए कहा कि यह चुनाव संविधान को बचाने का चुनाव है। उन्होंने कहा संविधान, आरक्षण और लोकतंत्र को पीएम मोदी, भाजपा नेता और संघ परिवार के लोग खत्म कर देना चाहते हैं। कांग्रेस पार्टी और इंडिया गठबंधन इन्हें बचाने की कोशिश कर रही है। ये गरीबों के अधिकारों को जड़ से खोद कर फेंकना चाहते हैं।
ये आदिवासियों से इनका जल,जंगल और जमीन छीन कर भीख मंगवाना चाहते हैं। देश के करोड़ों लोग अब इस बात को समझ चुके हैं। राहुल गांधी ने कहा कि संविधान महज एक किताब भर नहीं है। ये गरीबों के हितों की रक्षा कर उन्हें अधिकार देता है। बीजेपी इस किताब को ही फाड़ देना चाहती है। यह मै इसलिये कह रहा हूं क्योंकि भाजपा के अनेक नेताओं ने कहा है कि उनकी सरकार बनने पर संविधान और आरक्षण को खत्म कर देंगे। राहुल गांधी ने आशंका जताई और कहा कि यदि सचमुच ऐसा हुआ तो आदिवासियों का जल, जंगल, जमीन , भाषाएं और जीने का तरीका सब कुछ खत्म हो जाएगा। ये कहते हैं क रिजर्वेशन के खिलाफ नहीं हैं लेकिन ठेकेदारी प्रथा और सेना में अग्निवीर योजना लाकर रिजर्वेशन खत्म कर दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पब्लिक सेक्टर से प्राइवेट होने पर दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों को जगह नहीं मिल रही है। राहुल गांधी ने कहा कि मैं भाजपा को चैलेंज करता हूं कि भाजपा नेता कह दें कि वे पब्लिक सेक्टर का निजीकरण नहीं करेंगे। ठेकेदारी प्रथा बंद कर देंगे या किसानों का कर्ज माफ कर देंगे। ये नहीं कर सकते क्योंकि इनकी विचारधारा अंबेडकर, नेहरू या गांधी की नहीं है। इनकी विचारधारा में अंबानी, अदाणी जैसे लोगों को जल, जंगल और जमीन बांट देने की रही है।
पाटन( गुजरात) । राहुल गांधी ने गुजरात के पाटन में मोदी के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि भाजपा सरकार आरक्षण व्यवस्था के खिलाफ है। इसलिए वो आरक्षण बदलना चाहती है। उन्होंने कहा कि हम यदि सत्ता में आए तो सबसे पहले जाति जनगणना और आर्थिक सर्वेक्षण करवाएंगे ताकि दलित, ओबीसी, आदिवासियों की देश में सही संख्या समाने आ सके। फिर उनकी संख्या के आधार पर सरकारी प्राइवेट सेक्टर, यूनिवर्सिटीज, मीडिया और आर्थिक संस्थानों में उनकी मौजूदगी का पता लगाएंगे। उन्होंने दावा किया कि इस प्रयास के बाद भारत के पास जनसंख्या में सभी जातियों का अनुपात, उनकी भागीदारी, पैसा और वे जिन संस्थानों में काम कर रहे हैं उसका उचित अंदाजा हो जाएगा। ल
सतारा, बागलकोट। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार 29 अप्रैल को महाराष्ट्र के सतारा सोलापुर तो दूसरी ओर कर्नाटक के बागलकोट में चुनावी सभाएं कीं। मोदी ने कहा कि कांग्रेस अपनी दागी पृष्ठभूमि के बावजूद देश में सत्ता छीनने के सपने देख रही है। वो इस बात से अनजान है कि इंडी गठबंधन चुनाव के दो चरणों में पहले ही हार चुका है। आरक्षण के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस नहीं चाहती कि दलित, आदिवासी या ओबीसी नेता देश का नेतृत्व करें। इसलिए वो ओबीसी आरक्षण पर झूठ फैला रही है। इंडी गठबंधन कह रहा है कि यदि भाजपाी गठबंधन सत्ता में आई तो संविधान बदलेगी। आज बाबा साहेब अंबेडकर भी चाह कर आरक्षण खत्म नहीं कर सकते तो मोदी तो बहुत दूर की बात है।
■ भाजपा ने दोनों राज्यों में लगाई सौगातों -वादों की झड़ी ■ विपक्षी खेमा भी सक्रिय हुआ ■ इन दोनों राज्यों में चुनाव नवंबर में होने की चर्चा
हम एक धर्म निरपेक्ष देश हैं । हमारे निर्देश सभी के लिए होंगे। चाहे वे किसी धर्म या व्यवसाय के हों। अगर सड़क के बीच में कोई धार्मिक संरचना है फिर वह गुरूद्वारा हो, दरगाह या फिर मंदिर, तो उसे हटाना ही पड़ेगा। यह जनता के आवागमन में बाधा नहीं डाल सकती। साथ ही अवैध निर्माण तोड़ने से पहले पर्याप्त समय देना चाहिए। महिलाओं और बच्चों को सड़क पर देखना अच्छा नहीं । - जस्टिस बी.आर. गवई
हम एक धर्म निरपेक्ष देश हैं । हमारे निर्देश सभी के लिए होंगे। चाहे वे किसी धर्म या व्यवसाय के हों। अगर सड़क के बीच में कोई धार्मिक संरचना है फिर वह गुरूद्वारा हो, दरगाह या फिर मंदिर, तो उसे हटाना ही पड़ेगा। यह जनता के आवागमन में बाधा नहीं डाल सकती। साथ ही अवैध निर्माण तोड़ने से पहले पर्याप्त समय देना चाहिए। महिलाओं और बच्चों को सड़क पर देखना अच्छा नहीं । - जस्टिस बी.आर. गवई
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