• 28 Apr, 2025

युवक की हत्या के शक में भीड़ ने उपसरपंच को जिंदा जला दिया..

युवक की हत्या के शक में भीड़ ने उपसरपंच को जिंदा जला दिया..

■ पुलिस को रोका पथराव भी किया, 7 पुलिसकर्मी घायल हो गए

कवर्धा/ रेंगाखार जंगल।  पिछले दिनों सितंबर के मध्य में 15 तारीख को तो लोगों ने यहां कानून को अपने हाथ में लेकर हैवानियत की हदे तोड़ डालीं। कवर्धा जिले में अशांति का यह पहला मामला नही है अब तो हालत यहां तक पहुंच गई है कि लोहारीडीह गांव के उप सरपंच रघुनाथ साहू को दोपहर उसी के घर में हिंसक भीड़ ने जिंदा जला कर मार डाला।

  घटना के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक दरअसल रविवार 15 सितंबर की सुबह गांव के निवासी शिव प्रसाद साहू उर्फ कचरू का शव फांसी के फंदे पर लटकता मिला था। इसकी हत्या के शक में उग्र ग्रामीणों ने उपसरपंच रघुनाथ और उसके परिवार से मारपीट की। फिर उन्हें जिंदा जलाने की कोशिश की गई। भीड़ इतनी उग्र और बेकाबू हो गई थी कि उसने पुलिस कर्मियों को भी रोकने की कोशिश की। पुलिस के सामने ही उपसरपंच अपने घर पर ही जिंदा जल गया। हालांकि पुलिस ने उनके परिवार के अन्य सदस्यों को त्वरित सहायता कर बचा लिया। बाद में एस पी डॉ. अभिषेक पल्लव बल के साथ वहां पहुंचे लेकिन उनसे भी धक्का-मुक्की की गई। इसमें एसपी समेत 7-8 पुलिस कर्मी घायल भी हो गए ।

  • 40 से ज्यादा गिरफ्तारियां, अधितर महिलाएं

मामला बढ़ने के बाद शाम साढ़े 4 बजे कवर्धा से 450 पुलिस जवान घटना स्थल पर पहुंचे। पुलिस ने सख्ती बरतते हुए हमले में शामिल लोगों की घरपकड़ शुरू कर दी।  एक सूचना के अनुसार 40 से ज्यादा उपद्रवियों  की गिरफ्तारी हुई है इनमें महिलाओं की संख्या ज्यादा है। शाम साढ़े सात 7 बजे तक गांव में तनाव का माहौल कायम रहा। पूरे गांव को एक तरह से छावनी में बदल दिया गया है।

विवाद इसलिए भी- मृतकों के बीच रंजिश थी

जानकारी मिली है कि मृतक रघुनाथ साहू उपसरपंच थे। उसके और शिव प्रसाद साहू के बीच पुरानी रंजिश  थी। पूर्व में मृतक शिवनाथ की पत्नी से छेड़छाड़ के आरोप में रघुनाथ को जेल हो गई थी। जेल से छूटने के बाद दोनों के बीच मारपीट भी हुई। काउंटर केस होने पर दोनों जेल भी गए थे। वहीं गांव में लगभग 70 एकड़ जमीन पर कुछ एक लोगों ने अवैध कब्जा कर लिया है जो रधुनाथ के रिस्तेदार हैं। इसलिए भी गांव वाले उपसरपंच के खिलाफ थे। इसी के चलते उपसरपंच का सामाजिक बदलाव भी कर दिया था।