• 28 Apr, 2025

राजनांदगांव लोकसभा

राजनांदगांव लोकसभा

● एक ही दिन में बिक गए 210 नामांकन फार्म- ● चार मई थी फार्म जमा करने की आखिरी तारीख -

रायपुर। मतदान की तारीख करीब आते आते सियासी सरगर्मियां भी दिखने लगी हैं। पूर्व मुख्यमंत्री और राजनांदगांव लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी भूपेश बघेल की ज्यादा से ज्यादा नामांकन भरने की अपील का  असर कम से कम उनके निर्वाचन क्षेत्र पर तो दिखने लगा है। बुधवार 3 अप्रैल को 210  अभ्यर्थियों ने नामांकन फार्म लिया। इस तरह अब तक राजनांदगांव निर्वाचन क्षेत्र से 241 नामांकन फार्म खरीदे जा चुके हैं।

पूर्व सीएम बघेल ने पाटन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक में भाजपा पर ईवीएम में गड़बड़ी कर चुनाव जीतने का आरोप लगाते हुए अपील की थी कि चुनाव में 375 उम्मीदवार होने पर ईवीएम की बजाय बैलेट पेपर पर चुनाव करवाना पड़ जाएगा। राजनांदगांव में एक दिन में 210 नामांकन फार्म खरीदने को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। नामांकन फार्म खरीदने और जमा करने की 4 अप्रैल आखिरी तारीख थी।

    राजनांदगांव निर्वाचन क्षेत्र के लिए नामांकन फार्म लेने के लिए  बुधवार 3 अप्रैल को जिला निर्वाचन कार्यालय में काफी भीड़ हो गई थी। लिहाजा नामांकन फार्म देने के लिए एक साथ कई टेबल लगाने पड़ गए थे। बड़ी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किया गया था। खबर लिखे जाते तक कुल 8 नामांकन फार्म ही जमा किये गए हैं। गुरुवार 4 अप्रैल को आखिरी तारीख होने के कारण फार्म लेने और जमा करने वालों की लम्बी कतार लगी रही।  ज्यादा फार्म लेने को मतपत्र से मतदान होने से लेकर जो प्रचार किया गया था कहा जा रहा है कि नामांकन फार्म के लिए
भीड़ भी उसी लिये थी।

  तीन अप्रैल की शाम तक 375 का  आंकड़ा छूने में 134 ही शेष बचे थे। जाहिर है कि ऐसे में सभी की नजर इस ओर ही रहेगी। जाहिर है इसे पूर्व सीएम बघेल की अपील के असर के रूप में देखा जा रहा है। विदित हो कि भारतीय जनता पार्टी भाजपा ने इस मामले में निर्वाचन कार्यालय में शिकायत भी दर्ज कराई है। यद्यपि एक सेवानिवृ्त राज्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि ज्यादा नामांकन जमा होने पर चुनाव बैलेट पेपर से कराने का कोई प्रावधान नहीं है। यदि 374  से ज्यादा नामांकन होते हैं तो भी ईवीएम से चुनाव हो जाएगा। यानी इतने  प्रत्याशी मैदान में होने पर मतपत्रों से निर्वाचन कराना भी बहुत कठिन होगा।

  • जिला निर्वाचन दफ्तर भी सतर्क

एक साथ इतने नामांकन पत्रों के की खरीदी को लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी का दफ्तर भी सतर्क रहा। कलेक्टर , जिला निर्वाचन अधिकारी ने बुधवार  देर शाम तमाम विभागों की संयुक्त बैठक लेकर आगे की रणनीति पर चर्चा की। कहा गया कि प्रशासन इस बात को लेकर सतर्क रहना चाहता है कि यदि गुरुवार 4 अप्रैल को भी इसी तरह नामांकन फार्म खरीदने वालों की लंबी लाइन लगी तो वह क्या करेगा। उसके बाद के हालात के लिए किस तरह की तैयारी की जाएगी।

राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र से नामांकन फार्म लेने और जमा करने की चार अप्रैल आखिरी तारीख थी। इससे पहले ही  बुधवार 3 अप्रैल को राजनांदगांव निर्वाचन कार्यालय में काफी भी़ड़ हो गई। इसके चलते नामांकन फॉर्म जमा करने के लिए बहुत से टेबल लगाने पड़ गये।