किसानों की आय बढ़ाने व खाद्य सुरक्षा के लिए एक लाख करोड़, रेल कर्मियों को बोनस
■ केन्द्रीय कैबिनेट के महत्वपूर्ण फैसले
● मानसून का अनुमान- पिछली बार 820 मिमी( 98 % ) बारिश, इस बार 886 मिमी( 102%) ● देर हो सकती है, पहले 2 महीने कमी बाद में होगी भरपाई
नई दिल्ली। तेज गर्मी के बीच मानसून का अनुमान भी राहत देने वाला लगता है विशेष रूप से जब अच्छी वर्षा की आमद की उम्मीद मौसम की जानकार ही बता रहें हों। निजी मौसम की एजेंसी स्काईमेट ने मानसून सीजन का पूर्वानुमान जारी किया है । इसके मुताबिक इस साल मानसून सामान्य ही रहने की उम्मीद जताई गई है। आमतौर पर जून से सितंबर के बीच 868.6 मिमी बारिश होती है। कहा जा रहा है कि इस बार यह इसी अवधि में 20 मिमी अधिक यानी 886 मिमी हो सकती है। इसका मतलब इस बार 102 % बारिश हो सकती है। पिछले सा अल -नीनों प्रभाव के चलते 820 मिमी यानी 94 % ही बारिश हो पाई थी। ऐसे में इस बार का मानसून देश को राहत दे सकता है।
स्काईमेट के एमडी जतिन सिंह ने कहा मानसून के बीच अल नीनों परस्थितियां खत्म होकर ला नीनों परिस्थितियों में बदल जाएंगी। बताया गया है कि ये मिलकर मानसून को मजबूत करते हैं। कहा गया है कि आखिरी दो महीने बहुत शानदार रहने वाले हैं। पहले दो महीनों में बारिश की जो भी कमी छूट जाएगी वो आगे के दो महीनों में भरपाई हो जाएगी। ला -नीनों के आने से मानसून के आने में कुछ देर हो सकती है।
यानी यह अब केरल में एक जून की तुलना में देर से दस्तक दे सकता है।
पूरे मानसून के दौरान मध्य और पश्चिमी हिस्सों ( हरियाणा,दिल्ली, राजस्थान, मप्र, पश्चिमी उत्तरप्रदेश और महाराष्ट्र ) में सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है। उत्तरी और दक्षिण भारत ( पंजाब, हिमाचल, उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश ,गुजरात, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंध्र , तमिल नाडु, केरल और कर्नाटक ) में सामान्य और पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत में बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और सभी पूर्वोत्तर राज्यों) में सामान्य से कम बारिश होने की उम्मीद जताई गई है।
■ केन्द्रीय कैबिनेट के महत्वपूर्ण फैसले
● खाद्य तेल 13 दिन में 30 रुपये, प्याज 4 माह में 35 रुपये और आटा 6 महीने में 7 रुपये महंगे हो गए ● सरकार ने किसानों को राहत तो दी पर मुनाफाखोरों ने बाजार में दाम ज्यादा बढ़ाए इन्हे नहीं रोका..
■ हरेली छत्तीसगढ़ी लोक का सबसे लोकप्रिय और सबसे पहला त्यौहार है। ■ पर्यावरण को समर्पित यह त्यौहार छत्तीसगढ़ी लोगों का प्रकृति के प्रति प्रेम और समर्पण दर्शाता है।
■ हमारे साझा सरोकार "निरंतर पहल" एक गम्भीर विमर्श की राष्ट्रीय मासिक पत्रिका है जो युवा चेतना और लोकजागरण के लिए प्रतिबद्ध है। शिक्षा, स्वास्थ्य, खेती और रोजगार इसके चार प्रमुख विषय हैं। इसके अलावा राजनीति, आर्थिकी, कला साहित्य और खेल - मनोरंजन इस पत्रिका अतिरिक्त आकर्षण हैं। पर्यावरण जैसा नाजुक और वैश्विक सरोकार इसकी प्रमुख प्रथमिकताओं में शामिल है। सुदीर्ध अनुभव वाले संपादकीय सहयोगियों के संपादन में पत्रिका बेहतर प्रतिसाद के साथ उत्तरोत्तर प्रगति के सोपान तय कर रही है। छह महीने की इस शिशु पत्रिका का अत्यंत सुरुचिपूर्ण वेब पोर्टल: "निरंतर पहल डॉट इन "सुधी पाठको को सौपते हुए अत्यंत खुशी हो रही है। संपादक समीर दीवान
Address
Raipur
Phone
+(91) 9893260359