एसआई और एएसआई के 600 से ज्यादा पदों पर होगी भर्ती
● पुलिस भर्ती के लिए वैकेंसी इसी महीने ● इस बार व्यापमं से मंगाए जाएंगे आवेदन
● एन टी ए की कोई केन्द्रीय जांच नहीं ● नीट परीक्षा विवाद- दावों के उटल हकीकत
नई दिल्ली। नीट परीक्षा जो लाखों विद्यार्थियों के भविष्य से जुड़ी परीक्षा है और इसमें गड़बड़ी की बातें सामने आए खबर लिखे जाने तक कोई एक पखवाड़ा बीत गया लेकिन अफसोस की इसकी तह तक जाकर गड़बड़ी का पता लगाने किसी केन्द्रीय एजेंसी से अब तक जांच तक शुरू नहीं की जा सकी है। मानने को शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी इसमें कुछ गड़बड़ी हुई है इतना तो मान चुके हैं इतना ही नहीं बल्कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात भी कह चुके हैं।
अचरज है कि केन्द्रीय स्तर पर इस परीक्षा में हुई कथित गड़बड़ी की कोई जांच तक नहीं चल रही है। इसका भी कोई आधिकारिक जवाब नहीं मिला है कि जब जांच ही नहीं की जा रही है तो दोषी कैसे तय हो सकेंगे और कैसे पता चलेगा किस स्तर पर क्या धांधली हुई है आखिर। और फिर ऐसा न होने पाये इसके लिए किन सुधारों की जरूरत है।
बिहार में पेपर लीक और गुजरात में मनचाहा सेंटर दिलाने के मामले में दोनो प्रदेशों की पुलिस अपने -अपने स्तर पर जांच कर रही है लेकिन एनटीए और शिक्षा मंत्रालय की ओर से इस पर कोई जांच नहीं हो रही है या हुई है। जैसे एनटीए में 67 टॉपर आने और 718ृ-719 जैसे असंभव लगने वाले अंक मिलने के बाद शिकायत निवारण कमेटी बनाई गई थी। कहने को कहा गया था इसका काम छात्रों की शिकायतों का निपटारा करना था। वहीं ग्रेस मार्क्स को लेकर एनटीए चेयरमैन व यूपीएससी के पूर्व चेयरमैन पी के जोशी की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई। इसे केवल छह सेंटरों में समय खराब होने के बदले ग्रेस मार्क्स देने की जांच करनी थी। इसी कमेटी की सिफारिश पर 6 केन्द्रों के 1563 छात्रों को फिर से नीट देने का मौका मिला था।
बिहारः माफिया से मिले अभ्यर्थियों से पूछताछ पटना। बिहार आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की जांच से साफ है कि परीक्षा माफिया ने 4 मई की रात एक स्कूल में अभ्यर्थियों को ठहराया था। उन्हें पांच 5 मई सुबह 9 बजे तक सवाल जवाब प्रिंट करके रटने को दिये थे। परीक्षा उसी दिन दोपहर 2 बजे से थी। समय कम होने से यहां रुके हुए 25 अभ्यर्थियों को सभी सवाल -जवाब रटने का मौका नहीं मिला। इनमें से अब तक चार लोग जेल जा चुके हैं। इनके कागजात माफिया के ठिकाने से मिले थे। इनसे जल्द ही पूछताछ भी होना तय हुआ था। | इधर री -नीट में देशभर के 1563 छात्र , इनमें 39 फीसदी छत्तीसगढ़ से ही रायपुर। नीट यूजी तमाम विवादों के बाद एक बार 23 जून 2024 को होना तय हुआ है। एनटीए की सूची में देशभर के ऐसे 1563 छात्रों को शामिल किया गया है , जिन्हें ग्रेस मार्क मिला था। छत्तीसगढ़ में ऐसे छात्रों की संख्या 609 है। जो कुल का 38.96 प्रतिशत होता है। छत्तीसगढ़ में बालोद व दंतेवाड़ा के अलावा गुजरात के सूरत, चंडीगढ, मेघालय और हरियाणा (झझ्झर) के एक-एक सेंटर में परीक्षा होगी। जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ में बालोद और दंतेवाड़ा के केन्द्रों में लापरवाही बरती गई थी। दंतेवाड़ा के पीजी कॉलेज में गलत पेपर बांट दिया गया था। हिंदी माध्यम के विद्यार्थियों को अंग्रेजी वाला पेपर बांट दिया गया था। इस सेंटर में 417 छात्र थे। इसी तरह बालोद में स्वामी आत्मानंद बालक स्कूल में 192 स्टूडेंट्स री-नीट की लिस्ट में शामिल हैं। इस सेंटर में छात्रों को दो -दो पेपर बांटने का मामला सामने आया था। जून में ही परीक्षा के बाद जुलाई में काउंसिलिंग होगी। |
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