• 28 Apr, 2025

प्री पेड बिजली मीटर का काम शुरू, 54 लाख घरों-दफ्तरों में लगेंगे , कोई शुल्क नहीं लगेगा

प्री पेड बिजली मीटर का काम शुरू, 54 लाख घरों-दफ्तरों में लगेंगे , कोई शुल्क नहीं लगेगा

● पहले दो महीने रिचार्ज की जरुरत नहीं, 300 बचे होने तक नहीं कटेगी बिजली

रायपुर। देशभर में बिजली के अपव्यय और बिजली चोरी से निबटने के लिए प्री पेड़ मीटर लगाने की जरूरत महसूस की गई। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के 54 लाख घरों-दफ्तरों में प्री-पेड मीटर लगाने का काम जारी है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अब तक कोई चार हजार के आसपास प्री-पेड मीटर लगाए भी जा चुके हैं। मीटर लगाए जाने के कुछ दिनों बाद ही प्री पेड़ सिस्टम काम करने लगेगा। इसके बाद मोबाइल की तरह ही बिजली का प्री पेड़ रिचार्ज किया जा सकेगा।

     इस बारे में मिली विभागीय जानकारी के मुताबिक पहले दो महीने तक इसे किसी तरह की रिचार्ज की जरूरत नहीं होगी।  बिजली कंपनी उपभोक्ताओं के मीटर में औसत दो महीने का बैलेंस डालकर ही रखेगी। इतना ही नहीं अब उपभोक्ताओं को हर साल वसूली जाने वाली सुरक्षा निधि से भी छुटकारा मिल जाएगा। नाम ट्रांसफर करवाने लोड बढ़वाने की व्यवस्था यथावत रहेगी। इसके साथ ही मीटर बदलने की नौबत आने पर कंपनी इसका कोई अलग से फीस नहीं लेगी। 

   विभाग के अनुसार प्री पेड़ बिजली सेवा में उपभोक्ताओं को कुछ अतिरिक्त सुविधाएं भी मिलेगी। 

रिजार्ज खत्म होने पर भी रात में मिलती रहेगी बिजली

  • प्री-पेडबिजली मीटर क्या है । 
    बिजली कंपनियां अभी देश में अधिकांश जगह पोस्ट पेड़ प्रणाली से ही बिजली का बिल ले रही हैं। यानी अभी उपभोक्ता पहले बिजली का  उपयोग कर लेता है फिर उसका भुगतान करता है। नए सिस्टम में उपभोक्ता पहले बिल का भुगतान करेंगे और फिर बाद में उसके अनुसार ही बिजली का इस्तेमाल कर सकेंगे।
  • रात में यदि रिचार्ज खत्म हुआ और छुट्टी के कारण रिचार्ज नहीं करा सके तो । 
    जानकारी के अनुसार ऐसी स्थिति में कंपनी उपभोक्ता को राहत देगी। रात के वक्त और छुट्टी के दिन बिजली बंद नहीं की जाएगी। जैसे शनिवार -रविवार छु्ट्टी है और रिचार्ज खत्म हो गया है तो बिजली सोमवार को स्वतः बंद हो जाएगी इसकी यांत्रिक सेटिंग ही इस तरह की जाएगी ।
  • भुगतान किस तरह होगा। 
    बिजली कंपनी अपना ऐप बनवा रही है। इसमें सारे ही फीचर्स होंगे। लाइन बंद कब होगा इसका संभावित दिन भी इसमें कारण सहित दर्ज होगा।
  • ऐप से और क्या जानकारियां मिलेंगी। 
    ऐप से हर वक्त का अपडेट मिलता रहेगा। इसके अलावा ऐप मीटर की भी सभी जानकारी देगा।
  • सिस्टम से और क्या लाभ होगा। 
     सिस्टम में उपभोक्ता का बैलेंस कम होने का सिस्टम में एक सप्ताह पहले आ जाएगा।
  • रिचार्ज का सिस्टम कैसे होगा। 
    यह तो सिंपल वालेट में पैसा डालने सरीखा होगा। उपभोक्ता अपने बैंक अकाउंट से मीटर को रिचार्ज करवा सकेंगे। यह पैसा उपभोक्ताओं के बीपी नंबर के  आधार पर तैयार किये गए बैंक एकाउंट में रहेगा। बिजली की खपत के आधार पर पैसा कटता जाएगा। पैसा कम होने पर लोग जरूरत होने पर 5 से 10 दिनों के लिए भी जरूरत के अनुसार मीटर रिचार्ज कर सकेंगे।  
  • बीच में कनेक्शन कट जाए तो उसे कैसे जुड़वा सकेंगे। 
    रिचार्ज और तमाम रियायतें खत्म होने के बाद बिजली सप्लाई बंद हो जाएगी। बाद में इसे रिचार्ज करते  ही बिजली सप्लााई बहाल भी  हो जाएगी। यह सारी प्रक्रिया स्वतः से होने वाली या आटोमेटेड रहेगी।
  • क्या इसमें भी मोबाइल की तरह मिनिमम बैलेंस की बाध्यता रहेगी। 
    नहीं बिजली के मीटर में न्यूनतम बैलेंस की कोई बाध्यता नहीं होगी। माइनस 300 रुपये तक बैलेंस होने के कारण इसकी जरूरत नहीं होगी।  कोई उपभोक्ता यदि दो से तीन माह के लिए घर से बाहर जा रहा है तो उन्हें अपने मीटर में न्यूनतम बैलेंस रखना होगा।
  • नए कनेक्शन की प्रक्रिया पर कोई असर आयेगा ।
    नहीं पहले की तरह ही कनेक्शन दिया जाएगा। इसमें कोई बदलाव नहीं होगा। 

सुरक्षानिधि से होगा पहला रिचार्ज-

परियोजना अधिकारी इब्राहिम वर्गिस ने बताया कि प्री-पेड मीटर चालू होने के  बाद उपभोक्ताओं के मीटर में पहला रिचार्ज बिजली कंपनी के पास जमा सुरक्षा निधि से होगा। बिजली कंपनी हर उपभोक्ता के  दो माह के औसत मासिक बिल के बराबर अतिरिक्त सुरक्षा निधि  के रूप में रखती है। पोस्ट पेड सिस्टम में यह जरूरी है। इस सिस्टम में बिजली कंपनी उपभोक्ता को बिजली देने के एक महीने बाद बिजली बिल जारी करती है। बिल का पेमेंट आने में ही डेढ़ से दो महीने लग जाते हैं।

  • प्री -पेड मीटर लगाने का काम तेजी से चल रहा है। नया सिस्टम चालू होने के बाद सुरक्षानिधि रखने की जरूरत नहीं रह जाएगी। इसलिए अतिरिक्त सुरक्षा निधि की रकम को समायोजित करने के लिए मीटर में बैलेंस डाला जाएगा। पूरा सिस्टम ही ऑटोमेटेड यानी स्वचलित होगा। 

-जे.एस.नेताम, एक्जिक्टिव डायरेक्टर बिजली कंपनी।