अब महाराष्ट्र-झारखंड में चुनावी सरगर्मियां तेज..
■ भाजपा ने दोनों राज्यों में लगाई सौगातों -वादों की झड़ी ■ विपक्षी खेमा भी सक्रिय हुआ ■ इन दोनों राज्यों में चुनाव नवंबर में होने की चर्चा
• सैलजा और बैज ने 49 सीटों पर प्रत्याशियों से किया आमना सामना • दूसरे दिन चर्चा के बाद अब तैयार होगी अंतिम रिपोर्ट
रायपुर। विधानसभा के चुनाव संपन्न होते ही उम्मीदवारों से ही पार्टियां अपने अपने क्षेत्रों का हिसाब मांगती हैं। इसी दौर में कांग्रेस ने भी अपने प्रत्याशियों से पूछा है कि आखिर वे मतदान के बाद अपने आप को कितने गहरे पानी में पाते हैं। इसी सिलसिले में कांग्रेस के 49 प्रत्याशियों के साथ मंथन और फीडबैक का दौर पूरा हो गया है। प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा और पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने सरगुजा और बिलासपुर संभाग के अलावा रायपुर और दुर्ग संभाग की शेष सीटों के प्रत्याशियों से रूबरू मुलाकात कर मतदान के बाद की रिपोर्ट ली।
वहीं सीटों के समीकरणों के साथ रुझानों पर भी चर्चा हुई। प्रत्याशियों ने प्रभारी को बताया कि उन्होंने संगठन की तय रणनीति और स्थानीय समीकरणों को मद्देनज़र रखते हुए अपना अपना चुनाव अभियान आक्रामक ढंग से चलाया। इधर कुछ सीटों में जरूर प्रार्टी विरोधी गतिविधियों की शिकायतें की गईं हैं।
कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में कुमारी सैलजा और दीपक बैज ने 49 सीटों पर रुझान के लिए फीडबैक लिया। पार्टी सूत्रों के मुताबिक फीडबैक के बाद कांग्रेस एक बार फिर बहुमत के लिए आश्वस्त हो गई है। ज्यादातर उम्मीदवारों ने दावे किए हैं कि परिणाम उन्हीं के पक्ष में होंगे। वहीं कुछ एक प्रत्याशियों ने कड़े मुकाबले के बीच समीकरणों का फायदा मिलने की बातें भी की हैं। चर्चा के दौरान प्रत्याशियों ने यह भी दावे किए हैं मतदाताओं का भाजपा के दावों पर अधिक भरोसा नहीं दिखा इसका भी लाभ अंततः कांग्रेस को ही मिलेगा। लोगों ने अपना मन पहले से ही बना लिया था।
आखिरी वक्त तक लोगों को लुभाने के लिए पार्टियां घोषणाएं करती रहती हैं। इसी कड़ी में भाजपा की महतारी वंदन योजना के जवाब में कर्जमाफी तथा गृहलक्ष्मी योजना लेकर लोगों के पास पहुंची जिसका उनके मानस पर गहरा असर पड़ा साथ ही पिछली बार किए कांग्रेस के वादे विशेषकर किसानों से किये धान की वाजिब कीमत देने और कर्ज माफी के वादे सरकार बनते ही सीएम भूपेश बघेल ने चंद घंटों में ही राहत की तरह पूरा कर दिया था। इसी का भरोसा था कि कर्ज माफी और गृहलक्ष्मी योजना को भी संगठन ने लोगों तक सही समय में पहुंचाने में सफलता पाई।
दो चरणों मे लिए गए फीडबैक के बाद कांग्रेस के रणनीतिकार अब अंतिम रिपोर्ट तैयार करेंगे। सभी 90 सीटों में चर्चा के बाद वरिष्ठ नेता स्पष्ट बहुमत तक पहुंचाने को लेकर आश्वस्त नजर आ रहे हैं। कई प्रत्याशियों ने अपने क्षेत्रों से संबंधित बूथों में हुए मतदान का पूरा आंकड़ा भीपेश किया है। वहीं कांग्रेस के पक्ष में अच्छे मतदान को लेकर तर्क भी दिए हैं।
कंट्रोल रूम से रिपोर्ट से मिलान भी- पीसीसी कंट्रोल रूम के जरिेये सीधे सभी 90 सीटों में फील्ड से ली गई रिपोर्ट से भी सकारात्मक रुझान के दावे भी किए गए हैं। सभी प्रत्याशियों से चर्चा के बाद अब कंट्रोल रूम की रिपोर्ट के साथ मिलान किया जाएगा। इसके आधार पर ही एक ठोस अंतिम रिपोर्ट तैयार की जा सकेगी। | नकारात्मक मुद्दे धराशायी- कांग्रेस प्रत्याशियों ने प्रभारी से चर्चा के दौरान दावा किया कि भाजपा द्वारा फैलाए गए झूठ और अफवाहों के साथ नकारात्मक मुद्दों का कोई असर नहीं हुआ। मतदाताओं ने स्थानीय स्तर पर वास्तविकता को ध्यान में रखा है। कांग्रेस अपनी सरकार के कामकाज और वास्तविक मुद्दों को सामने रख कर चुनाव लड़ने उतरी थी और इसका उसे फायदा भी मिलेगा। |
■ भाजपा ने दोनों राज्यों में लगाई सौगातों -वादों की झड़ी ■ विपक्षी खेमा भी सक्रिय हुआ ■ इन दोनों राज्यों में चुनाव नवंबर में होने की चर्चा
हम एक धर्म निरपेक्ष देश हैं । हमारे निर्देश सभी के लिए होंगे। चाहे वे किसी धर्म या व्यवसाय के हों। अगर सड़क के बीच में कोई धार्मिक संरचना है फिर वह गुरूद्वारा हो, दरगाह या फिर मंदिर, तो उसे हटाना ही पड़ेगा। यह जनता के आवागमन में बाधा नहीं डाल सकती। साथ ही अवैध निर्माण तोड़ने से पहले पर्याप्त समय देना चाहिए। महिलाओं और बच्चों को सड़क पर देखना अच्छा नहीं । - जस्टिस बी.आर. गवई
हम एक धर्म निरपेक्ष देश हैं । हमारे निर्देश सभी के लिए होंगे। चाहे वे किसी धर्म या व्यवसाय के हों। अगर सड़क के बीच में कोई धार्मिक संरचना है फिर वह गुरूद्वारा हो, दरगाह या फिर मंदिर, तो उसे हटाना ही पड़ेगा। यह जनता के आवागमन में बाधा नहीं डाल सकती। साथ ही अवैध निर्माण तोड़ने से पहले पर्याप्त समय देना चाहिए। महिलाओं और बच्चों को सड़क पर देखना अच्छा नहीं । - जस्टिस बी.आर. गवई
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