• 28 Apr, 2025

चांद पर है ऑक्सीजन, प्रज्ञान ने खोजा ..

चांद पर है ऑक्सीजन, प्रज्ञान ने खोजा ..

 इसरो ने पूरी दुनिया को दी सुखद खबर  रोवर प्रज्ञान ने कई अन्य अहम तत्व भी खोजे  दक्षिण ध्रुव पर सल्फरस अल्युमिनियम, कैल्शियम और आयरन का भी पता चला  दक्षिणी ध्रुव पर क्रोमियम मैगनीज, सिलिकॉन भी मौजूद हैं..

नई दिल्ली। भारत ने पूरी दुनिया को अब तक की सबसे बेहतरीन खबर दी है। हमारे देश की शीर्ष अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान इसरो ने विश्व को खबर दी है कि- सुनो सुनो... चांद पर ऑक्सीजन है। पिछले दिनों चंद्रयान- 3 ने चांद के साउथ पोल पर सफलता पूर्वक लैंडिंग कर दुनिया में ऐसा करने वाला पहला देश होने का गौरव हासिल किया  है। साफ्ट लैंडिंग के लगभग हफ्तेभर बाद रोवर प्रज्ञान ने  यह खबर दी है कि चांद के दक्षिणी ध्रुव पर ऑक्सीजन के अलावा अन्य मिनरल्स भी हैं जैसे – यहां सल्फर, अल्युमिनियम, कैल्शियम, आयरन, क्रोमियम, टाइटैनियम, मैगनीज, सिलिकॉन भी हैं। बताया गया है कि चांद की सतह पर हाइड्रोजन की खोज जारी है। बैंगलुरू स्थित इसरो के मुख्यालय ने कहा है कि उम्मीद के मुताबिक उक्त तमाम खनिजों का यहां होने का पता चला है।  

   इसरो ने कहा है कि अब चांद की सतह पर हाइड्रोजन की तलाश जारी है। एलआईबीएस उपकरण को इलेक्ट्रो ऑप्टिक सिस्टम 
(एलईओएस) को इसरो बैंगलुरु के प्रयागशाला में विकसित किया गया है।

  • एक दिन पहले ही गड्ढे से खुद को बचाया था- 
    इससे पहले इसरो ने एक और चौकाने वाली जानकारी दी थी। कहा था कि चंद्रयान -3 मिशन के तहत चांद पर भेजा गया रोवर प्रज्ञान अपनी जगह से ठीक आगे चार मीटर व्यास के एक गड्ढे के पास पहुंच गया है। जिसके बाद उससे पीछे जाने का निर्देश दिया गया। इसरो ने इसकी खबर सोशल मीडिया पर देते हुए कहा कि अब रोवर प्रज्ञान सुरक्षित रुप से एक नए रास्ते पर आगे बढ़ रहा है। अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने कहा कि 27 अगस्त को रोवर चार मीटर व्यास के एक गड्ढे के करीब पहुंच गया था जो उसकी उस समय की स्थिति से ठीक तीन मीटर आगे स्थित था। 

     

रहस्यों की परतें खोल रहा प्रज्ञान

इसरो ने बताया कि यह जानकारी पूरी दुनिया के लिए बड़ी खुशखबरी है। चांद के साउथ पोल पर आज तक कोई देश नहीं पहुंच सका है। मिशन चंद्रयान-3 के तहत भारत चांद के साउथ  पोल के रहस्यों को दुनिया के सामने उजागर कर रहा है।  23 अगस्त को भारत ने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर अपना रोवर उतार कर इतिहास रच दिया था। लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान से लैस चंद्रयान -3  की चांद की सतह पर सफल लैंडिंग हुई थी। 
इसरो ने 29 अगस्त मंगलवार को कहा कि आशा के अनुरूप चंद्रयान से पहुंचे रोवर प्रज्ञान ने चांद की सतह पर गंधक होने की पुष्टि की है। यहां अल्युमिनियम, कैल्शियम, लौह अयस्क, क्रोमियम, टाइटेनियम, मैगनीज, सिलिकॉन और ऑक्सीजन का भी पता चला है। इसरो ने सोशल मीडिया पर पोस्ट में कहा है कि वैज्ञानिक प्रयोग जारी है। 
रोवर पर लगे लेजर संचालित ब्रेकडाउन स्पेक्ट्रोस्कोप
(एलआईबीएस) ने चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव के पास सतह पर गंधक होने की स्पष्ट रूप से पुष्टि की है।