• 28 Apr, 2025

केजरीवाल जेल से बाहर आए, सुप्रीम कोर्ट ने दी अंतरिम जमानत

केजरीवाल जेल से बाहर आए, सुप्रीम कोर्ट ने दी अंतरिम जमानत

नई दिल्ली ।  प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के तमाम विरोधों को दरकिनार करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए अंतरिम जमानत दे दी।  केजरीवाल दिल्ली की तिहाड़ जेल से रिहा हो गए। हालांकि कोर्ट ने उप अनेक तरह की शर्तें लगाई हैं। 21 मार्च को हुई उनकी गिरफ्तारी के 50 दिन बाद उन्हें बड़ी राहत मिली है। जस्टिस संजीव खन्ना व जस्टिस दीपांकर दत्ता की पीठ ने एक जून तक केजरीवाल की अंतरिम जमानत मंजूर करते हुए कहा कि आखिरी चरण के मतदान के अगले दिन दो जून को केजरीवाल को कोर्ट में समर्पण करना होगा। कोर्ट ने केजरीवाल की ओर से पेश हुए वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी के इस अनुरोध को नहीं माना कि जमानत अवधि मतगणना की तारीख चार जून तक बढा दी ।
  कोर्ट ने कहा कि गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली केजरीवाल की याचिका पर बहस पूरी होने तक फैसला देना संभव नहीं है। यह देखते हुए कि 18 वीं लोकसभा के लिए चुनाव हो रहे हैं अंतरिम जमानत का आदेश जारी करना पड़ा।

  • तिहाड़ से बाहर आते ही केजरीवाल ने दिखाए तेवर

अंतरिम जमानत पर तिहाड़ जेल से बाहर आते ही दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप ) पार्टी के प्रमुख केजरीवाल ने अपने तेवर दिखा दिये। कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन के घटक दलों ने भी उनकी रिहाई पर अपनी खुशी जाहिर की है। वहीं अब इस बात पर कयास लगाए जाने लगे हैं कि आम आदमी की भाषा में बड़े सियासी संदेश देने वाले केजरीवाल अपनी पार्टी और इंडिया गठबंधन को कितना फायदा दिला पाएंगे। बताया गया कि शनिवार 11 मई को दिन के ग्यारह बजे वे यहां के प्रसिध्द हनुमान मंदिर में हनुमान जी के दर्शन करेंगे। फिर दोपहर में ही पार्टी ऑफिस में उनकी एक पत्रवार्ता भी रखे जाने  की सूचना मिली है।

शुक्रवार को दोपहर में मुख्यमंत्री केजरीवाल को जमानत मिलने की खबर से ही आप पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं का पार्टी ऑफिस में जमावड़ा लगना शुरू हो गया था। इसके साथ ही सभी तिहाड़ जेल की तरफ रवाना हो गए। जहां उनके समर्थकों की भारी भीड़ भी नज़र आई। उनके जेल से  बाहर आते ही केजरीवाल ने भारत माता की जय, इंकलाब जिंदाबाद, वंदे मातरम के नारे लगाए। साथ ही यह भी कहा कि जनता न्याय करेगी और तानाशाही का अंत होगा। वहां से सैकड़ों गाड़ियों के काफिले के साथ वे अपने आवास पर पहुंचे और कहा कि देश को तानाशाही से बचाना है। इसके लिए वे तन, मन, धन से लड़ रहे हैं। लेकिन यह लड़ाई देश के सभी 140 करोड़ लोगों को मिलकर लड़ना होगा। उन्होंने उनको अंतरिम जमानत देने के लिए सुप्रीम कोर्ट का शुक्रिया कहा। साथ ही यह  भी कहा कि देश के करोड़ों लोगों ने उनके लिए दुआएं भी की थीं। उन सभी के प्रति भी केजरीवाल ने आभार जताया । कहा कि इतनी सारी दुआओं के कारण ही वे जेल से बाहर आ पाए हैं।

सबसे पहले वे अपने करीबी नेताओं से मिले। घर पहुंच कर अपने माता-पिता के पांव छुए। केजरी वाल के बारे में सर्व विदित है कि वे हनुमान जी के भक्त हैं और कहा गया है कि वे शनिवार 11 मई को कनॉट प्लेस के मशहूर मंदिर के दर्शन के साथ ही अपना दमखम दिखाने वाले हैं। 
 

गठबंधन का होगा फायदा

केजरीवाल राजनीति के चतुर खिलाड़ी माने जाते हैं और आम बोलचाल की भाषा में बड़े राजनीतिक संदेश देने में उन्हें महारथ हासिल है। यही कारण है कि बड़े विपक्षी दलों के नेताओं को भी लग रहा है कि उनकी अंतरिम रिहाई से बाहर आने से भी विपक्ष के नरेटिव को नई धार मिलेगी। जिसका फायदा पूरे गठबंधन को मिलेगा। सूत्रों का कहना है कि केजरीवाल केवल दिल्ली ही नहीं बल्कि हरियाणा और पंजाब में भी जोर-शोर से प्रचार के लिए निकलने वाले हैं।  वैसे पंजाब में तो उनका कांग्रेस से ही मुकाबला है। केजरीवाल के जेल जाने के बाद उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल ने ही प्रचार प्रसार की कमान सम्हाल ली थी लेकिन वे कोई बड़ी हलचल पैदा नहीं कर पा रहे थे। अब अंतरिम रिहाई के दौरान वे स्वयं मैदान में कूदेंगे तो बचे हुए चुनाव के दौरान नई गर्माहट  आएगी। जाहिर है यदि ऐसा हुआ तो नेताओं और कार्यकर्ताओं का मनोबल भी बढ़ेगा। इनकी रिहाई के बाद अब झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और अन्य विपक्षी नेताओं की रिहाई की मांग उठने लगी है।