• 28 Apr, 2025

हिन्दू हिंसक होते तो राम मंदिर बनने में 500 साल नहीं लगतेः खट्टर

हिन्दू हिंसक होते तो राम मंदिर बनने में 500 साल नहीं लगतेः खट्टर

● 293 सीट को अल्पमत बताना कांग्रेस की पॉलिसी का हिस्सा है। ● विपक्ष का दर्जा मिलने को ही अपनी जीत मान रही कांग्रेस- ● नेहरू के समय तीन बार लगातार पीएम बनना आसान था, अब मुश्किल है

रायपुर। केन्द्रीय ऊर्जा, आवास व शहरी मामलों के केन्द्रीय मंत्री मनोहरलाल खट्टर ने बुधवार 10 जुलाई को लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के हिंसक हिन्दू वाले बयान पर करारा प्रहार किया। उन्होंने रायपुर के पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित भाजपा के वृहद कार्यसमिति की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदू हिंसक होते तो राम मंदिर बनने में 500 साल नहीं लगते।

    मंत्री खट्टर ने कटाक्ष करते हुए कहा कि दरअसल कांग्रेस पिछले दो चुनावों में विपक्षी दल की मान्यता भी प्राप्त नहीं कर पा रही थी।इस बार 99 सीटों के साथ मान्यता प्राप्त विपक्षी दल का दर्जा मिलने को ही अपनी जीत मान रही है।  जनता ने प्रधानमंत्री श्री मोदी के पक्ष में स्पष्ट जनादेश दिया है।

    उन्होंने कहा कि महज  99 सीटें हासिल कर कांग्रेस भ्रामक आंकड़े पेश करके झूठ बोलकर अमर्यादित बातें कर रही है। राहुल गांधी और कांग्रेस केन्द्र की एनडीए सरकार को अल्पमत की सरकार बता रहे हैं जो झूठ है। उन्होंने सरकारों की तुलना करते हुए कहा कि आंकड़े बताते हैं कि 2004 और 2009 में यूपीए की सरकार में कांग्रेस ने मात्र 145 और 206 सीटें ही हासिल की थी। जबकि यूपीए को 225 और 262 सीटें ही मिली थीं। अल्पमत की इन सरकारों को थर्ड फ्रंट ने समर्थन दिया था जबकि आज एनडीए 293 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत की सरकार है और इमसें भी अकेले भाजपा की 240 सीटें हैं।

    मंत्री खट्टर ने यह भी कहा कि 293 सीट को अल्पमत बताना कांग्रेस की पॉलिसी का हिस्सा है। प्रधानमंत्री के रूप में श्री मोदी के लगातार तीसरी बार शपथ लेने को ऐतिहासिक घटना बताते हुए उन्होंने कहा कि पं. नेहरू के समय लगातार तीन बार प्रधानमंत्री बनना उतना चुनौतीपूर्ण नहीं होता था लेकिन आज चुनौतीपूर्ण स्थिति में मोदी का लगातार तीसरी बार पीएम बनना मायने रखता है।

    मंत्री ने यह भी कहा कि दरअसल विपक्ष को प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा का भय सता रहा है यदि इनकी सत्ता रही तो जातीय  और सांप्रदायिक उन्माद फैलाकर तुष्टिकरण की राजनीति का विपक्षी एजेंडा और मंसूबा पूरा नहीं हो सकेगा।