अब महाराष्ट्र-झारखंड में चुनावी सरगर्मियां तेज..
■ भाजपा ने दोनों राज्यों में लगाई सौगातों -वादों की झड़ी ■ विपक्षी खेमा भी सक्रिय हुआ ■ इन दोनों राज्यों में चुनाव नवंबर में होने की चर्चा
• आग बाढ़ भूस्खलन से बचाने के लिए | • अग्निशमन सेवाओं के लिए 5000 करोड़ | • बाढ़ रोकने के लिए 2500 करोड़ की घोषणा | • 17 राज्यों में भूस्खलन से निबटने केन्द्र देगा 825 करोड़ रुपये |
नई दिल्ली। केन्द्र सरकार ने आपदाओं की तेजी से बदलती प्रकृति के कारण उसके निदान के लिए उसके प्रबंधन के मूलभूत तरीकों में बड़े बदलाव किये हैं। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में 8325 करोड़ रुपये की तीन प्रमुख योजनाओं की घोषणा की। इसके लिए सभी राज्यों में अग्निशमन सेवाओं के आधुनिकीकरण, सात प्रमुख शहरों में बाढ़ की रोकथाम के साथ 17 राज्यों में भूस्खलन रोकथाम की सेवाओं को और अधिक बेहतर बनाया जाएगा।
गृहमंत्री शाह ने दिल्ली के विज्ञानभवन में राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के आपदा प्रबंधन मंत्रियों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि देश में कहीं भी कोई भी आपदा के कारण जनहानि नहीं होनी चाहिए। श्री शाह ने तीनों प्रमुख योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अग्निशमन सेवाओं के विस्तार और आधुनिकीकरण के लिए सभी राज्यों को लगभग 5000 करोड़ रुपये की सहायता दी जाएगी। दूसरी ओर शहरी क्षेत्रों में बाढ़ के खतरे को कम करने के लिए सात प्रमुख शहरों – मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलूरु, अहमदाबाद, हैदराबाद और पुणे में 2500 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। इसके अलावा 17 राज्यों में भूस्खलन जैसी आपदा से निबटने के लिए केन्द्र लगभग 825 करोड़ करोड़ रुपये देगा। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि हम सब मिलकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सभी मुख्यमंत्रियों के साथ जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं। हमें और काम करना होगा और आगे बढ़ना होगा। कोरोना महामारी के दौरान पीएम मोदी के नेतृत्व में राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ देश ने सदी के सबसे खराब महामारी का सफलता पूर्वक सामना किया।
इन सेवाओं का भी हुआ विस्तारः-
मोदी के नेतृत्व में निरंतर बढ़ा आपदा बजट | सात परमाणु ऊर्जा केन्द्र वाले राज्यों को गोद लेगा एनडीएमए | आपदा मित्र योजना को सराहा |
|
|
|
■ भाजपा ने दोनों राज्यों में लगाई सौगातों -वादों की झड़ी ■ विपक्षी खेमा भी सक्रिय हुआ ■ इन दोनों राज्यों में चुनाव नवंबर में होने की चर्चा
हम एक धर्म निरपेक्ष देश हैं । हमारे निर्देश सभी के लिए होंगे। चाहे वे किसी धर्म या व्यवसाय के हों। अगर सड़क के बीच में कोई धार्मिक संरचना है फिर वह गुरूद्वारा हो, दरगाह या फिर मंदिर, तो उसे हटाना ही पड़ेगा। यह जनता के आवागमन में बाधा नहीं डाल सकती। साथ ही अवैध निर्माण तोड़ने से पहले पर्याप्त समय देना चाहिए। महिलाओं और बच्चों को सड़क पर देखना अच्छा नहीं । - जस्टिस बी.आर. गवई
हम एक धर्म निरपेक्ष देश हैं । हमारे निर्देश सभी के लिए होंगे। चाहे वे किसी धर्म या व्यवसाय के हों। अगर सड़क के बीच में कोई धार्मिक संरचना है फिर वह गुरूद्वारा हो, दरगाह या फिर मंदिर, तो उसे हटाना ही पड़ेगा। यह जनता के आवागमन में बाधा नहीं डाल सकती। साथ ही अवैध निर्माण तोड़ने से पहले पर्याप्त समय देना चाहिए। महिलाओं और बच्चों को सड़क पर देखना अच्छा नहीं । - जस्टिस बी.आर. गवई
■ हमारे साझा सरोकार "निरंतर पहल" एक गम्भीर विमर्श की राष्ट्रीय मासिक पत्रिका है जो युवा चेतना और लोकजागरण के लिए प्रतिबद्ध है। शिक्षा, स्वास्थ्य, खेती और रोजगार इसके चार प्रमुख विषय हैं। इसके अलावा राजनीति, आर्थिकी, कला साहित्य और खेल - मनोरंजन इस पत्रिका अतिरिक्त आकर्षण हैं। पर्यावरण जैसा नाजुक और वैश्विक सरोकार इसकी प्रमुख प्रथमिकताओं में शामिल है। सुदीर्ध अनुभव वाले संपादकीय सहयोगियों के संपादन में पत्रिका बेहतर प्रतिसाद के साथ उत्तरोत्तर प्रगति के सोपान तय कर रही है। छह महीने की इस शिशु पत्रिका का अत्यंत सुरुचिपूर्ण वेब पोर्टल: "निरंतर पहल डॉट इन "सुधी पाठको को सौपते हुए अत्यंत खुशी हो रही है। संपादक समीर दीवान
Address
Raipur
Phone
+(91) 9893260359