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रैंक -1 इशीता किशोर, यूपी नोएडा | रैंक -2 गरिमा लोहिया, बक्सर बिहार | रैंक -3 उमा हराथी, हैदराबाद तैलंगाना | रैंक -4 स्मृति मिश्रा, प्रयागराज यूपी |
माँ को पूरा भरोसा था कि मैं फर्स्ट आऊंगी। माँ ने हमेशा कहा बस तुम पढ़ाई करो बाकी मैं देख लूंगी। मैंने पूछा कि मेरी रैंक क्या आएगी तो कहने लगीं फर्स्ट आज उनके कहे शब्द सच हो गए। | घर पर तैयारी की माँ हर वक्त साथ रही । ग्रेजुएशन के बाद घर पर ही पढाई की । डिस्टर्बेंस से बचने के लिए रात 9 से सुबह 9 तक पढ़ाई की। माँ भी जागती रहतीं । उनके बिना यह संभव नहीं था। | 100 प्रतिशत श्रेय पापा को, किसी भी तैयारी के लिए जानकारी और कंटेट तो मिल जाता है लेकिन भावनात्मक सहारा परिवार से ही मिला। | दसवीं में ही लक्ष्य को ठान लिया था। मैने दसवीं में ही आईएएस बनने की छान ली थी और तभी से तैयारी शुरु भी कर दी गई। तैयारी के दौरान नियमित 8 घंटे रोज की पढ़ाई की और दिन नोट्स भी तैयार किया । |
• पहली बार 34 फीसदी महिलाएं सफल,
• लगातार दूसरे साल टॉप तीन पर काबिज
• शीर्ष 25 में 14 में बेटियां ही,
• हिन्दी माध्यम से पढ़ने वाले 54 सफल, पिछले साल 24 ही थे
• शीर्ष 20 में चार तो पहले ही प्रयास में
नई दिल्ली। देश की शीर्ष स्तर की प्रतियोगी परीक्षा यूपीएससी में इस बार फिर बेटियां ही बुलंदी पर अपनी जगह बनाने में कामयाब हुई हैं। शीर्ष के चार स्थान पर बेटियां ही रहीं हैं। हर साल इनकी सफलता के प्रतिशत में भी बढ़ोतरी हो रही है। पिछले साल के नतीजों में भी बेटियां पहले तीन स्थान पर रही थीं।
लगातार कामयाबी का ग्राफ बताता है कि पहले शीर्ष 25 जगहों में से 14 में लड़कियों ने ही कामयाबी पायी है। इसी तरह पहले 10 में 6 बेटियां ही हैं। पिछले 13 सालों में 8 वीं बार तो बेटियां ही शीर्ष पर आती रही हैं। इतना ही नहीं कुल 913 उम्मीदवारों में से महिलाएं ने 320 जगहों पर अपना हक साबित किया। कहा जा रहा है कि इस बार 34 फीसदी हिस्सेदारी के साथ यह बेटियों के लिए सबसे ज्यादा सफलतम वर्ष गिना जाना चाहिए। नोएडा की इशिता किशोर ने टॉप किया है जिन्होंने दिल्ली के मशहूर लेडी श्री राम कॉलेज ऑफ इकॉनामिक्स से ग्रेजुएशन किया है।
कमाल की बात तो यह है कि हिन्दी की साख इस परीक्षा में बढ़ती जा रही है इस बार भी हिन्दी माध्यम के 54 प्रतिभागी सफल रहे हैं। इस बार दिल्ली ही नहीं दिल्ली विवि और उस पर भी इंजीनियरिंग बैकग्राउंड के प्रतियोगियों का दबदबा रहा है। आकड़े बताते हैं कि दिल्ली की इस परीक्षा में बड़ी धाक रही है। टॉप 20 में से दिल्ली, दिल्ली विव के 6 ग्रेजुएट्स, दिल्ली आईआईटी से एक और दिल्ली टेक्नॉलाजी यूनिवर्सिटी के 2 छात्र रहे हैं।
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