• 28 Apr, 2025

महादेव ऐप का मालिक सौरभ दुबई में पकड़ा गया ..

महादेव ऐप का मालिक सौरभ दुबई में पकड़ा गया ..

● रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर हुई गिरफ्तारी, ईडी ने किया था अनुरोध .. ● भारत लाने की तैयारी की जा रही, कूटनीतिक विकल्पों पर काम कर रहीं एजेंसियां ● 20 दिसंबर के बाद सौरभ का साथी उप्पल भी किया गया था गिरफ्तार

मुंबई/रायपुर ।  चुनाव से पहले ईडी के छापों के बाद से खूब चर्चित रहे महादेव ऑनलाइन सट्टे बाजी ऐप के मालिको में से एक सौरभ चंद्राकर को दुबई में दिसंबर के आखिरी  हफ्ते में दुबई में गिरफ्तार कर नजर बंद कर लिया गया है।  इससे इनफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ईडी) सहित कई भारतीय जांच एजेंसियां सतर्क हो गईं हैं और सौरभ को भारत लाने के कूटनीतिक विकल्पों पर विचार कर रही हैं। 

       आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक इस सैकड़ों करोड़ रुपये के धनशोधन मामले में जल्द ही एक नया आरोप पत्र दाखिल कर सकती है। महादेव ऐप से जुड़े एक आरोपी दीपक नेपाली को  बुधवार 27 दिसंबर को ही छत्तीसगढ़ की दुर्ग पुलिस ने गिरफ्तार किया है।  ईडी की सलाह पर इंटरपोल ने सट्टेबाजी और गेमिंग ऐप के एक अन्य प्रवर्तक रवि उप्पल के खिलाफ रेड नोटिस  (आरएन )जारी किया था जिस पर कार्रवाई करते हुए उसे दुबई में स्थानीय अधिकारियों ने हिरासत में ले लिया है।  

    उप्पल को हिरासत में लिये जाने के कुछ हफ्ते बाद ही यह घटनाक्रम सामने आया। इसके बाद से ही जांच एजेंसियां यूएई यूनाइटेड अरब एमिरात की सरकार की मदद से सौरभ चंद्राकर की तलाश कर रही थीं। हिरासत में लेने के बाद सौरभ को घर से बाहर जाने की अनुमति नहीं दी गई है क्यों कि इससे उसके भाग जाने का अंदेशा है। यूएई के अफसर उस पर लगातार नजर रखे हुए हैं। 

   सौरभ और उप्पल दोनों पिछले दो सालों से दुबई में बैठ कर  सट्टा ऐप का संचालन कर रहे थे।  यूएई में सट्टा वैध है जिसका लाभ इन लोगों ने लिया।   कहा जा रहा है कि सौरभ के साथी रवि उप्पल में दुबई में करीब सौ करोड़ रुपये की संपत्ति खरीदी है अब इसकी भनक लगते ही दुबई पुलिस इस बारे में जानकारी जुटाने में लगी है। महादेव ऐप ईडी के अलावा छत्तीसगढ़ और मुंबई पुलिस भी जांच कर रही है।  सूत्रों ने बताया कि दुबई में चंद्राकर के ठिकानों के बारे में संघीय एजेंसी को  सूचित कर दिया गया है और उसे नज़रबंद कर दिया गया है। 

      भारतीय एजेंसियां धनशोधन मामले में शामिल इन दोनो आरोपियों को वापस भारत लाने के कूटनीतिक विकल्पों पर काम कर रही हैं।  जबकि पुलिस महादेव बुक ऑनलाइन ऐप की कथित गैरकानूनी गतिविधियों की जांच कर रही है। हजारों करोड़ रुपये का महादेव ऐप मामला एक हाई प्रोफाइल घोटाला है जिसमें एक ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म शामिल है जो पोकर, कार्ड गेम, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल और क्रिकट जैसे लोकप्रिय खेलों पर गैरकानूनी जुआ को बढ़ावा देता है। 

6 हजार करोड़ की मनीलांड्रिंग का आरोप

उल्लेखनीय है कि अक्टूबर में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मनीलॉड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की एक विशेष अदालत के आदेश पर ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर के खिलाफ केन्द्रीय  जांच एजेंसी ने मनी लांड्रिंग की जांच शुरू की थी। जांच एजेंसी के अनुसार सौरभ चंद्राकर और एक अन्य प्रमोटर रवि उप्पल संयुक्त अरब एमिरात स्थित अपने हेड ऑफिस में महादेव सट्टेबाजी ऐप के जरिये मनी लांड्रिंग और हवाला का लेन देन कर रहे थे। इस मामले में कुल 6000 करोड़  रुपये के मनी लांड्रिंग करने का आरोप है। 

उप्पल पहले से ही हिरासत में है

उप्पल को स्थानीय अधिकारियों ने दिसंबर की शुरुआत में ही दुबई से हिरासत में लिया था। उस समय मनी लांड्रिंग रोधी एजेंसी ने कहा था कि अधिकारी  उप्पल के प्रत्यर्पण के लिए अरब देश से संपर्क कर रहे हैं। मनी लांड्रिंग मामले की जांच के दौरान रणवीर कपूर, श्रध्दा कपूर, हुमा कुरैशी, कपिल शर्मा, बमन ईरानी और हिना खान सहित अनेक बॉलीवुड हस्तियों को भी ईडी ने समन भेजा है। जांच एजेंसियों को इन सभी पर संदेह है कि उन्होने उप्पल और चंद्राकर द्वारा आयोजित 
कार्यक्रमों में अपने परफार्मेंस के बदले भुगतान के रूप में बड़ी मात्रा में कैश ( ब्लैक मनी) लिया है। 

पूरक आवेदन भी पेश कर सकती है  ईडी

सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि इन मामलों के तार छत्तीसगढ़ और अन्य जगहों पर राजनीति से जुड़े भी हो सकते हैं। ईडी इस मामले के संबंध में नवंबर में छत्तीसगढ़ से गिरफ्तार  किये गए लोगों के खिलाफ एक नया ( पूरक ) आरोप पत्र भी दाखिल कर सकती है। पुलिस ने  इस मामले में कथित तौर पर लेनदेन करने वाले असीम दास और पुलिस के सिपाही भीम यादव को गिरफ्तार किया था । एजेंसी ने रायपुर में धन शोधन निवारण अधिनियम( पीएमएलए) की विशेष अदालत 
के समक्ष दायर अपने आरोप पत्र में चंद्राकर  और उप्पल के साथ  कुछ अन्य लोगों को नामित भी किया था। 

हर महीने की कमाई 90 करोड़ रुपये...

दरअसल भारत में छत्तीसगढ़ सहित अलग  अलग राज्यो में बड़े शहरों में महादेव बेटिंग ऐप के जरिये 30 काल सेंटर्स खोले गए थे। इन सभी सेंटरों को बकायदा एक चेन बनाकर बेहद शातिर तरीके से चलाया जा रहा था। सौरभ चंद्राकर  और रवि उप्पल के दो बहुत करीबी अनिल दम्मानी और सुनील दम्मानी की मदद से  हिन्दुस्तान में ऑररेट किया जा रहा था। हर ब्रांच को सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल फ्रेंचाइजी के रूप में बेचते थे। महादेव डेटिंग ऐप में रवि उप्पल न केवल सौरभ चंद्राकर का राइट हैंड है बल्कि पार्टनर भी है। पूरे देश में इसके 1200 ब्रांच हैं और दावा किया गया है कि हर महीने इन दोनों की कमाई 90 करोड़ रुपये होती है।