• 28 Apr, 2025

देश में महंगे खाने का बाज़ार 11 हजार करोड़ रुपये का, 20 फीसदी बढ़ोतरी भी

देश में महंगे खाने का बाज़ार 11 हजार करोड़ रुपये का, 20 फीसदी बढ़ोतरी भी

● कपड़े, घड़ी, बैग्स के बाद अब जायके में भी क्लास की तलाश ...

नई दिल्ली। भारत में हर चीज के बेहतर संस्करण की मांग बढ़ रही है वहीं वस्तुओं के अलावा अब जायके में भी लोग क्लास की तलाश करने लगे हैं । नतीजतन अब  स्तरीय खान-पान का बाजार 20 फीसदी की दर से इजाफा कर रहा है। भारत में बढ़ते प्रीमियमाइजेशन वस्तुओं तक ही सीमित नहीं है। देश में गोरमे फूड की डिमांड तेजी से बढ़ी है। इंटरनेट पर तरह तरह के फूड और रेसेपी की उपलब्धता के अलावा भारतीयों की खर्च करने की क्षमता के बढ़ने का भी इस पर खासा असर पड़ा है। गोरमे फूड को खाद्य और पेय पदार्थों की स्पेशलाइज्ड प्रीमियम हाई क्वालिटी या अपमार्केट क्लास का कहा जाता है। 
      
      लगातार बढ़ती मांग को देखते हुए अब लक्जरी रिटेल इंडस्ट्रीज गोरमे फूड रिटेल बाजार पर ध्यान केन्द्रित कर रही है। देश दुनिया की कई कंपनियां गोरमें फूड रिटेल सेक्टर में कदम रख रही हैं। इंडस्ट्रीज से  जुड़े लोगों के मुताबिक अभी देश का गोरमे फूड मार्केट करीब 11  हजार करोड़ रुपए का है। इतना ही नहीं यह सालाना 20 फीसदी की दर से बढ़ भी रहा है।  इसे देखते हुए बिग बाज़ार ब्रांड वाले फ्यूचर ग्रुप के अवनि बियानी ने कुछ साल पहले फूड हाल के जरिये गोरमे फूड इंडस्ट्री में कदम रखा था। हाल ही में आरपीएसजी ग्रुप ने अपने नेचर्स बास्केट आर्टिसन पेंट्री के जरिए गोरमे फूड रिटेल में एक और वेंचर जोड़ा है। 

  • टियर टू-थ्री शहरों में भी बढ़ने लगा है गोरमे फूड का चलन-
    दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बेंगलूरु जैसे बड़े शहर ही नहीं बल्कि इंदौर, जयपुर, कोयम्बटूर जैसे मझोले और छोटे शहरों में गोरमे फूड रिटेलर पहुंच बढ़ा रहे हैं। ट्वीक इंडिया, टेरा गोरमे, एम्पोरिया फ्रेमा गोरमे, कास्मो जैसे स्टोर्स इन शहरों का रुख कर रहे हैं। 

इंटरनेशनल क्सास है गोरमे फूड

गोरमे स्पेशलाइज्ड फूड है। विशेष इटैलियन चीज़ ,टर्की का कोई खास मसाला या कोई चाकलेट इसमें शामिल है। इंटर नेट की बढ़ती पहुंच के चलते भारत के बड़े शहर ही नहीं बल्कि मझोले और छोटे शहरों में भी इम्पोर्टेड गोरमे ग्रॉसरी और खाद्य उत्पाद की मांग बढ़ रही है। 

- अनुराग कटारिया, फाउंडर इंडिगो हास्पिटिलिटी, मुंबई