नीति की सराहना, आक्रामक नीति से बैकफुट पर जा रहे नक्सली…
● बैठक- केन्द्रीय गृहमंत्री शाह ने सीएम साय की रणनीति को सराहा ● मंत्री शाह की अपील भटके युवा मुख्यधारा में लौटें
■ पुलिस को रोका पथराव भी किया, 7 पुलिसकर्मी घायल हो गए
कवर्धा/ रेंगाखार जंगल। पिछले दिनों सितंबर के मध्य में 15 तारीख को तो लोगों ने यहां कानून को अपने हाथ में लेकर हैवानियत की हदे तोड़ डालीं। कवर्धा जिले में अशांति का यह पहला मामला नही है अब तो हालत यहां तक पहुंच गई है कि लोहारीडीह गांव के उप सरपंच रघुनाथ साहू को दोपहर उसी के घर में हिंसक भीड़ ने जिंदा जला कर मार डाला।
घटना के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक दरअसल रविवार 15 सितंबर की सुबह गांव के निवासी शिव प्रसाद साहू उर्फ कचरू का शव फांसी के फंदे पर लटकता मिला था। इसकी हत्या के शक में उग्र ग्रामीणों ने उपसरपंच रघुनाथ और उसके परिवार से मारपीट की। फिर उन्हें जिंदा जलाने की कोशिश की गई। भीड़ इतनी उग्र और बेकाबू हो गई थी कि उसने पुलिस कर्मियों को भी रोकने की कोशिश की। पुलिस के सामने ही उपसरपंच अपने घर पर ही जिंदा जल गया। हालांकि पुलिस ने उनके परिवार के अन्य सदस्यों को त्वरित सहायता कर बचा लिया। बाद में एस पी डॉ. अभिषेक पल्लव बल के साथ वहां पहुंचे लेकिन उनसे भी धक्का-मुक्की की गई। इसमें एसपी समेत 7-8 पुलिस कर्मी घायल भी हो गए ।
मामला बढ़ने के बाद शाम साढ़े 4 बजे कवर्धा से 450 पुलिस जवान घटना स्थल पर पहुंचे। पुलिस ने सख्ती बरतते हुए हमले में शामिल लोगों की घरपकड़ शुरू कर दी। एक सूचना के अनुसार 40 से ज्यादा उपद्रवियों की गिरफ्तारी हुई है इनमें महिलाओं की संख्या ज्यादा है। शाम साढ़े सात 7 बजे तक गांव में तनाव का माहौल कायम रहा। पूरे गांव को एक तरह से छावनी में बदल दिया गया है।
विवाद इसलिए भी- मृतकों के बीच रंजिश थी जानकारी मिली है कि मृतक रघुनाथ साहू उपसरपंच थे। उसके और शिव प्रसाद साहू के बीच पुरानी रंजिश थी। पूर्व में मृतक शिवनाथ की पत्नी से छेड़छाड़ के आरोप में रघुनाथ को जेल हो गई थी। जेल से छूटने के बाद दोनों के बीच मारपीट भी हुई। काउंटर केस होने पर दोनों जेल भी गए थे। वहीं गांव में लगभग 70 एकड़ जमीन पर कुछ एक लोगों ने अवैध कब्जा कर लिया है जो रधुनाथ के रिस्तेदार हैं। इसलिए भी गांव वाले उपसरपंच के खिलाफ थे। इसी के चलते उपसरपंच का सामाजिक बदलाव भी कर दिया था। |
● बैठक- केन्द्रीय गृहमंत्री शाह ने सीएम साय की रणनीति को सराहा ● मंत्री शाह की अपील भटके युवा मुख्यधारा में लौटें
■ बंधन नहीं , नक्सली जहां मिलें वहां मारें - सुंदरराज
■ छत्तीसगढ़ हरित शिखर सम्मेलन का किया उद्घाटन, ■ पर्यावरणीय संकट से निबटने में समान रूप से सहभागिता ■ छत्तीसगढ़ ने पूरा किया 4 लाख पेड़ लगाने का लक्ष्य ■ जलवायु परिवर्तन से निबटने छग में हो रहा बेहतर काम
■ हमारे साझा सरोकार "निरंतर पहल" एक गम्भीर विमर्श की राष्ट्रीय मासिक पत्रिका है जो युवा चेतना और लोकजागरण के लिए प्रतिबद्ध है। शिक्षा, स्वास्थ्य, खेती और रोजगार इसके चार प्रमुख विषय हैं। इसके अलावा राजनीति, आर्थिकी, कला साहित्य और खेल - मनोरंजन इस पत्रिका अतिरिक्त आकर्षण हैं। पर्यावरण जैसा नाजुक और वैश्विक सरोकार इसकी प्रमुख प्रथमिकताओं में शामिल है। सुदीर्ध अनुभव वाले संपादकीय सहयोगियों के संपादन में पत्रिका बेहतर प्रतिसाद के साथ उत्तरोत्तर प्रगति के सोपान तय कर रही है। छह महीने की इस शिशु पत्रिका का अत्यंत सुरुचिपूर्ण वेब पोर्टल: "निरंतर पहल डॉट इन "सुधी पाठको को सौपते हुए अत्यंत खुशी हो रही है। संपादक समीर दीवान
Address
Raipur
Phone
+(91) 9893260359