एसआई और एएसआई के 600 से ज्यादा पदों पर होगी भर्ती
● पुलिस भर्ती के लिए वैकेंसी इसी महीने ● इस बार व्यापमं से मंगाए जाएंगे आवेदन
● ठिकाने लगा दी रकम एनपीएस की रकम वित्त विभाग के अफसरों ने
जयपुर ( ए.)। राजस्थान में सरकार बदलने के बाद अब वित्त विभाग के शीर्ष अफसरों की कारगुजारियां एक एक कर सामने आने लगी हैं। इससे पहले गहलोत सरकार ने कर्मचारियों के हित को देखते हुए जो ओल्ड पेंशन स्कील ओपीएस लागू की थी उसमें भी वित्त विभाग के अफसरों ने बड़ा झोल कर दिया है। जिसके हिसाब किताब में गफलत मिलने की जानकारी हुई थी। ओपीएस की घोषणा के बाद जनवरी 2022 से मार्च 2022 तक कर्मचारियों के एनपीएस अंशदान की कटौती की गई लेकिन इस रकम को न तो केन्द्र सरकार के एनएसडीएल फंड में जमा करवाया और न ही राजस्थान में कर्मचारियों के लिए खोले गए जीपीएफ खातों में रखा गया।
इसमें सबसे बड़ी अंधेकगर्दी और गफलत ये हुई कि विभाग के अफसरों ने उक्त राशि को सामान्य राजस्व मद में जमा करवाकर खर्च कर दिया। यह खुलासा सीएजी की एक रिपोर्ट के अलावा 15 वीं विधानसभा के अंतिम सत्र के पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ की ओर से पूछे गए सवाल के जनाब में भी हुआ है।
मुफ्त योजनाओं पर रकम खर्च कर दी दरअसल पिछली गहलोत सरकार ने ओपीएस लागू करने के साथ शर्त रखी थी कि जिन लोगों को ओपीएस में पेंशन लेनी है उन्हें एनपीएस यानी न्यू पेंशन स्कीम से विड्रा की गई राशि ब्याज के साथ सरकार को लौटानी होगी। इस राशि को जीपीएफ खातों में जमा करवाया जाना था लेकिन अफसरों की कारगुजारियां ऐसी थीं कि उन्होंने उस रकम को मुफ्त की योजनाओं में खर्च कर दिया। अब आने वाली नई सरकार के लिए यह बड़ी चुनौती होगी कि कर्मचारियों के एक हजार करोड़ रुपये के फंड को वह कैसे किस तरह वापस लौटाएगी। इसके साथ ही इस राशि को ठिकाने लगाने वाले अफसरों के खिलाफ क्या कार्रवाई होती है यह भी देखने वाली बात होगी। | कर्मचारी को भी ठग लिया इतना ही नहीं प्रदेश में ओल्ड पेंशन स्कीम लागू होने से पहले राजस्थान सरकार ने कर्मचारियों और उसके अनुपात में खुद का अंशदान एनएसडीएल में जमा करवाना बंद कर दिया जबकि कर्मचारियों के वेतन से यह पैसा काटा गया। यह कुल रकम 641 करोड़ रुपये की बतायी गई है। अब यह राशि न तो एनएसडीएल में जमा हुई न ही सरकार के पास लौटाने के लिए बची है। | ओपीएस पर पड़ी दोहरी मार इस तरह की जानबूझ कर की गई गफलत से कर्मचारियों को ओपीएस में दोहरी मार झेलनी पड़ेगी। न सिर्फ उनके एनपीए का पैसा बजट घोषणाओं की पूर्ति में खर्च दिया बल्कि कर्मचारियों ने एनपीएस विड्राअल का जो पैसा राजस्थान सरकार को वापस लौटाया उसे भी ठिकाने लगा दिया। यह राशि 382 .41 करोड़ रुपये की है। |
● पुलिस भर्ती के लिए वैकेंसी इसी महीने ● इस बार व्यापमं से मंगाए जाएंगे आवेदन
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