अब महाराष्ट्र-झारखंड में चुनावी सरगर्मियां तेज..
■ भाजपा ने दोनों राज्यों में लगाई सौगातों -वादों की झड़ी ■ विपक्षी खेमा भी सक्रिय हुआ ■ इन दोनों राज्यों में चुनाव नवंबर में होने की चर्चा
● 1 अप्रैल 2005 से रायल्टी वसूल करने की अनुमति दी है सुप्रीम कोर्ट ने ● खनिज संपन्न राज्यों की जीत ,कर लगाने के अधिकार वाला फैसला पूर्व प्रभाव से राजी होगा ● छत्तीसगढ़, ओडिशा और झारखंड जैसे राज्यों को सबसे अधिक लाभ ● खनिज सम्पन्न राज्यों को बकाये का भुगतान अगले 12 वर्षों में क्रमबद्ध तरीके से
सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने माना
केंद्र ने कहा था कि यदि फैसले को पूर्व तिथि से लागू किया जाता है तो आरंभिक आकलन के अनुसार सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को 70,000 करोड़ रुपये से अधिक का घाटा होगा । पीठ ने राज्यों के कर लगाने के अधिकार को बरकरार रखते हुए 25 जुलाई को कहा था की खनन पट्टाधारकों की ओर से केंद्र सरकार को दी जाने वाली रॉयल्टी कोई कर नहीं है। खान और खनिज विकास और विनिमय अधिनियम 1957 राज्यों की कर लगाने के अधिकार को सीमित नहीं करता । | जस्टिस नागरत्ना ने कहा था संघीय व्यवस्था ध्वस्त हो जाएगी जस्टिस नागरत्ना ने बहुमत के विचार से असहमति जताई और कहा था कि रॉयल्टी कर की प्रवृत्ति में हैं । उनका मानना था कि राज्यों को कर लगाने की अनुमति देने से संघीय व्यवस्था ध्वस्त हो जाएगी और खनन गतिविधियों में मंदी आएगी व राज्यों में खनन पट्टे प्राप्त करने के लिए अस्वस्थ प्रतिस्पर्धा भी बढ़ेगी । |
■ भाजपा ने दोनों राज्यों में लगाई सौगातों -वादों की झड़ी ■ विपक्षी खेमा भी सक्रिय हुआ ■ इन दोनों राज्यों में चुनाव नवंबर में होने की चर्चा
हम एक धर्म निरपेक्ष देश हैं । हमारे निर्देश सभी के लिए होंगे। चाहे वे किसी धर्म या व्यवसाय के हों। अगर सड़क के बीच में कोई धार्मिक संरचना है फिर वह गुरूद्वारा हो, दरगाह या फिर मंदिर, तो उसे हटाना ही पड़ेगा। यह जनता के आवागमन में बाधा नहीं डाल सकती। साथ ही अवैध निर्माण तोड़ने से पहले पर्याप्त समय देना चाहिए। महिलाओं और बच्चों को सड़क पर देखना अच्छा नहीं । - जस्टिस बी.आर. गवई
हम एक धर्म निरपेक्ष देश हैं । हमारे निर्देश सभी के लिए होंगे। चाहे वे किसी धर्म या व्यवसाय के हों। अगर सड़क के बीच में कोई धार्मिक संरचना है फिर वह गुरूद्वारा हो, दरगाह या फिर मंदिर, तो उसे हटाना ही पड़ेगा। यह जनता के आवागमन में बाधा नहीं डाल सकती। साथ ही अवैध निर्माण तोड़ने से पहले पर्याप्त समय देना चाहिए। महिलाओं और बच्चों को सड़क पर देखना अच्छा नहीं । - जस्टिस बी.आर. गवई
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