अब महाराष्ट्र-झारखंड में चुनावी सरगर्मियां तेज..
■ भाजपा ने दोनों राज्यों में लगाई सौगातों -वादों की झड़ी ■ विपक्षी खेमा भी सक्रिय हुआ ■ इन दोनों राज्यों में चुनाव नवंबर में होने की चर्चा
• मरकाम ने शपथ ली, टेकाम अब राज्य योजना आयोग के अध्यक्ष, कैबिनेट मंत्री का दर्जा..
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस संगठन और सत्ता में जुलाई के आते ही पिछले कुछ दिनों में बड़ी तेजी से कुछ अहम बदलाव किए गए, जैसे कि कांग्रेस की दिल्ली में हुई बैठक के बाद जब से टी.एस. सिंहदेव डिप्टी सीएम बनाए गए हैं तब ही से ये सिलसिला चल पड़ा है जो मंत्रिमंडल में फेरबदल तक पहुंचा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटाए गए कोंडागांव के विधायक मोहन मरकाम को राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने 14 जुलाई शुक्रवार को कैबिनेट मंत्री पद की शपथ दिलाई और सीएम भूपेश बघेल ने उन्हें शुभकामनाएं दी।
दूसरी ओर सीएम बघेल के कहने पर मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले डॉ प्रेमसाय टेकाम के लिए सीएम ने अपना योजना आयोग छोड़ा और टेकाम को चेयरमेन बना दिया गया। इसके साथ ही उनका कैबिनेट मंत्री का दर्जा और सुविधाएं बरकरार रखीं गईं। इस बदलाव के साथ डिप्टी सीएम सहित कम से कम चार मंत्रियों के प्रभार में भी बदलाव किए गए हैं।
दरअसल जुलाई के मध्य तक कांग्रेस संगठन में हुए बदलाव के बाद सिलसिले से बड़े-छोटे बदलाव होते रहे हैं। पीसीसी चीफ मोहन मरकाम को हटा कर बस्तर के सांसद दीपक बैज को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। इसके साथ ही स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह टेकाम से इस्तीफा लेकर उनकी जगह मोहन मरकाम को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। इस तरह दूसरी बार मंत्रिमंडल में फेरबदल किये गए हैं। इससे पहले अमरजीत भगत को मंत्रिमंडल में लाया गया था।
आलाकमान और सीएम की उम्मीदों पर खरा उतरूंगा | टेकाम का मंत्री पद का दर्जा, सुविघाएं बरकरार |
14 जुलाई शुक्रवार को मंत्री पद का शपथ लेने के बाद मोहन मरकाम ने कहा कि बड़ी जिम्मेदारी मिली है। मुख्यमंत्री ने सरकार में मंत्री बनाकर प्रदेश की ढाई करोड़ जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने की जिम्मेदारी दी है।मैं मुख्यमंत्री, आलाकमान और जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने की प्रयास करूंगा। सीएम जो भी निर्देश देंगे उनका पालन करूंगा। | शिक्षा मंत्री रहे टेकाम को इस्तीफा देने के बाद चौबीस घंटों के भीतर योजना आयोग का अध्यक्ष बनाकर उनकी मंत्री पद की तमाम सुविधाएं बरकरार रखी गईं हैं। मंत्री पद से हटाए जाने के बाद टेकाम ने कहा था कि उन्होंने इस्तीफा दिया नहीं है बल्कि उनसे इस्तीफा लिया गया है। बताया गया कि सीएम बघेल ने उनकी पीड़ा को ध्यान में रखकर उन्हें तत्काल न सिर्फ योजना आयोग का अध्यक्ष बनाया बल्कि कैबिनेट मंत्री का दर्जा और उनकी तमाम सुविधाएं यथावत रखने के निर्देश भी दिय़े हैं। |
■ भाजपा ने दोनों राज्यों में लगाई सौगातों -वादों की झड़ी ■ विपक्षी खेमा भी सक्रिय हुआ ■ इन दोनों राज्यों में चुनाव नवंबर में होने की चर्चा
हम एक धर्म निरपेक्ष देश हैं । हमारे निर्देश सभी के लिए होंगे। चाहे वे किसी धर्म या व्यवसाय के हों। अगर सड़क के बीच में कोई धार्मिक संरचना है फिर वह गुरूद्वारा हो, दरगाह या फिर मंदिर, तो उसे हटाना ही पड़ेगा। यह जनता के आवागमन में बाधा नहीं डाल सकती। साथ ही अवैध निर्माण तोड़ने से पहले पर्याप्त समय देना चाहिए। महिलाओं और बच्चों को सड़क पर देखना अच्छा नहीं । - जस्टिस बी.आर. गवई
हम एक धर्म निरपेक्ष देश हैं । हमारे निर्देश सभी के लिए होंगे। चाहे वे किसी धर्म या व्यवसाय के हों। अगर सड़क के बीच में कोई धार्मिक संरचना है फिर वह गुरूद्वारा हो, दरगाह या फिर मंदिर, तो उसे हटाना ही पड़ेगा। यह जनता के आवागमन में बाधा नहीं डाल सकती। साथ ही अवैध निर्माण तोड़ने से पहले पर्याप्त समय देना चाहिए। महिलाओं और बच्चों को सड़क पर देखना अच्छा नहीं । - जस्टिस बी.आर. गवई
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