• 28 Apr, 2025

छत्तीसगढ़ कैडर के आईपीएस रवि सिन्हा रॉ के नए मुखिया

छत्तीसगढ़ कैडर के आईपीएस रवि सिन्हा रॉ के नए मुखिया

• छत्तीसगढ़ कैडर के किसी अफसर को पहली बार इतनी बड़ी जिम्मेदारी | • वर्तमान में सिन्हा मंत्रिमंडल सचिवालय में विशेष सचिव के रूप में कार्यरत |

नई दिल्ली। आइपीएस के सीनियर अफसर रवि सिन्हा को 19 जून सोमवार को भारत की खुफिया एजेंसी- रिसर्च एंड एनानिसिस विंग यानी (रॉ) का नया चीफ नियुक्त किया गया है। श्री सिन्हा सामंत कुमार गोयल की जगह लेंगे। श्री गोयल का कार्यकाल 30 जून 2023 को पूरा हो रहा है।  

  भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 1988 बैच के अधिकारी श्री सिन्हा वर्तमान में मंत्रिमंडल सचिवालय में विशेष सचिव (एस आर) के रूप में कार्यरत हैं। रवि सिन्हा को टेक सेवी यानी तकनीकी मामलों का विशेषज्ञ माना जाता है।  श्री सिन्हा टेक सेवी ऑपरेशन एक्सपर्ट के रूप में अपने संचालन और जासूसी कौशल के लिए जाने जाते हैं। जानकारी के मुताबिक रॉ के प्रमुख को कैबिनेट सचिवालय में सचिव (अनुसंधान) नामित किया जाता है जो प्रधानमंत्री कार्यालय का हिस्सा होने के नाते बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।  रवि सिन्हा अभी रॉ में नहीं जा रहे बल्कि वे रॉ में ही दूसरे नम्बर के वरिष्ठ अधिकारी हैं विगत सात वर्षों से ऑपरेशन डिविजन को लीड कर रहे हैं। बताते चलें कि पहली बार छत्तीसगढ़ कैडर के किसी वरिष्ठ अफसर को रॉ जैसे महत्वपूर्ण संस्थान में प्रमुख का पद दिया गया है।  कार्मिक मंत्रालय के एक आदेश में कहा गया है कि कैबिनेट की नियुक्ति समिति (एसीसी) ने सिन्हा की दो साल के कार्यकाल के लिए रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के सचिव के रूप में नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। 

    रवि सिन्हा को जम्मू –कश्मीर, पूर्वोत्तर और वामपंथी उग्रवाद जैसे संवेदनशील मुद्दों की सूक्ष्म समझ के लिए भी जाना जाता है। श्री सिन्हा ने पंजाब कैडर के 1984 बैच के आईपीएस अधिकारी सामंत कुमार गोयल की जगह ली है। इनका कार्यकाल 30 जून 2023 को पूरा हो रहा है। आदेश के मुताबिक श्री सिन्हा की नियुक्ति पदभार करने की तारीख से दो वर्ष के लिए या फिर अगले आदेश तक के लिए की गई है। इन्होंने अपने कार्यकाल में 2019 में पाकिस्तान बालाकोट में एयर स्ट्राइक देखी, जम्मू-कश्मीर में धारी 370 को निरस्त किया और नामित पाकिस्तानी और खालिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाईयां की। गोयल को पुलवामा हमले के लिए 2019 में पाकिस्तान के बालाकोट में भारत के सफल हवाई हमले की योजना बनाने का श्रेय दिया जाता है। 

राजनांदगांव के एसपी रहे सिन्हाचुनौतीभरे वक्त में मिली जिम्मेदारी 
श्री सिन्हा मूलतः बिहार के भोजपुर जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज से पढ़ाई की औऱ 1988 में यूपीएससी की परीक्षा पास की थी । मध्य प्रदेश कैडर मिलने के  बाद श्री सिन्हा ने 1989 बैच के साथ ट्रेनिंग पूरी की। छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद उन्होंने छत्तीसगढ़ में ज्वाइनिंग दी।पुलिस मुख्यालय में वे एआईजी (योजना और प्रबंध) के पद पर रहे। 
बाद में प्रतिनियुक्त पर रॉ में चले गए। श्री सिन्हा राजनांदगांव जिले के पुलिस अधीक्षक भी रहे हैं। छत्तीसगढ़ बैच के आईपीएस संजय पिल्ले भी 1988 बैच के आईपीएस रहे हैं जिन्होंने 1989 बैच के साथ ट्रेनिंग की थी। डीजीपी अशोक जुनेजा 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं।
रवि सिन्हा ठीक ऐसे वक्त में जिम्मेदारी संभालने जा रहे हैं जब एक बार फिर खालिस्तानी उग्रपंथी एक बार फिर कुछ देशों में सिर उठा रहे हैं। साथ ही बीते कुछ समय से मणिपुर से भी हिंसा की लगातार खबरें आ रहीं हैं। ऐसे में श्री सिन्हा को इन चुनौतियों से जल्द ही पार पाना होगा।