• 28 Apr, 2025

आबकारी घोटाले में ईडी ने किया खुलासा ...

आबकारी घोटाले में ईडी ने किया खुलासा ...

• सरकारी दुकानों से बेची अवैध शराब पूरी राशि सिंडिकेट को मिली • नवा रायपुर में 21.6 करोड़ की जमीन ज्वाइंट वेंचर से खरीदी • देशी शराब डिस्टिलर के घर से 28 करोड़ के गहने बरामद हुए

रायपुर। पिछले कुछ महीनों से प्रवर्तन निदेशालय इन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट (ईडी) ने अफसरों और कुछ नेताओं के नाक में दम कर रखा है। देशी शराब की अवैध तरीके से बिक्री से कुछ लोगों द्वारा बेहिसाब कमाई का अनुमान लगाया है। ईडी एक प्रेस रीलीज में कथित शराब घोटाले में चार प्रकार से कमीशनखोरी होने के की बात कही है।
ईडी के अनुसार एपी त्रिपाठी भारतीय सेवा के अफसर हैं। पिछले सात साल से छत्तासगढ़ में पदस्थ हैं।यहां आबकारी विभाग में विशेष सचिव और छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कार्पोरेशन लिमिटेड में एमडी थे।

ईडी की जांच में खुलासा हुआ है कि त्रिपाठी ने अनवर ढेबर के कहने पर अपनी सीधी कार्रवाई से विभाग में भ्रष्टाचार को बढ़ाने के लिए छत्तीसगढ़ के शराब व्यावसाय को पूरी तरह से भ्रष्ट कर दिया। उन्होंने नीतिगत बदलाव किया और अनवर ढेबर के सहयोगियों को निविदाएं दीं ताकि चारो मामलों में अधिकतम लाभ लिया जा सके।वरिष्ठतम अधिकारी और छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड के एमडी होने के बावजूद वे लोकाचार के विरुध्द गए । इस लूट में उसने सबसे ज्यादा हिस्सा हासिल किया।
ईडी के मुताबिक इस छापे में एक देशी शराब डिस्टलर के घर से 28 करोड़ रुपये मूल्य की ज्वेलरी बरामद की गई है। इसे सीज किया गया है। वहीं आरोपी अनवर ढेबर द्वारा नवा रायपुर में ज्वाइंट वेंचर के नाम पर 21.6 करोड़ रुपये कीमत की 53 एकड़ जमीन अधिगृहीत करने का खुलासा भी किया गया है। ईडी ने आरोप लगाया है कि यह जमीन अवैध कमाई से खरीदी गई है।

  • ईडी कर रही थी पूछताछ

कथित शराब घोटाला मामले में ईडी ने अनवर ढेबर, नितेश पुरोहित, त्रिलोक सिंह ढिल्लन व अरुण पति त्रिपाठी को गिरफ्तार किया है। इसके बाद इन चारों आरोपियों को रायपुर की विशेष अदालत ने चार दिन की ईडी की हिरासत में सौपा था। इसके बाद इन आरोपियों से खबर लिखे जाने तक ईडी की पूछताछ जारी थी।