कार जो सड़क पर फर्राट भरती और नदी में तैरती है..
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● रेड कॉर्नर नोटिस के बाद पिछले हफ्ते हिरासत में लिया गया ● प्रत्यर्पण की कोशिश जारी ● दुबई में रहने वाले प्रमोटर सौरभ चंद्राकर की भी की जा रही तलाश ● सट्टा ऐप से कमाए करीब साढ़े 6 हजार करोड़ः ईडी
नई दिल्ली, शरजाह। महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप के दो मुख्य मालिकों में से एक रवि उप्पल को प्रत्यर्पण निदेशालय (ईडी) के अनुरोध पर इंटरपोल द्वारा जारी रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर दुबई में स्थानीय पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक उप्पल (43) को पिछले हफ्ते हिरासत में लिया गया था और प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी उसे भारत लाने के लिए दुबई के अफसरों से सम्पर्क में हैं।
सूत्रों ने बताया कि सट्टा एप के दूसरे प्रमोटर 28 वर्षीय सौरभ चंद्राकर की तलाश भी की जा रही है जो दुबई में ही कहीं है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के मुताबिक इस मामले में अपराध से हुई अनुमानित आय लगभग 6000 करोड़ रुपये है। ईडी के कथित अवैध सट्टेबाजी से जुड़े अवैध धन शोधन मामले में उप्पल के खिलाफ जांच कर रहा है। निदेशालय के अलावा छत्तीसगढ़ और मुंबई पुलिस की अपराध शाखाएं भी जांच कर रहीं हैं। संघीय जांच एजेंसी ने अक्टूबर में छत्तीसगढ़ के रायपुर में- धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की एक विशेष अदालत के समक्ष उप्पल और इंटरनेट आधारित मंच के एक और प्रमोटर सौरभ चंद्राकर के खिलाफ धन शोधन मामले में आरोप पत्र दायर किया था। बाद में अदालत से गैरजमानती वारंट के आधार पर ईडी के अनुरोध पर इंटरपोल द्वारा दोनों के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किये गए थे।
अधिकारियों ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय की जांच से पता चला है कि महादेव ऐप संयुक्त अरब अमीरात में एक केन्द्रीय प्रधान कार्यालय से चलाया जा रहा है। इसमें कहा गया है कि सट्टेबाजी की आय को विदेशी खातों में भेजने के लिए बड़े पैमाने पर हवाला कारोबार किया जाता है। ईडी ने कहा था कि नए उपयोगकर्ताओं और फ्रेंचाइजी (पैनल) की चाह रखने वालों को लुभाने के लिए सट्टेबाजी वेबसाइट के विज्ञापन के लिए भारत में बड़े पैमाने पर रकम खर्च भी की जा रही है। कंपनी के प्रवर्तक छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले हैं। महादेव ऑन लाइन बुक सट्टेबाजी ऐप एक प्रमुख गिरोह है जो अवैध सट्टेबाजी वेबसाइट के लिए ऑनलाइन मंच उपलब्ध कराने की व्यवस्था करता है।
वनुआतु का पासपोर्ट लिया उप्पल ने इससे मामले की तहकीकात कर रही एजेंसी ने आरोप पत्र में अदालत को बताया था कि उप्पल ने प्रशांत महासागर में एक द्वीपीय देश वनुआतु का पासपोर्ट ले लिया है और उसने भारतीय नागरिकता नहीं छोड़ी है। ईडी ने अभियोजन पक्ष की शिकायत में कहा है कि- उप्पल अपराध से आय अर्जित करने और उस आय पर ऐश करने और उसे छिपाने में शामिल है। इसमें आरोप लगाया गया है कि एक सहायक पुलिस उप महानिरीक्षक चंद्रभूषण वर्मा और कुछ अन्य लोगों के माध्यम से छत्तीसगढ़ के नौकरशाहों और नेताओं को रिश्वत के पैसे पहुंचाए जा रहे थे और यह सब उप्पल की ही निगरानी में किया जा रहा था। | भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपये भुगतान का आरोप एजेंसी ने नवंबर में छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण से ठीक पहले दावा किया था कि फोरेंसिक विश्लेषण और असीम दास नाम के व्यक्ति दिये गए गलत बयान से चौकाने वाले खुलासे हुए हैं कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रवर्तकों ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को उनके पद में रहते तक 508 करोड़ रुपयों का भुगतान किया है और यदि यह सचमुच ऐसा है कि नहीं यह जांच का विषय है। दास ने लेकिन बाद में रायपुर की विशेष अदालत के समक्ष कहा था कि उसे साजिश के तहत फंसाया गया है और उसने कभी भी नेताओं को किसी तरह की नगदी नहीं पहुंचाई। |
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