• 28 Apr, 2025

मणिपुर में फिर संघर्ष , पांच की मौत

मणिपुर में फिर संघर्ष , पांच की मौत

इंफाल । लंबे समय से हिंसाग्रस्त और अशांत बने हुए मणिपुर में शांंति बहाल करना लगभग सपना सा ही हो गया है। उग्रवादियों का दुस्साहस इतना बढ़ गया है  कि अब ड्रोन और बम से हमला करने के बाद संदिग्ध मैतेई और कुकी उग्रवादियों में आमने सामने की लड़ाई शुरू हो गई है। ताजा घटना शनिवार 7 सितंबर को जिरीबाम नामक जगह पर हुई । कुकी हथियारबंद लोगोंं ने जिरीबाम पुलिस स्टेशन से महज एक किमी दूर 63 वर्षीय एक बुजुर्ग को उनके घर में घुस कर गोली मार दी। उग्रवादी तीन दिन पहले पहाड़ी इलाकों में बने उनके एक बंकर को सुरक्षाबलों द्वारा नष्ट किये जाने से नाराज बताये जा रहे थे।

    इस घटना के विरोध में बुजुर्ग की हत्या से गुस्साये  मैतेई हथियारबंद लोगों ने कुकी  आबादी वाले गावोंं में ताबड़तोड़ फायरिंग की और इसके जवाब में कुकी लोगों ने भी फायरिंग की । नतीजतन इस गोलीबारी चार और लोगों की मौत हो गई। इनमें से तीन मरने वालों की पहचान कुकी के रूप में हुई है। पिछले साल मई से शुरू हुई हिंसा के बाद संभवतः  यह पहला मौका है जब उग्रवादियोंं ने मैतेई इलाकों में घुस कर किसी की हत्या कर दी  हो।

    मणिपुर में तनाव बढ़ता देख मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंन ने उसी शाम ही विधायक दल की बैठक बुलाई। इसके बाद उन्होंने राज्यपाल एल. आचार्य को कानून व्यवस्था की जानकारी भी दी। वहीं आईजीपी के.  कबीब के मुताबिक उग्रवादी पहाड़ों से लम्बी दूरी से रॉकेट दाग रहे हैं।  रॉकेट दागने के वारदात इतने हो गए कि इनकी निगरानी के लिए सैन्य हेलिकॉप्टर लगाए गए हैं। इन्होंने इंफाल में मणिपुर राइफल्स के मुख्यालय पर हमलाकर हथियार लूटने की भी कोशिश की पर वे सफल नहीं हुए।

  • शांतिवार्ता के बीच हिंसा फैला रहे उग्रवादी-
    ताजा हिंसा मैतेई और हमार समुदायों के बीच चल रही बातचीत के बीच ही हुई है। दरअसल एक अगस्त को असम के कछार में सीआरपीएफ कैंप के में दोनों समुदायोंं के प्रतिनिधियों की बैठक हुई। इसमें जिरीबाम जिला प्रशासन के प्रतिनिधियों के अलावा हमार, मैतेई, थाडौ, पैटेई और मिजो समुदायों के सदस्य भी थे। हालांकि जिरीबाम के बाहर रह रहे हमार समुदाय के लोग इस समझौते के खिलाफ है। 
     

प्रभावी एक्शन जल्दी ही –

हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में एंटी ड्रोन सिस्टम तैनात, अतिरिक्त जवान भी लगा रहे ….

गुवाहाटी। पहले ड्रोन और अब रॉकेट से हमले हो रहे हैं। मैतेई और कुकी बहुल जिलों का सीमांत क्षेत्र मणिपुर में नया युध्द क्षेत्र बन गया है। जिलों की सीमाओं पर ग्राम रक्षा स्वयंसेवक- के नाम पर हथियारबंद उग्रवादी महज 50 किमी की दूरी पर तैनात हैं। हालांकि मणिपुर पुलिस के आईजीपी ( खुफिया विभाग)  के. कबीब ने बताया कि ड्रोन हमलों से निबटने के लिए राज्य में एंटी ड्रोन सिस्टम लगा दिये गए हैं। सूत्रों के मुताबिक उग्रवादियों के हाथों ड्रोन बम और रॉकेट लांचर लगने को केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने गंभीरता से ले रहा है।

    राज्य सरकार ने केन्द्र सरकार को पत्र भेज कर इस मामले में सख्त कदम उठाने की मांग की है। अभी राज्य में 40 हजार मणिपुर पुलिसकर्मियों के अलावा सुरक्षाबलों के करीब 50 हजार जवान तैनात हैं और अतिरिक्त फोर्स बढ़ाई जा रही है।

    उधर कुकी संगठन ताजा हिंसा के लिए मणिपुर सीएम एन . बीरेन सिंह की उस कथित लीक ऑडियो क्लिप को जिम्मेदार ठहरा रहा है जिसमें सीएम की संलिप्तता बताई गई थी। इसके खिलाफ कुकी संगठनों ने शनिवार 7 सितंबर को  बंद का आह्वान भी किया था हालांकि सरकार ऑडियो को फर्जी भी बता चुकी है।